Tag: Uttarkashi

उत्तरकाशी: छात्रों को दिलाई नशामुक्ति की शपथ

उत्तरकाशी: छात्रों को दिलाई नशामुक्ति की शपथ

उत्तरकाशी
मुख्य शिक्षा अधिकारी नरबीर सिंह बिष्ट ने छात्रों से नशे से दूर रहने का किया अवह्वान पीएमश्री राजकीय आदर्श कीर्ति इंटर कॉलेज उत्तरकाशी में नशामुक्ति भारत अभियान सप्ताह के तहत पोस्टर, पेंटिंग, स्लोगन, नारे लेखन और कविता और गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतराष्ट्रीय दिवस पर विद्यालय में एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर कैप्टेन एल.पी.एस.परमार ने छात्रों को नशामुक्त की शपथ दिलाई. इस दौरान विद्यालय में नशा मुक्ति हेतु दगड़िया- फ्रेंड क्लब का गठन किया गया. राजकीय कीर्ति इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी उत्तरकाशी नरबीर सिंह बिष्ट ने छात्रों से नशे से दूर रहने का अवह्वान किया. जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शैलेन्द्र अमोली द्वारा एनसीसी कैडेट्स से अपील की कि नशामुक्ति कि शुरुआत पहले हम अपने घर और विद्यालय से करें. विद्या...
उत्तरकाशी : 20 सालों से लकड़ी की पुलिया का सहारा, हर दिन हथेली पर जान, अब करेंगे भूख हड़ताल!

उत्तरकाशी : 20 सालों से लकड़ी की पुलिया का सहारा, हर दिन हथेली पर जान, अब करेंगे भूख हड़ताल!

उत्तरकाशी
मोरी: पांच गांवों को जोड़ने के लिए एक पुलिया 20 साल पहले बनी थी, जिसकी हालत बदहाल हो चुकी है। आपको जानकार हैरानी होगी कि यह पुलिया लोहे या सीमेंट से नहीं बनी है, बल्कि लकड़ी से बनी हुई है। इसी पुलिया से हर दिन पांच गावों के लोग सफर करते हैं। खतरा इतना कि इस पर एक बार में दो-तीन लोगों का जाना भी खतरे से खाली है। पुलिया इतनी जर्जर हो चुकी है कि लोग रोजाना जान हथेली पर रखकर इसी पुलिया से आते-जाते हैं। यह पुलिस विधायक दुर्गेश्वर लाल की विधानसभा क्षेत्र ही नहीं, बल्कि उनके अपने गृह क्षेत्र में ही है। यहां लोग सालों से परेशानियों से जूझ रहे हैं। लेकिन, कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं है। मोरी ब्लॉक के राला से कासला को जोड़ने वाली पैदल पुलिया लंबे समय से क्षतिग्रस्त है। कई बार ग्रामीण पुलिया की जगह पर पक्के पुल की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी किसी ने नहीं सुनह। ग्रामीणों के संपर्क का पैदल सम्पर्...
समाज के सभी वर्गों के स्वीकार्य नेता थे सकल चंद रावत 

समाज के सभी वर्गों के स्वीकार्य नेता थे सकल चंद रावत 

स्मृति-शेष
चन्द्र भूषण बिजल्वाण,पुरोला उत्तरकाशी बसंत के आगमन के साथ ही उत्तरकाशी जनपद के रवांई में एक प्रखर विचारक, चिंतक, कानूनवेता, साहित्यकार, रंगकर्मी और राजनीतिक मामलों की जानकार सकलचंद रावत का जन्म नौगांव विकासखंड की सुनारा गांव में श्री नौनिहाल सिंह रावत के घर पर 2 फरवरी 1942 को हुआ. इनकी प्रारंभिक शिक्षा नौगांव के एक प्राइवेट स्कूल में हुई. कक्षा 8 की परीक्षा पुरोला से उत्तीर्ण की . इसके पश्चात हाई स्कूल एवं इंटर की पढ़ाई राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज उत्तरकाशी की. जब रावत उत्तरकाशी पढ़ते थे तो एक बार छात्रों में शर्त लगी कि गंगा नदी को जो पार करेगा उसे विद्यालय का मॉनिटर बनाया जाएगा. रावत ने यह शर्त जीत ली और उन्हें मॉनिटर बना दिया गया. छात्र जीवन से खेलकूद में रुचि होने के कारण गोला फेंक, चक्का फेंक, कबड्डी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अग्रणी पंक्ति में रहे. इंटरमीडिएट उत्तरकाशी से करने के...
कोटियाल गांव में सिलिंडर में गैस लीक होने से लगी आग, महिला गंभीर रूप से झुलसी, हायर सेंटर रेफर

कोटियाल गांव में सिलिंडर में गैस लीक होने से लगी आग, महिला गंभीर रूप से झुलसी, हायर सेंटर रेफर

उत्तरकाशी
नौगांव ब्लॉक के कोटियाल गांव में गैस सिलेंडर से गैस लीक होने के कारण आग लग गई. बताया जा रहा है रात का खाना बनाने के बाद परिवार वाले शायद गैस सिलेंडर को रेग्युलेटर से बंद करना ​भूल गए, जिस वजह से पूरी रात गैस रिसती रही और सुबह जब खाना बनाने के लिए रसोई घर में घूसे तो गैस जलाते ही उसने आग पकड़ ली. जिसमें घर के अंदर एक महिला बुरी तरह से झुलस गई. उक्त महिला को गांव वालों की मदद से सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे देहरादून में हायर सेंटर रेफर कर दिया. कोटियाल गांव निवासी आशिता डोभाल ने बताया कि आग लगने से घर के कमरों और खिड़की दरवाजों को भी नुकसान हुआ है. गावों ने बताया कि प्रेमवती नौटियाल हमेशा की तरह शाम को खाना खाने के बाद कमरे में सोने चली गई. हो सकता है कि उन्होंने चूल्हे का बटन पूरी तरह बंद नहीं किया हो या रेग्युलेटर से गैस लीक हो रही हो. सिलिंडर से गैस पूरी रात...
आस्था का सैलाब: चालदा महासू महाराज की प्रवास यात्रा का क्रम

आस्था का सैलाब: चालदा महासू महाराज की प्रवास यात्रा का क्रम

देहरादून
भारत चौहान कश्मीर से हनोल की महासू महाराज की प्रवास यात्रा का एक लंबा क्रम है, हनोल (Hanol) में प्रकटीकरण के पश्चात बोटा महाराज हनोल में ही विराजित रहते हैं. जबकि चालदा महाराज जौनसार-बावर, उत्तरकाशी (Uttarkashi) एवं हिमाचल (Himachal) प्रदेश में प्रवास करते हैं. चालदा महाराज की प्रवास यात्रा के इतिहास की लंबी कढ़ी है परंतु ब्रिटिश सरकार ने चालदा महाराज के प्रवास को दो भागों में विभक्त किया एक भाग साटी बिल (तरफ) मतलब जौनसार बावर एवं आंशिक हिमाचल का क्षेत्र जिसके वजीर दीवान सिंह जी है जो बावर क्षेत्र के बास्तील गांव के निवासी है और दूसरा भाग पासी बिल मतलब उत्तरकाशी जनपद व हिमाचल प्रदेश का क्षेत्र. जिसके वजीर जयपाल सिंह जी है जो ठडीयार गांव के निवासी है. (यहां यह बात ध्यान रखने योग्य है कि चालदा महाराज के वजीर महाराज के प्रवास यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था करते हैं. कहां पर कब प्रवास होना है यह...
उत्तरकाशी: बिगराड़ी गांव का बड़ा फैसला, मेहंदी, शादी समेत सभी सार्वजनिक आयोजनों में शराब और डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध

उत्तरकाशी: बिगराड़ी गांव का बड़ा फैसला, मेहंदी, शादी समेत सभी सार्वजनिक आयोजनों में शराब और डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध

उत्तरकाशी
बड़कोट: समाज में बढ़ते शराब के प्रचलन को रोकने के लिए रंवाई घाटी से बड़ी पहल शुरू की गई है. नौगांव ब्लॉक के बिगराड़ी गांव में भी शराब पर मेहंदी, शादी और किसी भी तरह के सार्वजनिक आयोजनों में पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह फैसला ग्रामसभा की खुली बैठक में लिया गया. शराब के बढ़ते प्रचलन से जहां युवा पीढ़ी नशे से बर्बाद हो रही है. वहीं, लोगों पर बेवजह का आर्थिक बोझ भी पड़ रहा है. इससे बड़ी बात यह है कि डीजे और शराब के कारण मेहमानबाजी की परंपरा और तांदी गीतों की संस्कृति भी भूलते जा रहे हैं. शादी में अधिकांश यह देखने को मिलता है कि शराब पीने वालों पर ही सबका ध्यान होता है. ऐसे में अन्य व्यवस्थाएं गड़बड़ा जाती हैं. गांवों डीजे पूरी रात बजता रहता है. जिसके चलते शादी वाला परिवार सही से अगले दिन की तैयारी भी नहीं कर पाते हैं. गांव के अन्य लोग भी परेशान रहते हैं. इस सभी विकृतियों से बचने और य...
रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की अविरल लौ जलाते रहे राजेन्द्र असवाल

रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की अविरल लौ जलाते रहे राजेन्द्र असवाल

देहरादून, साहित्‍य-संस्कृति
पुण्य स्मरण: पुण्य तिथि (30 मई) पर विशेष महावीर रवांल्टा रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की बात करें तो आज अनेक लोग इस क्षेत्र में सक्रिय हैं लेकिन इस क्षेत्र से किसी भी  नियमित पत्र का प्रकाशन नहीं हो सका सिर्फ अस्सी के दशक के पूर्वाद्ध में  बर्फिया लाल जुवांठा और शोभा because राम नौडियाल के संपादन में पुरोला से निकले 'वीर गढ़वाल' की जानकारी मिलती है. सन् 1992 ई में पुरोला से पहली बार 'रवांई मेल' (साप्ताहिक) समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ हुआ और इसके संस्थापक, प्रकाशक व संपादक थे- राजेन्द्र असवाल. अपनेपन राजेन्द्र असवाल का जन्म नौगांव विकासखंड के because बलाड़ी गांव में 1 जनवरी सन् 1964 ई को हुआ था.आपके पिता का नाम नैपाल सिंह और मां का नाम चंद्रमा देवी था.तीन भाईयों में आप घर के सबसे बड़े बेटे थे. आपकी आरंभिक शिक्षा गांव में ही हुई फिर राजकीय इंटर कालेज नौगांव से करने के बाद स्नातक ...
जिलाधिकारी ने दिए घर-घर जाकर सघन चेकिंग अभियान के निर्देश

जिलाधिकारी ने दिए घर-घर जाकर सघन चेकिंग अभियान के निर्देश

उत्तरकाशी
नीरज उत्तराखंडी, उत्तरकाशी कोरोना संक्रमण में निरन्तर हो रही वृद्धि को लेकर जनपद में कोविड -19 नियमों में सख्ती की गई है. मास्क  नहीं पहनने व होम आइसोलेशन नियमों का अनुपालन नहीं करने पर कल से उत्तरकाशी व बड़कोट में सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश उप जिलाधिकारी को दिए गए. बाजार में बिना मास्क के because लोगों का आवगमन कतई न हो तथा होम आइसोलेशन नियमों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु सर्विलांस टीम को घर-घर जाकर सघन चेकिंग अभियान के निर्देश दिए गए है. उत्तरकाशी आगामी 1 मई से 18 वर्ष के ऊपर सभी का कोविड वैक्सिननेशन होगा इसके लिए अभी से पुख्ता तैयारी कर ली जाय. शुरुआत में 50 सेशन साइट का चयन करने because के साथ ही प्रत्येक सेशन साइट पर कोविड वैक्सीन टीम बनाने को कहा, ताकि 1 मई से त्वरित गति से वेक्सीन लगाने का कार्य प्रारम्भ किया जा सकें. जिलाधिकारी रविवार को जिलाधिकारी म...
पर्वतारोहण और ट्रैकिंग से स्वरोजगार की पहल…

पर्वतारोहण और ट्रैकिंग से स्वरोजगार की पहल…

चमोली, पर्यटन
शशि मोहन रवांल्टा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी श्रीराम शर्मा के गीत ‘करो राष्ट्र निर्माण बनाओ मिट्टी से सोना’ जी हां! इस गीत की पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया है उत्तरकाशी जिले because के दूरस्थ गांव सौड़-सांकरी के चैन सिंह रावत ने. उन्होंने पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के काम को पर्यटन व्यवसाय से जोड़ा है. अब उनके गांव के हर नौजवान के पास ‘होम स्टे’ के रूप में स्वरोजगार है. बसंत ऋतु उत्तरकाशी जिले के so सीमान्त विकासखण्ड मोरी के दूरस्थ गांव सांकरी में वर्ष के 10 माह तक पर्यटकों की आमद देखने को मिलती है. जनवरी और फरवरी माह में यह सम्पूर्ण घाटी बर्फ से ढक जाती है. यहां पर हरे-भरे जंगल, गोविंद पशु विहार नेशनल पार्क और सैंचुरी (Govind Pashu Vihar National Park & Sanctuary), सेब के बागान, पास में बह रही सुपीन नदी, हरकीदून बुग्याल, केदारकांठा ट्रैक, जुड़ी ताल की सैर, इसके अलावा इस घाटी में स...
अस्तित्व ने छूआ आसमान

अस्तित्व ने छूआ आसमान

उत्तरकाशी
नीरज उत्तराखंडी, पुरोला उत्‍तरकाशी   प्रतिभा उम्र की मौहताज नहीं होती, छोटी अवधि में बड़ी उपलब्धि. but जी हां ऐसा ही कर दिखाया रवांई की माटी के बाल लाल 13 वर्षीय अस्तित्व डोभाल ने. "उत्तराखंड के किस बालक ने soथाईलैंड रूरल टूर्नामेंट स्केटिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते हैं?" पीसीएस पीसीएस की मैन परीक्षा में जब उक्त प्रश्न से because आप का सामना हो या प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों में आप से यह प्रश्न पूछा जाय और आप चक्कर में पड़ जाय तो घबराइए नहीं, इस प्रश्न का सही उत्तर दे कर यदि आप को परीक्षा में अपने लक्ष्य का अस्तित्व बचाना है, तो जिस बालक का नाम आप को अपनी उत्तर पुस्तिक पर लिखना है, because उससे सुनकर आप का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा. यह बालक कोई और नहीं देव भूमि उत्तराखंड की रवांई घाटी बड़कोट निवासी चक्रगांव के बाल लाल अस्तित्व डोभाल है. परीक्षा जनपद उत्तरक...