Tag: Uttarakhand

चारधाम यात्रा: तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव की तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक

चारधाम यात्रा: तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव की तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक

देहरादून
उत्तराखण्ड में आगामी माह से शुरू होने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा से जुड़े होटल व्यवसायियों, तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक आयोजित की गई. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में जितनी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे थे, इस बार उससे अधिक आने की संभावना है, लिहाज़ा सरकार हर स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में कपाट खुलने से पहले बिजली- पानी की व्यवस्था को सुचारू कर दिया जाए. अपर मुख्य सचिव ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और भी सुलभ बनाए जाने के निर्देश दिए. अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी प्रतिनिधियों स...
बोहेको: उत्तराखंड में औद्योगिक भांग की सफलतापूर्वक खेती  

बोहेको: उत्तराखंड में औद्योगिक भांग की सफलतापूर्वक खेती  

देश—विदेश
बोहेको (BOHECO) ने उत्तराखंड में 0.3% टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) कॉन्टेंट के साथ स्टैंडर्डाइज़्ड इंडस्ट्रियल हेम्प के पहले प्रोटोटाइप की सफलतापूर्वक खेती की हिमांतर विशेष संवाददाता मुंबई. भारत की अग्रणी इंडस्ट्रियल हेम्प (औद्योगिक भांग) और मेडिकल कैनाबिस (चिकित्सा गांजा) कंपनी, बॉम्बे हेम्प कंपनी (BOHECO), उत्तराखंड, का नाम भारत में because स्टैंडर्डाइज़्ड इंडस्ट्रियल हेम्प के पहले चक्र की सफलतापूर्वक खेती करने वाली कम्पनीज़ में से एक के रूप में दर्ज है. जिला प्रशासन, बागेश्वर और कृषि विभाग, बागेश्वर के सहयोग से बीज प्रजनन और पादप आनुवंशिकी (प्लांट जेनेटिक्स) में व्यापक शोध के माध्यम से, स्टैंडर्डाइज़्ड इंडस्ट्रियल हेम्प में 0.3% अनुमानित टीएचसी कंसंट्रेशन है. ज्योतिष यह पहली बार है, जब भारत में कोई कंपनी सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार मानकीकरण के लिए इंडस्ट्रियल-ग्रेड हेम्प क...
चारधाम यात्रा : नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर धामी सरकार!

चारधाम यात्रा : नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर धामी सरकार!

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में पूरी सरकार लगी हुई है। कारोना काल के बाद खुली इस यात्रा ने तीर्थयात्रियों की संख्या को लेकर अभी तक अपने पुराने सभी रिकार्ड तोड़ दिये हैं। देश-दुनिया से लगातार यात्रियों का चारधाम की यात्रा पा आना जारी है। यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसको लेकर धामी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हुई हैं। यात्री भी धामी सरकार के द्वारा की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आ रहे हैं। मानसून के बाद एक बार फिर यात्रियों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। चारधाम दर्शनों के लिए आने वाले यात्रियों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए सचिव पर्यटन और उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सीईओ सचिन कुर्वे ने उम्मीद जताई है कि इस बार तीर्थयात्रियों की संख्या नया कीर्तिमान स्थापित करेगी। चारधाम त...
मुख्यमंत्री धामी ने किया ललित शौर्य की पुस्तक का विमोचन

मुख्यमंत्री धामी ने किया ललित शौर्य की पुस्तक का विमोचन

पिथौरागढ़
हिमांतर ब्यूरो, पिथौरागढ़ कैंप कार्यालय देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के यशस्वी बाल साहित्यकार ललित शौर्य के बाल कहानी संग्रह स्वच्छता के सिपाही का विमोचन किया. इस पुस्तक में नौ कहानियां संकलित हैं. सभी कहानियां स्वच्छता को आधार बनाकर लिखी गई हैं. मुख्यमंत्री ने पुस्तक के लेखक ललित शौर्य के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, पुस्तक स्वच्छता के सिपाही समाज में स्वच्छता का भाव जागृत करने वाली तथा बच्चों एवं युवाओं को स्वच्छता का संदेश देने में मददगार होगी. यह पुस्तक बाल साहित्य में मील का पत्थर साबित होगी. इसको पढ़ने से बच्चों एवं युवाओं में स्वच्छता के संस्कार पैदा होंगे.  मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता समय की जरूरत है. पुस्तक के लेखक ललित शौर्य ने बताया कि वह इससे पूर्व में बाल साहित्य की नौ किताबें लिख चुके हैं.पुस्तक स्वच्छता के सिपाही देश के प्र...
रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की अविरल लौ जलाते रहे राजेन्द्र असवाल

रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की अविरल लौ जलाते रहे राजेन्द्र असवाल

देहरादून, साहित्‍य-संस्कृति
पुण्य स्मरण: पुण्य तिथि (30 मई) पर विशेष महावीर रवांल्टा रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की बात करें तो आज अनेक लोग इस क्षेत्र में सक्रिय हैं लेकिन इस क्षेत्र से किसी भी  नियमित पत्र का प्रकाशन नहीं हो सका सिर्फ अस्सी के दशक के पूर्वाद्ध में  बर्फिया लाल जुवांठा और शोभा because राम नौडियाल के संपादन में पुरोला से निकले 'वीर गढ़वाल' की जानकारी मिलती है. सन् 1992 ई में पुरोला से पहली बार 'रवांई मेल' (साप्ताहिक) समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ हुआ और इसके संस्थापक, प्रकाशक व संपादक थे- राजेन्द्र असवाल. अपनेपन राजेन्द्र असवाल का जन्म नौगांव विकासखंड के because बलाड़ी गांव में 1 जनवरी सन् 1964 ई को हुआ था.आपके पिता का नाम नैपाल सिंह और मां का नाम चंद्रमा देवी था.तीन भाईयों में आप घर के सबसे बड़े बेटे थे. आपकी आरंभिक शिक्षा गांव में ही हुई फिर राजकीय इंटर कालेज नौगांव से करने के बाद स्नातक ...
हंसध्वनि थियेटर में उत्तराखंड के कलाकारों ने बांधा समा

हंसध्वनि थियेटर में उत्तराखंड के कलाकारों ने बांधा समा

देश—विदेश
40वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारम्भ हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली प्रगति मैदान में चल रहे 40वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय because व्यापार मेले में उत्तराखंड दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या एवं उत्तराखंड पैवेलियन में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के पर्यटन, तीर्थाटन, धार्मिक मेले एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया. ज्योतिष इस अवसर पर हंसध्वनि थियेटर because में उत्तराखंड के कलाकारों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. सांस्कृतिक सन्ध्या के माध्यम से राज्य की विशिष्ट संस्कृति का अवलोकन विभिन्न क्षेत्रों से आये दर्शकों द्वारा किया गया. ज्योतिष कोविड-19 के पश्चात् प्रथम बार आयोजित हो रहे भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वा...
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस: पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा देने की मांग

राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस: पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा देने की मांग

देहरादून
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर संगोष्ठी आयोजन,  फर्जी मुकदमों और बढ़ते हमलों पर जताई चिन्ता हिमांतर ब्यूरो, देहरादून राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आज राजधानी देहरादून में पत्रकारों ने एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस आयोजन पर पत्रकारों ने मौजूूदा समय में पत्रकारिता की चुनौतियों because और समस्याओं पर चर्चा की. पत्रकारों ने इस बात की चिंता जताई कि मौजूदा समय में पत्रकारों पर हमले बढ़ गये हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर खतरा है. आयोजन में उपस्थित सभी पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर सरकार से वार्ता करने की बात कही. साथ ही कहा गया कि पत्रकार और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर जोर दिया जाएगा. ज्योतिष संगोष्ठी में पत्रकारों ने सरकार से मांग की कि कोरोना काल में प्रभावित पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक सहयोग के साथ ही उनको सरकारी नौकरी भी दी जाए. साथ ही because म...
उत्तराखंड स्थापना दिवस : 21 वर्षों में मुख्मंत्रियों के सिवा बदला क्या?

उत्तराखंड स्थापना दिवस : 21 वर्षों में मुख्मंत्रियों के सिवा बदला क्या?

देहरादून
उत्तराखंड स्थापना दिवस पर विशेष प्रकाश उप्रेती उत्तराखंड राज्य के हिस्से में जो कुछ अभी है वह KBC यानी ‘कौन बनेगा करोडपति’  का एक प्रश्न है. यही हमारा हासिल भी है. हमारे यहाँ कौन बनेगा सीएम (KBC) सिर्फ because चुनाव के समय का प्रश्न नहीं है बल्कि स्थायी प्रश्न है. इसीलिए स्वास्थ्य, रोजगार, शिक्षा, कृषि, पर्यटन, परिवहन, पलायन आदि की स्थिति में कोई गुणात्मक अंतर इन 21वर्षों में नहीं आया है लेकिन वहीं इन 21 वर्षों में हमने 11 मुख्यमंत्री जनता पर थोप दिए. असल में यही हमारी 21 वर्षों की बड़ी उपलब्धि है. ज्योतिष एक राज्य के हिस्से में 21 वर्ष का समय क्या वाकई में वयस्क और परिपक्व होने का पर्याप्त समय है! विकास के पंचवर्षीय वादों पर वोट लुटा देने वाले नागरिक समाज के लिए 21 वर्ष के क्या मायने हैं. इन वर्षों में उन सपनों का क्या हुआ जिनके लिए संघर्ष किया गया था. इन 21 वर्षों में साल-दर-साल प...
निर्धनों, वंचितों और समाज के शोषितों के न्याय प्रदाता राजा ग्वेल

निर्धनों, वंचितों और समाज के शोषितों के न्याय प्रदाता राजा ग्वेल

धर्मस्थल
डॉ. मोहन चंद तिवारी राजा ग्वेल देवता खुशहाल,समतावादी और न्यायपूर्ण, राज्य व्यवस्था के प्रतिमान हैं. राजा ग्वेलदेव ने समाज के रसूखदारों और दबंगों को खबरदार करते हुए कहा मेरे राज्य में कोई भी बलवान निर्बल को और धनवान निर्धन को नहीं सता सकता-  “न दुर्बलं कोऽपि बली मनुष्यो, बलेन बाधेत मदीयराज्ये.” ज्योतिष कुमाऊंनी दुदबोली के रचनाकार लोककवियों और स्थानीय जागर गाथाओं को आधार बनाकर आधुनिक संस्कृत साहित्य के लब्धप्रतिष्ठ विद्वान् डा.हरिनारायण दीक्षित जी ने अपने महाकाव्य ‘श्रीग्वल्लदेवचरितम्’ में न्यायकारी महानायक ग्वेल देवता के जिस चरित्र का महामंडन किया है वह आधुनिक युगबोध की भ्रष्टाचार और शोषणपूर्ण राज्य व्यवस्था से सीधे संवाद करने वाला अति उत्तम महाकाव्य है. ज्योतिष यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि हमारे स्कूल और कालेज के राजनीतिशास्त्र के विद्द्यार्थियों को यूनान और मिश्र की मृत सभ्यत...
गोरिल के पिता हालराई थे या झालराई?

गोरिल के पिता हालराई थे या झालराई?

धर्मस्थल
एक गवेषणात्मक विवेचना डॉ. मोहन चंद तिवारी न्याय देवता गोरिल से सम्बंधित चर्चा के संदर्भ में प्रायः यह जिज्ञासा प्रकट की जाती रही है कि गोरिल के पिता का नाम हालराई था अथवा झालराई? यह जिज्ञासा इसलिए भी स्वाभाविक है कि मैंने प्रो.हरि नारायण दीक्षित जी द्वारा रचित महाकाव्य ‘श्रीग्वल्लदेवचरितम्’ के संदर्भ में जो समालोचनात्मक चर्चा चलाई है,उसके अनुसार ग्वेलदेवता के पिता because का नाम हालराय ही है. किन्तु सामान्य रूप से देखा जाए तो ग्वेलदेवता के पिता के सम्बंध में दोनों प्रकार की मान्यताएं लोक प्रचलन में हैं. कहीं जागर कथाओं में ग्वेल देवता के पिता का नाम झालराई तो कहीं हालराई गाया जाता है. ग्वेलदेवता विषयक लिखित साहित्य में भी दो तरह के संस्करण प्रचलित हैं.कहीं झालराई को तो कहीं हालराई को गवेल्ज्यू का पिता कहा गया है. नेता जी इतिहासकार ई टी एटकिंसन, तारादत्त गैरोला, डा. देवसिंह पो...