Tag: मेघालय

पीपलकोटी, चमोली में पहली बार इंग माखिर अदरक के परीक्षण शुरू

पीपलकोटी, चमोली में पहली बार इंग माखिर अदरक के परीक्षण शुरू

चमोली
अदरक की ये बेहद प्रभावी, गुणकारी और आयुर्वेद में बहु उपयोगी प्रजाति है, जो देश के अन्य हिस्सों में नहीं पायी जाती! जे पी मैठाणी सभी फोटो - जयदीप किशोर इंग माखिर अदरक के विशिष्ट गुणों और भविष्य की मांग को देखते हुए - सामाजिक संस्था - आगाज फैडरेशन के वैज्ञानिकों द्वारा इसका पहला परीक्षण पहली बार बायो टूरिज्म पार्क पीपलकोटी की नर्सरी में किया जा रहा है. संस्था के समन्वयक जयदीप किशोर ने बताया कि, अभी पहले परीक्षण के रूप में फ़ार्म फूटहोल्ड कंपनी - दीमापुर नागालैंड से अग्रणी किसान श्री रुवेल द्वारा उनको इंग माखिर अदरक के राइजोम भेजे गए हैं  और भविष्य में इस अदरक के परिणामों को देखते हुए चमोली में शीघ्र ही अदरक की इस प्रजाति की खेती शुरू की जायेगी. उन्होंने बताया कि संस्था के पदाधिकारियों द्वारा-  दुनिया की सबसे बेस्ट हल्दी - लैकडाँग हल्दी के अलावा काली हल्दी के राइजोम भी मेघालय की जैंति...
बॅम्बूसा पॉलिमार्फा : एक बहुउपयोगी बांस

बॅम्बूसा पॉलिमार्फा : एक बहुउपयोगी बांस

उत्तराखंड हलचल
जे. पी. मैठाणी बांस के संसार में बांस की कुल प्रजातियों को वानस्पतिक वर्गीकरण के आधार पर दो प्रमुख भागों में बांटा गया है. प्रथम बॅम्बूसा प्रजातियां जैसे- बॅम्बूसा पॉलिमार्फा, बॅम्बूसा वल्गेरिस, बॅम्बूसा बैम्बूस, बॅम्बूसा टुल्डा, बॅम्बूसा बालकोआ, बॅम्बूसा मल्टिप्लैक्स आदि. डैन्ड्राकैलेमस की प्रजातियों में डैन्ड्राकैलेमस एस्पर, डैन्ड्राकैलेमस हैमल्टोनाई, डैन्ड्राकैलेमस हेटरोस्टैचिया, डैन्ड्राकैलेमस लॉन्गिंपैथस, डैन्ड्राकैलेमस सिक्किमेन्सिस आदि. यह एक बहुत ही रोचक बात है कि बांस की प्रजातियों का उद्भव पृथ्वी पर लगभग 30 मिलियन वर्ष पहले हुआ. डायनासोर के विलुप्ति के बाद ही पृथ्वी पर बांस प्रजातियां उत्पन्न हुई हैं. आज हम आपको मूलतः म्यांमार, थाइलैण्ड, बांग्लादेश में पाए जाने वाले एक विशिष्ट बांस बॅम्बूसा पॉलिमार्फा के बारे में जानकारी दे रहे हैं. यह जानकारी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आजकल...