एक पत्रकार का दर्द… खतरे में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ!
जंक खाये मीडिया तंत्र में न्यूज़ पोर्टल ही टारगेट पर क्यों?
वरिष्ठ पत्रकार मनोज इष्टवाल की फेसवुक वॉल से
आज अच्छा लगा बहुत सारे मीडिया के वे साथी एक प्लेटफार्म पर दिखे जो वास्तव में लोक तंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जा सकते हैं. पहल न्यूज़ 18 के स्थानीय संपादक अनुपम त्रिवेदी ने की... शायद वे इस बात से व्यथित थे कि न्यूज़ पोर्टल की आड़ में स्टिंग व उगाहीबाज कुकुरमुत्ते की तरह इस तंत्र को चौपट करने में तुले हैं. यह व्यथा सिर्फ उन्हीं की नहीं है बल्कि उस हर पत्रकार की भी है जिसने बर्षों मीडिया संस्थानों को निष्पक्ष पत्रकारिता कर उस मीडिया हाउस को बड़ा नाम देने के लिए जी तोड़ मेहनत कर खड़ा करने में अहम् भूमिका निभाई लेकिन जब उसका नम्बर आया तो इन बनियाओं ने उन्हें दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल बाहर किया.
नई जनक्रांति आई "ऑन द स्पॉट न्यूज़" विकसित होने के विश्व भर में सोशल प्लेटफार्म तैयार हुआ. जो ...