रामेश्वरी नादान को दिल्ली में उत्कृष्ट लेखन के लिए इस सम्मान से नवाजा जाएगा
- हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली
यूथ वर्ल्ड सोशल मंच और डिकेएसडी लाड़ली नूर कपूर फाउंडेशन दिल्ली द्वारा कला, साहित्य, शिक्षा, चिकित्सा सहित के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के की 101 प्रतिभाओ को
‘भारतीय गौरव अवार्ड—2021’ से सम्मानित करने जा रहा है. समारोह का आयोजन दिल्ली के लाजपत भवन में 27 अक्टूबर, 2021को किया जाएगा. वही यूथ वर्ल्ड सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमे सोशल मीडिया के सकारात्मक पहलुओं पर चर्चा की जाएगी.ज्योतिष
यूथ वर्ल्ड सोशल मंच के नेशनल एडवाइजर
डॉ. सुरेन्द्र गोयल ने बताया की मंच द्वारा दिल्ली में आयोजित होने वाले इस भव्य समारोह में गाजियाबाद से लेखिका और कवियत्री रामेश्वरी नादान के नाम का चयन भी किया गया है और उन्हें इस आयोजन में ‘भारतीय गौरव अवॉर्ड—2021’ से सम्मानित किया जाएगा.ज्योतिष
उत्तराखंड मूल की लेखिका/कवयित्री श्रीमती रामेश्वरी ‘नादान’ का चयन साहित्य सेवा के लिए ‘भारतीय गौरव अवार्ड—2021’ के लिए किया गया है. नादान साहित्य के क्षेत्र में एक
जाना पहचाना नाम है. घरेलू महिला से साहित्यकार बनने का उनका सफर काफी दिलचस्प हैं, वे अपनी मेहनत और लगन के बल पर साहित्य के क्षेत्र में पिछले कई वर्षों के लेखन का कार्य करती आ रही हैं. नादान पारिवारिक जिम्मेदारियों और लेखन के बीच का तालमेल बैठाते हुए वे लेखन कार्य में सक्रिय हैं.ज्योतिष
नादान की अब तक 9 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. बाल साहित्य में इनकी विशेष रुचि है. हाल ही में उन्होंने स्वलिखित बाल बाल साहित्य की 300 पुस्तकें निर्धन बच्चों के बीच नि:शुल्क
वितरित की हैं. कविता, कहानी, संस्मरण पर उनकी पुस्तकें आ चुकी हैं. जल्द ही उनका सोशल मीडिया पर रिश्तों को लेकर एक उपन्यास भी आने वाला है. रामेश्वरी नादान की पैदाइश दिल्ली की है और उनका ससुराल चमोली जिले के नागनाथ पोखरी के ग्राम सभा डूंगर में है.ज्योतिष
रामेश्वरी नादान को यह पुरस्कार
मिलने पर हिमांतर परिवार की ओर से लख—लख बधाइयां एवं अनंत शुभकामनाएं.