उत्तराखंड : CM धामी के अधिकारियों को दिए निर्देश, ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से करें कार्य

देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य किए जाएं। सीएम धामी ने कहा कि इस से राज्य में निवेश में तेजी से वृद्धि होगी इसको ध्यान में रखते हुए गतिमान परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यों को तेजी से धरातल पर उतारने के लिए और प्रयासों की जरूरत है।

सीएम धामी ने बैठक में कहा कि ये कोशिश की जाए कि परियोजनाओं को पूर्ण करने की जो समयावधि है, उस समयावधि के अन्दर पूर्ण हो जाएं। यदि कहीं पर किसी भी प्रकार की समस्याएं आ रही हैं तो समस्याएं बताई जाएं उनका उचित समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा से संबंधित जिन प्रस्तावों पर केन्द्र सरकार के स्तर से आवश्यक कार्यवाही होनी है, उनका विस्तृत प्रस्ताव बनाया जाए।

ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हाइड्रो और सोलर ऊर्जा में उत्पादन को तेजी से बढ़ाया जाए। यू.जे.वी.एन.एल की अतिरिक्त भूमि पर पर्यटन आधारित गतिविधियों और सोलर के लिए प्राथमिकता के आधार पर उपयोग किया जाए।

सीएम धामी ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए जिन परियोजनाओं के लिए करार किये गये हैं उनकी ग्राउंडिग जल्द की जाए। लखवाड़ और किशाऊ बहुउदद्शीय परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य किया जाए। सीएम धामी ने डिजिटल भुगतान को तेजी से बढ़ावा देने के निर्देश दिए और कहा कि राजस्व वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जाएं।

बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में हाइड्रो और सोलर ऊर्जा उत्पादन 7513 मिलियन यूनिट है। जिसे 2031 तक 18740 मिलियन यूनिट तक करने का लक्ष्य रखा गया है। 17 मे.वा. की तीन सौर ऊर्जा परियोजनाएं 2024 से शुरू होंगी। 29.25 मे.वा. की छह परियोजनाएं अक्टूबर 2025 तक शुरू होंगी। 2026 तक 5.5 मे.वा की नादेही, 18 मे.वा. की कर्मी कपकोट और 11.5 मे.वा. की बागेश्वर के पास शामा गांव सौर ऊर्जा परियोजना को 2026 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

बैठक में जानकारी दी गई कि अभी तक 21520 करोड़ की परियोजनाओं की ग्राउडिंग हो चुकी है। जिसमें 6780 करोड़ रूपये की जल विद्युत परियोजनाएं, 14670 रूपये करोड़ की पंप स्टोरेज परियोजनाएं और 70 करोड़ रूपये की सौर आधारित परियोजनाएं शामिल हैं। जबकि इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के लिए हुए करारों पर 54977 करोड़ रूपये की जल विद्युत, पंप स्टोरेज, सौर आधारित एवं अन्य परियोजनाओं की ग्राउडिंग की कार्यवाही गतिमान है।

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