हेमकुंड साहिब के आस्था पथ पर बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है. पिछले दो दिनों से मौसम साफ रहने पर काम में तेजी आई है. 20 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुल रहे हैं. 17 मई को ऋषिकेश से सिख तीर्थयात्रियों को पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होगा. यात्रा को लेकर ऋषिकेश में स्थित गुरुद्वारे में तैयारियां की जा रही हैं.
इस बार भी तीर्थयात्री रोटेशन की बसों से हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाएंगे. पिछले साल की तरह इस बार भी रोटेशन की ओर से गुरुद्वारा प्रबंधन को बसें उपलब्ध कराई जाएंगी. पिछले साल यात्रा की शुरुआत में बसों के खाली वापस आने को लेकर रोटेशन की ओर से दोनों तरफ का किराया मांगा गया था, लेकिन बाद में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद रोटेशन के पदाधिकारी मान गए थे. रोटेशन के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने कहा कि अभी तक गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से बसों की मांग नहीं की गई है. मांग के अनुरूप बसें उपलब्ध कराई जाएंगी.
हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए 15 मई को लक्ष्मणझूला स्थित गुरुद्वारा में पंजीकरण काउंटर लगाया जाएगा. चारधाम यात्रा के पंजीकरण प्रभारी प्रेमानंद ने बताया कि पंजीकरण केंद्र खोलने के लिए गुरुद्वारा प्रबंधन से अनुमति ली जा रही है. अनुमति मिलने पर पंजीकरण के लिए तीन काउंटर लगाए जाएंगे.
हेमकुंड साहिब के आस्था पथ पर बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है. 418 इंजीनियरिंग कोर के जवानों के साथ हेमकुंड ट्रस्ट सेवादार बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं. पिछले दो दिनों से मौसम साफ रहने पर काम में तेजी आई है.
हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खुल रहे हैं. लेकिन अभी हेमकुंड साहिब के साथ आस्था पथ पर भारी बर्फ जमी हुई है. खासकर अटलाकोटी से हेमकुंड साहिब तक पैदल मार्ग पर पूरी तरह से बर्फ जमी हुई है. सेना के जवानों ने यात्रा मार्ग से 20 अप्रैल से बर्फ हटाने का काम शुरू किया था. लेकिन लगातार मौसम खराब रहने से बर्फ हटाने का काम बाधित रहा.