Tag: राजस्थान

राजस्थान में सीएम भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल में 22 विधायकों ने ली शपथ

राजस्थान में सीएम भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल में 22 विधायकों ने ली शपथ

उत्तराखंड हलचल
राजस्थान: राजस्थान में सीएम भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। मंत्रिमंडल में पहली बार और दूसरी बार चुने गए विधायकों को शामिल किया गया है। शनिवार को राजभवन में एक समारोह के दौरान 22 भाजपा विधायकों ने राजस्थान सरकार के मंत्री के रुप में शपथ ली। इस दौरान 12 ने कैबिनेट मंत्री, पांच ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पांच ने राज्य मंत्री के रुप में शपथ ली। समारोह के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। ये बने मंत्री  किरोड़ी लाल मीना मदन दिलावर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ गजेंद्र सिंह खींवसर बाबूलाल खराड़ी जोगाराम पटेल सुरेश सिंह रावत अविनाश गहलोत जोराराम कुमावत हेमंत मीना कन्हैया लाल चौधरी सुमित गोदरा इसी के साथ श्रीकरणपुर से बीजेपी प्रत्याशी रहे सुरेंद्रपाल टीटी विधायक बनने से पहले मंत्री बनाए गए हैं। सिरोही विधानसभा स...
राजस्थान के रण में अहम भूमिका निभाएगी देवभूमि की बेटी, मिली अहम जिम्मेदारी

राजस्थान के रण में अहम भूमिका निभाएगी देवभूमि की बेटी, मिली अहम जिम्मेदारी

देश—विदेश
राजस्थान: देवभूमि की बेटी भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत भारद्वाज को राजस्थान के विधानसभा चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने जिम्मेदारी मिलने के साथ ही अपने मिशन भी शुरू कर दिया है। लगातार लोगों को बीच पहुंचकर राजस्थान की गहलोत सरकार को बेनकाब करने का काम कर रही हैं। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री और उदयपुर जिला प्रवासी प्रभारी दीप्ति रावत ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वर्तमान सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने कार्यों, जनहितैषी नीतियों, सुशासन और विकास का रोड मैप लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान महिला अपराध में नंबर वन पर पहुंच गया है। केंद्र की मोदी सरकार ने महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण की पहल कर नारी का सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने भाजपा महिला मोर्चा उदयपुर शहर के नारी शक्ति सम्मेलन में महिलाओं को जी...
चोखी ढाणी : राजस्थान की समृद्ध विरासत और रंगीली संस्कृति की झलक

चोखी ढाणी : राजस्थान की समृद्ध विरासत और रंगीली संस्कृति की झलक

ट्रैवलॉग
सुनीता भट्ट पैन्यूली कुछ यात्रायें किसी मनोरंजन व मन के परिवर्तन के लिए नहीं वरन अपनी  संतति के प्रति ज़िम्मेदारियों के वहन हेतु भी होती हैं.इस प्रकार की परिसीमित, निर्धारित व व्यवस्थित  यात्राओं में घुमक्कड़ी की कोई रूपरेखा या because बुनावट नहीं होती है किंतु फिर भी आनन-फानन में समय की तंगी और बोझिलता के बीच भी यदि समय हम पर कृपालु होकर स्वयं हमें सुखद क्षण दे देता है कुछ मनोरंजन के लिए तो और भी सोने पर सुहागा. ज्योतिष यदि समय का अभाव है और किसी एक राज्य से because दूसरे राज्य में विशेष काम से गये हैं तिस पर  वहां की संस्कृति को एक ही दिन में जानने की जिज्ञासा हो तो कतई संभव नहीं है उसका पूर्ण होना. ज्योतिष ख़ैर हमने ऐसी कोई परिकल्पना भी नहीं की थी because क्योंकि हमारी यात्रा औचक थी.क्या किया जाये?अनायास ही उठे हुए कदमों को जाना तो होता है मंज़िल की ओर किंतु कभी-कभी वे ठिठक भी जाते...
होरी खेरे तो अइयो मेरे गांव!

होरी खेरे तो अइयो मेरे गांव!

लोक पर्व-त्योहार
फाल्गुनी में धमार का सौरव मंजू दिल से… भाग-12 मंजू काला होली पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है! राग, अर्थात संगीत और रंग तो इसके प्रमुख अंग हैं ही, पर इनको उत्कर्ष तक पहुँचाने वाली प्रकृति भी इस समय रंग-बिरंगी छटा के साथ अपनी पूर्णता को प्राप्त हो जाती है! फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं. होली का त्यौहार वसंत पंचमी से ही आरंभ हो जाता है. उसी दिन पहली बार गुलाल उड़ाया जाता है. इस दिन से फाग और धमार का गायन प्रारंभ हो जाता है. खेतों में सरसों खिल उठती है. बाग-बगीचों में फूलों की आकर्षक छटा छा जाती है. पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और मनुष्य सब उल्लास से परिपूर्ण हो जाते हैं. खेतों में गेहूँ की बालियाँ इठलाने लगती हैं. देश के बच्चे-बूढ़े सभी व्यक्ति सब कुछ संकोच और रूढ़ियाँ भूलकर ढोलक-झाँझ-मंजीरों की धुन के साथ नृत्य-संगीत व रंगों में डूब जाते हैं! चारों तरफ़ रंगों की ...