Tag: Indian Medicinal Plants

केतली मे धुरचुक

केतली मे धुरचुक

ट्रैवलॉग
मंजू दिल से… भाग-8 मंजू काला यूँ तो पालम पुर, हिमाचल की सुरम्य उपत्यकाओं में बसा हुआ एक छोटा सा पर्वतीय स्थल है. हिमाचल की इस छोटी सी सैरगाह को “धौलाधार” के साये में पली कांगड़ा घाटी के so नाम से भी जाना जाता है. समुद्र तल से 1205 मीटर की ऊँचाई पर स्थित because पालमपुर सर्दी हो या गर्मी, हर मौसम में सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है. कहा जाता है कि पालमपुर की उत्पत्ति स्थानीय बोली के “पुलम” शब्द से हुई थी. जिसका अर्थ पर्याप्त जल होता है. जानिए गा के यहाँ जल की कोई कमी नहीं है… हर तरफ पानी के चश्मे, सोते और झरने मौजूद हैं! शायद इसीलिए यहाँ की because हवाओं में शीतलता के साथ नमीं भी है. यही एक विशिष्टता है जो कि चाय की खेती के लिए पूरी तरह से मुफीद है. शीतलता पालमपुर की इसी विशिष्टता को भांपकर 1849 में because डॉ. जमसन ने यहाँ पहली बार चाय की खेती की थी... जो कि कालांतर में वैश...