हल्द्वानी : यहां एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 14 अप्रैल को दुकान से अपने पिता को घर जाने की बात कहकर निकला युवक घर नहीं पहुंचा। परिजनों ने काफी खोज की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करवाई। मामला कमिश्नर कार्यालय तक पहुंचा। इस बीच पता चला कि एक लावारिस युवक अस्पताल में भर्ती है।
इसकी जानकारी लगते ही पिता सुशीला तिवारी मेडिकल अस्पताल पहुंचे (STH) पहुंच गए। जहां से बेटे की लाश ही मिली। पुलिस मामले को हादसा बता रही है, लेकिन, मृतक के परिवार ने हत्या की आशंका जताते हुए जांच की मांग की है। उसका कहना है कि बेटे के शरीर पर चोट के निशान हैं। इससे लगता है कि उसे मारा गया है।
मूल रूप से चंपावत जिले के रैगांव निवासी 25 वर्षीय सूरज अधिकारी देवलचौड़ स्थित मानपुर पश्चिम गांव में परिवार के साथ किराए पर रहता था और निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी में चालक था। सूरज के पिता दिलीप एसटीएच के पास खाने का ठेला लगाते हैं।14 अप्रैल की सुबह साढ़े सात बजे वह घर जाने की बात कहकर पिता के ठेले से स्कूटी से रवाना हुआ, मगर शाम तक घर नहीं पहुंचा। जिस पर परिवार ने पुलिस में शिकायत की।
पुलिस के ढुलमुल रवैये को देखते हुए दिलीप ने कमिश्नर दीपक रावत से मालमे की शिकायत की, इसके बाद पुलिस ने बताया कि सड़क हादसे में घायल एक युवक STH में भर्ती है। इसके बाद दिलीप अस्पताल पहुंच गए, जहां गंभीर हालत में बेटे को आइसीयू में भर्ती देखा, मगर बुधवार तड़के सूरज ने दम तोड़ दिया। पिता का कहना है कि उसके बेटे की पीठ पर चोट के निशान हैं। ऐसे में आशंका है कि उसे किसी ने मारा है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
दलीप का कहना है कि 13 अप्रैल की रात कार सवार कुछ युवकों ने उसके ठेले पर खासा हंगामा किया। साथ ही धमकी भी दी। जिस वजह से उसने सूरज को बुलाया था। सुबह साढ़े सात बजे बेटा घर जाने की बात कहकर निकला। लेकिन उसके बाद संदिग्ध परिस्थितियों में घायल होकर अस्पताल पहुंच गया। वहीं, इस मामले में कोतवाल उमेश कुमार मलिक का कहना है की 14 अप्रैल को युवक लापता हुआ था। अगले दिन उसकी गुमशुदगी दर्ज की गई। प्राथमिक जांच में हादसे में घायल होने की बात हो रही है। परिवार के कहने पर मामले की जांच की जाएगी।