Tag: सिक्किम

बादल फटने से तबाही, पुल बहे, घर गिरे, सेना के 23 जवानों समेत 50 से ज्यादा लापता

बादल फटने से तबाही, पुल बहे, घर गिरे, सेना के 23 जवानों समेत 50 से ज्यादा लापता

उत्तराखंड हलचल
सिक्किम में बादल फटने से भारी तबाही नजर आई, कहीं पुल बह गए तो कहीं घर, तो कहीं रास्ते भी नहीं बचे. सिक्किम के अलग-अलग जिलों से तकरीबन 50 लोगों के लापता होने की भी खबर है. इसमें 23 सेना के जवान भी शामिल हैं. बुधवार सुबह गंगटोक, ताशी, चोपल, पैकयोंग, रैंगपो समेत आसपास के सभी जिलों में हालात बेकाबू नजर आए, अनगिनत इमारतों को नुकसान पहुंचा और तकरीबन 6 घर बाढ़ में बह गए. वन विभाग का एक गेस्ट हाउस, दो सरकारी क्वार्टर, पुलिस चौकी भी बाढ़ से नहीं बच सका. तीस्ता में आई विकराल बाढ़ से सेना के कुछ कैंपों को भी नुकसान पहुंचा है. देर रात तकरीबन डेढ़ बजे बादल फटा था. इसके बाद लाचेन घाटी में अचानक बाढ़ आ गई. पानी का दबाव इतना बढ़ा की चुंगथांग बांध से पानी छोड़ना पड़ा. इससे हालात और विकराल हो गए और सिक्किम के ज्यादातर जिले इसकी चपेट में आ गए. हालात ऐसे थे कि तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फीट बढ़ गया. इसस...
सबको स्तब्ध कर गया दिनेश कंडवाल का यों अचानक जाना

सबको स्तब्ध कर गया दिनेश कंडवाल का यों अचानक जाना

संस्मरण
भूवैज्ञानिक, लेखक, पत्रकार, प्रसिद्ध फोटोग्राफर, घुमक्कड़, विचारक एवं देहरादून डिस्कवर पत्रिका के संस्थापक संपादक दिनेश कण्डवाल का अचानक हमारे बीच से परलोक जाना सबको स्तब्ध कर गया. सोशल मीडिया में उनके देहावसान की खबर आते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लेकर हर पत्रकार एवं आम लोगों द्वारा उन्हें अपने—अपने स्तर और ढंग से श्रद्धांजलि दी गई. हिमांतर.कॉम दिनेश कंडवाल को श्रद्धासुमन अर्पित करता है. कंडवाल जी का जाना हम सभी के लिए बेहद पीड़ादाय है. उनको विनम्र अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि… मनोज इष्टवाल पहली मुलाक़ात 1995....... स्थान चकराता जौनसार भावर की ठाणा डांडा थात. गले में कैमरा व एक खूबसूरत पहाड़ी महिला के साथ “बिस्सू मेले” में फोटो खींचता दिखाई दिया यह व्यक्ति. गले में लटका कैमरा Nikon F-5 . मैं अचम्भित था कि चकराता में यह जापानी, चीनी या फिर कोरियन व्यक्ति कैसे आया व इनके सम्पर्...