पहाड़ों में जन्मा था वह जवान,
मां कहती तू ही त छे मेरु लाल
देश का करता था जो सम्मान,
नहीं देख पाया आतंकियों का वार
भारत मां ने था जिसे बुलाया,
मना वह नहीं कर पाया
दिया उसने मुंहतोड़ जवाब
हुआ बलिदान वह इस देश को
अमर हो गया है वह जवान मनदीप सिंह रावत था जिसका नाम
मां कहती तू ही त छे मेरु लाल
कुछ इन्हीं भावों के साथ आज दिनांक 7 अगस्त 2023 को मेहरबान सिंह कंडारी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कोटद्वार परिसर में विद्यालय परिवार एवं ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवकों के द्वारा मरणोपरांत सेना मेडल शहीद राइफलमैन मनदीप सिंह रावत की पांचवी पुण्यतिथि के उपलक्ष में विद्यालय परिवार में परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें शहीद मनदीप रावत जी की माताजी श्रीमती सुमा देवी एवं श्री किशोर कुमार लखेडा जी एवं विद्यालय गुरुजनों एवं स्वयंसेवकों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य जी श्री चंदन सिंह नकोटी जी एवं श्री किशोर कुमार लखेडा एवं ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवक द्वारा विद्यालय परिसर में शहीद मनदीप रावत जी की स्मृति में रुद्राक्ष पौधा रोपण किया गया।
एवम प्ले के प्रधानाचार्य जी द्वारा शहीद मनदीप सिंह रावत जी के माता जी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सर्वप्रथम शहीद मंदीप रावत जी माता जी श्रीमती सुमा देवी जीव, श्री किशोर कुमार लखेडा, विद्यालय के प्रधानाचार्य जी श्री चंदन सिंह जी एवं स्वयंसेवकों द्वारा पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की गई विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री चंदन सिंह नकोटी जी, श्री किशोर कुमार लखेडा जी, छात्रा ऋतु रावत एवं अंशिका द्वारा अपने भाव अर्पित करते हुए शहीद जवानों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया गए। ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के कोषाध्यक्ष उत्कर्ष नेगी द्वारा शहीद जवान के प्रति स्वरचित कविता पाठ किया गया वहीं आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के अध्यक्ष शिवम नेगी द्वारा शहीद जवान के बलिदान को हमेशा स्मरण करते रहने के विषय में कहा गया इस कार्यक्रम में शहीद मनदीप रावत जी की माताजी श्रीमती सुमा देवी श्री किशोर कुमार लखेरा जी विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री चंदन सिंह नकोटी, ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के अध्यक्ष शिवम नेगी, कोषाध्यक्ष उत्कर्ष नेगी स्वयंसेवक नैंसी रावत, साक्षी सिंघी, आयुष गुप्ता एवं समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहे।