Tag: राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय

बड़कोट महाविद्यालय को नैक मूल्यांकन में मिले 2.0 अंक, हासिल किया “C” ग्रेड, 0.01 अंक से चुका “B” ग्रेड 

बड़कोट महाविद्यालय को नैक मूल्यांकन में मिले 2.0 अंक, हासिल किया “C” ग्रेड, 0.01 अंक से चुका “B” ग्रेड 

उत्तरकाशी
बड़कोट: राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट ने नैक मूल्यांकन में 2.0 अंक हासिल कर “सी” ग्रेड प्राप्त किया 0.01 अंक से महाविद्यालय “बी” ग्रेड से वंचित रह गया महाविद्यालय प्रशासन के अनुसार इतने कम संसाधनों में नैक उत्तीर्ण करना महाविद्यालय के लिए हर्ष का विषय है। नैक नोडल डॉ. अंजु भट्ट ने कहा कि महाविद्यालय में महाविद्यालय में प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, बहुउद्देशीय हाल, पर्याप्त टीचिंग स्टाफ, पूर्व छात्र परिषद का पंजीकृत न होना, खेल मैदान का न होना, महाविद्यालय गेट का ना होना, चार दिवारी का ना होने के कारण इतने कम अंक से “बी” ग्रेड पाने से वंचित रह गया। वहीं, महाविद्यालय प्रशासन एवं समस्त छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय नैक मूल्यांकन में उत्तीर्ण होने पर खुशी जताई कहा कि महाविद्यालय के लिए यह 30 वर्षों के बाद अति हर्ष का विषय है कि महाविद्यालय नैक मूल्यांकन उत्तीर्ण की श्रेणी में आया है...
उत्तराखंड के इतिहास में बड़ी खोज, 1000 साल पुरानी मूर्ति, भगवान शिव के अवतार लकुलीश और पाशुपत धर्म    

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इतिहास, उत्तरकाशी
प्रदीप रावत (रवांल्टा)  इतिहास को समझना और जानना बहुत कठिन है. परत दर परत, जितनी भी नई परतों को कुरेदते जाएंगे, हर परत के पीछे एक नई परत निकल आती है. इतिहास का प्रयोग विशेष रूप से दो अर्थों में किया जाता है. एक है प्राचीन या विगत काल की घटनाएं और दूसरा उन घटनाओं के विषय में धारणा. इतिहास शब्द का because तात्पर्य है कि "यह निश्चय था". ग्रीस के लोग इतिहास के लिए हिस्तरी शब्द का प्रयोग करते थे. हिस्तरी का शाब्दिक अर्थ बुनना होता है. ऐतिहासिक धरोहर इतिहास की कुछ ऐसी ही बुनावट उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले की यमुना घाटी (Yamuna Valley) में बिखरी पड़ी है. इस बनुवाट के बिखराव पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया. पुरातात्विक महत्व की इस ऐतिहासिक धरोहर को आज तक संजोन का प्रयास भी नहीं किया गया. पहली बार इतिहासकार डॉ. विजय बहुगुणा because ने यमुना घाटी के देवल गांव में बिखरी इतिहास की कुछ ऐ...