Tag: Capital of Greece

…यूरोपियन महिलाएं एशियन को वोट देना नहीं चाहती!

…यूरोपियन महिलाएं एशियन को वोट देना नहीं चाहती!

संस्मरण
स्व. कला बिष्ट की एथेंस (यूनान) यात्रा का रोचक वृत्तांत, भाग—2 स्व. कला बिष्ट  07 अक्टूबर, 1992 महिलाओं की समस्या परbecause वर्कशॉप चल रही है, जिसमें ग्रुप डिस्कसन हो रहा है. मुख्य विषय निम्न हैं:- गर्ल चाइल्ड व because महिलाओं के सामाजिक, राजनैतिक अधिकार. महिलाओं को because पुरूषों के समान शिक्षा. बढ़ती because जनसंख्या पर रोक. उत्तराखंड इस दिन 1.30 बजे म्यूनिसिपल हॉल में पहुंचते हैं, जहां मेयर की ओर से दोपहर के भोजन में हमें आमंत्रित किया गया है. यह हॉल भी कलात्मक ढंग से सजाया गया है. because अब तक जितने मेयर हो चुके हैं, उनकी मूर्तियां काले-सफेद रंग की मिट्टी से बनी हैं. इतनी साकार लगती हैं कि जैसे अभी बोल पड़ेंगी. यहां भी छत की सीलिंग को कलात्मक ढंग से सजाया गया है. बताते हैं कि मेयर के कार्यालय में 41 सदस्य हैं, जिनमें से 19 महिलाऐं हैं. सदस्यों का चुनाव 4 व...
… मेरे नहीं कहने पर बिन्दी की ओर ईशारा कर कहता है- “ओ हिन्दी”

… मेरे नहीं कहने पर बिन्दी की ओर ईशारा कर कहता है- “ओ हिन्दी”

संस्मरण
भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय नैनीताल की संस्थापक प्रधानाचार्य स्व. कला बिष्ट ने वर्ष 1992 में ऑल इण्डिया वीमेन्स कान्फ्रेंस की सचिव की हैसियत से देश की 8 महिलाओं के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती शोभना रानाडे के नेतृत्व में एथेन्स (यूनान) में प्रतिभाग किया. so अवसर था ’इन्टरनेशनल एलाइन्स ऑफ वीमेन्स’ की 29वीं कांग्रेस का अधिवेशन. स्व. कला बिष्ट को ही नैनीताल में सर्वप्रथम ऑल इण्डिया वीमेन्स कान्फ्रेंस की शुरुआत का श्रेय जाता है. 04 अक्टूबर से 13 अक्टूबर 1992 तक की यूनान यात्रा का स्व. कला बिष्ट का रोचक यात्रा-वृतान्त कान्फ्रेंस की पत्रिका ’’साक्षी’’ के 1994 के अंक में प्रकाशित हो चुका है. एथेन्स की धरती पर उनके क्या खट्टे-मीठे अनुभव रहे, उनके उस यात्रा वृतान्त को शब्दशः हिमांतर में प्रकाशित किया जा रहा है, प्रस्तु​त है उनकी पहली किस्त स्व. कला बिष्ट की एथेंस (यूनान) यात्रा का रोचक वृत...