उत्तराखंड : पहले पिता फिर बेटी और बेटा भी बना सेना में अफसर, ऐसे ही ‘वीरभूमि’ नहीं कहलाती ‘देवभूमि’
देहरादून: उत्तराखंड की समृद्ध सैन्य परंपरा रही है। पीढ़ी-दर-पीढ़ी सेना में अपने सेवाएं दे रहे हैं। कई परिवार की तो तीन-चार पीढ़ियां तक सेना का हिस्सा रही हैं। उत्तराखंड का शायद ही कोई गांव ऐसा होगा, जहां से कोई सेना के किसी अंग में शामिल ना हो। ऐसा ही एक परिवार देहरादून का भी है।
देहरादून निवासी लेफ्टिनेंट ईशान डेविड वाशिंगटन अपने पिता कर्नल संजय वाशिंगटन के ही नक्शे कदम पर चल निकले हैं। वह आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से पास आउट हो गए हैं। ईशान ने बचपन में ही ठान लिया था कि वो भी अपने पिता की तरह ही सेना में अफसर बनेगा और उसे वह मुकाम हासिल कर दिखाया।
बड़ी बात यह है कि लेफ्टिनेंट ईशान उसी सिख रेजिमेंट में कमीशन हुए हैं, जिसमें 32 वर्ष पूर्व उनके पिता कमीशन हुए थे। केवल ईशन और उनके पिता ही नहीं। उनकी बहन इशिका डेविड वाशिंगटन भी सेना में अफसर हैं। इशिका 2022 में ओटीए से पासआउट हुई हैं। वह लेफ्टिने...