जौनसारी-बावरी कवि सम्मेलन : पलायन की पीड़ा पर्यावरण संरक्षण का संदेश सहित भ्रष्टाचार व राजनीति पर कसे तंज
हिमांतर ब्यूरो, विकासनगर
जौनसारी बोली को भाषा का दर्जा दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले जौनसारी कवि रत्न स्वर्गीय रतन सिंह जौनसारी व पं शिव राम शर्मा का भावपूर्ण स्मरण के साथ रवांल्टी बोली भाषा की भांति विगत रविवार को विकास नगर के जौनसार बावर भवन में प्रथम जौनसारी बावरी बोली भाषा का कवि सम्मेलन मुख्य अतिथि पदम श्री प्रेम चंद शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित किया गयाl देर से आए पर दुरूस्त की यह अभिनव पहल लोक बोली भाषा को बचाने में अहम भूमिका अदा करेगी.
सम्मेलन में लोक भाषा के 8 कवियों ने भाग लिया और कविता के माध्यम से जौनसारी रीति-रिवाजों पलायन की पीड़ा पर्यावरण संरक्षण का संदेश सहित भ्रष्टाचार व राजनीति पर तंज कसे तो वही हास्य व श्रृंगार रस की कविता पढ़ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर हंसने गुदगुदाने को मजबूर किया.
मुख्य अतिथि पदम श्री प्रेम चंद शर्मा ने अपने कव...