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पाञ्चजन्य एवं Organiser के आर्ट डायरेक्टर शशि मोहन रवांल्टा ‘हिलरत्न सम्मान’ से सम्मानित

पाञ्चजन्य एवं Organiser के आर्ट डायरेक्टर शशि मोहन रवांल्टा ‘हिलरत्न सम्मान’ से सम्मानित

दिल्ली-एनसीआर
हिलमेल के रैबार कार्यक्रम में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के हाथों मिला सम्मान प्रदीप रावत 'रवांल्टा' पाञ्चजन्य एवं Organiser के आर्ट डायरेक्टर शशि मोहन रवांल्टा को हिल-मेल की ओर से 'हिलरत्न सम्मान' से सम्मानित किया गया है. शशि को यह सम्मान दिल्ली में आयोजित हिलमेल के रैबार कार्यक्रम में दिया गया. इससे पहले भी शशि मोहन रवांल्टा को कई अन्य सम्मान भी मिल चुके हैं. शशि मोहन रवांल्टा दिल्ली में रहते हैं, लेकिन दिल हमेशा अपने उत्तराखंड और अपनी थाती-माटी के लिए धड़कता है. उन्होंने रिवर्स माइग्रेशन की मिसाल पेश की. अपनी संस्कृति के प्रति उनका लगाव किसी से छुपा नहीं है. उनको हमेशा ही अपने लोक की चिंता रहती है. केवल चिंता ही नहीं, बल्कि उन्होंने धरातल पर भी काम करके दिखाया. शशि ने नौगांव में रवांई लोक महोत्सव की शुरुआत की. यह महोत्सव रवांई में एक नई सोच ...
पहाड़ के रंग, मशहूर चित्रकार जगमोहन बंगाणी के संग

पहाड़ के रंग, मशहूर चित्रकार जगमोहन बंगाणी के संग

कला-रंगमंच
शशि मोहन रवांल्टा दिल्ली के हौजखास विलेज में लोकायता आर्ट गैलरी (Lokayata Art Gallery) में 4 और 5 मार्च को एक चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित होने जा रही है, जिसमें पहाड़ के दूर—दराज गांवों से आए हुए 20 युवा because नवोदित चित्रकार प्रदर्शनी के माध्यम से अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे. इस प्रदर्शनी का आयोजन 'उद्यम' नाम की एक सामाजिक संस्था के सहयोग से किया जा रहा है. ज्योतिष 'पहाड़ के रंग' नाम से आयोजित चित्र प्रदर्शनी में because उत्तराखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के अलग—अलग गांवों से आए हुए नवोदित चित्रकार इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं. इस प्रदर्शनी में मुख्य भूमिका में उत्तराखंड के सीमांत जनपद उत्तरकाशी के मौंडा गांव के मशहूर चित्रकार जगमोहन बंगाणी हैं. ज्योतिष जगमोहन बंगाणी ने पिछले एक साल में उत्तराखंड के अल्मोड़ा, ऋषिकेश और मुक्तेश्वर में चित्रकला की दस—दस दिवसीय कला कार्यशालाएं...
देवलांग से रू-ब-रू करवाता दिनेश रावत द्वारा लिखित एक तथ्यात्मक गीत

देवलांग से रू-ब-रू करवाता दिनेश रावत द्वारा लिखित एक तथ्यात्मक गीत

साहित्‍य-संस्कृति, सोशल-मीडिया
पूर्णता एवं तथ्यात्मकता के साथ देवलांग की विशेषताओं से परिचय करवाता दिनेश रावत का यह गीत शशि मोहन रवांल्टा सीमांत जनपद उपर साहित्यकार दिनेश रावत द्वारा लिखित गीत अब तक का सबसे पूर्णता एवं तथ्यात्मकता गीत है. रवांई घाटी के सुप्रसिद्ध देवलांग उत्सव की विशेषताओं को दर्शाता यह गीत रामनवमी के अवसर पर लॉन्च किया गया. because गीत साहित्यकार दिनेश रावत ने लिखा, जिसे रवांई घाटी सुप्रसिद्ध गायिका रेश्मा शाह ने आवाज दी और राजीव नेगी ने संगीतबद्ध किया है. गाने को इस तरह से पिरोया गया है कि उसमें देवलांग के आयोजन को आसानी से समझा जा सकता है. देवलांग पर लिखे गए इस गीत को हारूल शैली में गाया व संगीतबद्ध किया गया है. हरताली गीत में देवलांग की तैयारियों से लेकर देवलांग के खड़े होने और वहां से आखिर ओल्ला को मड़केश्वर महादेव तक ले जाने की पूरी जानकारी दी गई है. देवलांग के आयोजन में एक—एक गाँव की हिस्से...