उत्तरकाशी. साधना जोशी द्वारा रचित कविता संग्रह सड़क है जिंदगी का लोकार्पण समारोह का आयोजन रेडक्रॉस भवन विश्वनाथ चौक में किया गया जिसमे शिक्षा जगत के जाने माने व वर्तमान में ऋषिराम शिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ एस के मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप व श्री विक्रम जोशी शिक्षा अधिकारी विकासखंड डुंडा, श्री अजय पूरी जी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी व वर्तमान में चारधाम मंदिर समिति के अध्यक्ष विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे साथ में कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभव साहित्य संगीत कला मंच की अध्यक्ष आभा बहुगुणा ने की व मंच का संचालन डॉ मीना नेगी ने किया.
पुस्तक का मुख पृष्ठ मुकुल बडोनी ने अपनी चित्रकला से बनाया, भूमिका खजान सिंह चौहान द्वारा लिखी गई एवं आशिता डोभाल द्वारा उसका वाचन किया गया. इस कविता संग्रह में कुल 54 कविताएं है, जो चार भागों में लिखी गई हैं- अनुभूति के स्वर, प्रकृति के स्वर, पक्षियों के स्वर, विविध स्वर. सड़क है जिंदगी की रचिएता साधना जोशी इस कविता संग्रह में कहती है कि हमारे जीवन के विभन्न अनुभवों और उन अनुभवों में शामिल भाव और लोग प्रकृति और पक्षियों के भावों का एहसास इन कविताओं में संजोया गया है जिसकी भाषा शैली बिल्कुल सरल है सुगम है.
कार्यक्रम में गणमान्य साहित्यकारों रचनाकारों के द्वारा इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि आज की नई पीढ़ी दिनों दिन नशे की गिरफ्त में आ रही है अगर साहित्य/ संगीत और कला का बालपन में संचार किया जाय तो समाज में नवचेतना का विकास संभव है.
कार्यक्रम में डॉ शंभू प्रसाद नौटियाल, माधव जोशी, शैलेंद्र नौटियाल, अजय नौटियाल, राजेश जोशी, अर्चना रांगड़, बलवंत असवाल, अतोल सिंह महर, उषा जोशी, कल्पना असवाल, गोपाल जोशी, राखी सिलवाल, निधि जोशी, तनुजा बिष्ट, नितिन, देवराज, धीरेंद्र जोशी, कृष्णानंद बिजल्वाण आदि उपस्थित रहे.