दुना नदी के तट से
बुदापैश्त डायरी-8
डॉ. विजया सती
जब हम बुदापैश्त में थे, ऐसे अवसर भी आए जब देश और विदेश एक हो गए! ...
वह तीस जनवरी की सुबह थी, दुना नदी के किनारे की ठंडक ने देह में सिहरन पैदा की. तट से ज़रा ही दूर, वाहनों की आवाजाही के बीच सड़क का एक कोना धीरे-धीरे सजीव हो उठा.
ज्योतिष
गुमसुम सी उस इमारत के सामने एक-एक because कर कई जन आ जुटे जिसकी दीवार पर लगे संग-ए-मरमर पर सुनहरे अक्षरों में अंकित था – इस मकान में 30 जनवरी 1913 को जन्म लिया– भारतीय पिता उमराव सिंह शेरगिल और हंगेरियन मां अंतोनिया की बेटी के रूप में चित्रकार अमृता शेरगिल ने!
ज्योतिष
चित्रकार की स्मृति को अनौपचारिकता के साथ because समर्पित इस कार्यक्रम में बूढ़े, युवा, सामान्य, विशिष्ट - सभी जन सहज भाव से बारिश की बूंदों के बीच केवल अमृता शेरगिल की स्मृति से स्पंदित खड़े थे.
ज्योतिष
अमृता शेरगिल बीसवीं सदी की because म...