ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवकों ने किया वृक्षारोपण
सैंता यूं थे इन जन
अपणु नौनु-नौनी जाणी
औलाद तुम्हारी सेवा बिसरी भी जाली
पर छैल दींन नि बिसराली ये डाली
सैंता यूं थे इन जन
अपणु नौनु-नौनी जाणी
बाला जन ही हुंदिन ये डाली
जब रखिलया यूं थे पाली
तभी चमकली तुम्हारी घौर की हरियाली
कुछ इन्ही भावों के साथ ‘ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड’ के स्वयंसेवकों द्वारा अलग—अलग स्थानों पर पौधा रोपण कार्यक्रम किया गया. पौधारोपण कार्यक्रम के पश्चात विद्वान जनों द्वारा सभी को संबोधित करते हुए बताया गया कि पर्यावरण में संरक्षण हेतु पौधा रोपण करना एवं उनके संरक्षण के लिए कार्य करने की अति आवश्यकता है. प्रकृति से जुड़ने के लिए उनके संवर्धन के लिए कार्य किए जाने चाहिए. प्रकृति के अति दोहन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए. यह हम सभी का कर्तव्य है कि जिस प्रकृति से हवा पानी ईंधन मिलता है, उसके लिए हमको एक साथ मिलकर कार्य कर उसके संरक्षण के लिए आगे...