Tag: कुली बेगार

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक संस्था ‘पर्वतीय कला केंद्र’ दिल्ली का चुनाव सम्पन्न

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक संस्था ‘पर्वतीय कला केंद्र’ दिल्ली का चुनाव सम्पन्न

दिल्ली-एनसीआर
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली राष्ट्रीय व वैश्विक फलक पर उत्तराखंड की ख्यातिप्राप्त सांस्कृतिक संस्था 'पर्वतीय कला केंद्र, दिल्ली' का चुनाव 22 दिसंबर 2024 को उत्तराखंड सदन, चाणक्य पुरी  नई दिल्ली में चुनाव अधिकारी हिंदी अकादमी दिल्ली सरकार के पूर्व सचिव डा.हरि सुमन बिष्ट व उत्तराखंड की ख्याति प्राप्त प्रतिनिधि संस्था 'पहाड़' के दिल्ली प्रभारी चंदन डांगी की देख-रेख में सम्पन्न हुआ. 'पर्वतीय कला केंद्र' के अध्यक्ष पद पर सी एम पपनैं, उपाध्यक्ष पद पर क्रमश: चन्द्रा बिष्ट व बबीता पांडे महासचिव चंदन डांगी, सचिव कैलाश पांडे, सह-सचिव क्रमश: लक्ष्मी महतो, के एस बिष्ट व खिलानंद भट्ट, कोषाध्यक्ष दीपक जोशी तथा उप-कोषाध्यक्ष पद पर खुशहाल सिंह रावत चुने गए. कार्यकारिणी सदस्यों में महेंद्र सिंह लटवाल, डॉ.हेमा उनियाल, डॉ.के सी पांडे, नीलम राना, भूपाल सिंह बिष्ट, गोपाल पांडे, भुवन रावत, अनुकम्पा बिष्ट, हर...
सल्ट क्रांति : ग्राम स्वराज का क्रांतिकारी आंदोलन

सल्ट क्रांति : ग्राम स्वराज का क्रांतिकारी आंदोलन

इतिहास
सल्ट क्रांति दिवस (5 सितंबर) पर विशेष डॉ. मोहन चंद तिवारी देश की आजादी को लेकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जब भी आंदोलन शुरू हुआ तो उसमें उत्तराखंड के क्रांतिवीरों की अहम भूमिका रही है. समूचे देश में कुली बेगार,आंदोलन हो या गांधी जी का 'भारत छोड़ो' आंदोलन, सीमा से लगे सल्ट क्षेत्र ने इसमें बढ़चढ़ कर भाग लिया. सन् 1920 में  ही सल्ट क्षेत्र के पुरुषोत्तम उपाध्याय की because अगुवाई में लोगों ने आजादी का बिगुल बजा दिया था. 1922 में महात्मा गांधी के जेल जाने पर यहां के क्रांतिवीरों ने इसका जबरदस्त विरोध किया. पुरुषोत्तम उपाध्याय 1927 में सरकारी नौकरी छोड़कर पूरी तरह संघर्ष में कूद गए. 1927 में नशाबंदी,तंबाकू बंदी आंदोलन के दौरान धर्म सिंह मालगुजार के गोदामों में रखा तंबाकू जला दिया गया. इस क्षेत्र में गांधी जी द्वारा चलाए गए अवज्ञा आंदोलन, नमक सत्याग्रह, जंगल सत्याग्रह,जैसे आंदोलन ग्राम पंचाय...