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पत्रकार-लेखक ललित फुलारा को मीडिया में रचनात्मक भूमिका के लिए मिला ये प्रतिष्ठित पुरस्कार

पत्रकार-लेखक ललित फुलारा को मीडिया में रचनात्मक भूमिका के लिए मिला ये प्रतिष्ठित पुरस्कार

दिल्ली-एनसीआर
उत्तराखंड के एक छोटे से गांव पटास से ताल्लुक रखने वाले पत्रकार ललित फुलारा को पत्रकारिता में उनके योगदान और रचनात्मक भूमिका के लिए 40 अंडर 40 पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया. उन्हें यह पुरस्कार समाचार4 मीडिया की तरफ से दिया गया है. इस साल समाचार4 मीडिया ने 17 मीडिया संस्थानों के 40 प्रिंट, डिजिटल और टीवी पत्रकारों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया है. ललित फुलारा इस वक्त ज़ी मीडिया की हिंदी वेबसाइट इंडियाडॉटकॉम में चीफ सब एडिटर के पद पर कार्यरत है. उन्हें क्रिएटिव आइडियाज और ह्यमुन इंटरेस्ट वाली स्टोरीज में माहरत हासिल है. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में स्नातकोत्तर ललित फुलारा को टीवी, प्रिंट और डिजिटल तीनों माध्यमों का अनुभव है. ...
गगनचुंबी इमारतों से सोसायटी तो बन गई पर पुस्तकालय क्यों नहीं बन रहे?

गगनचुंबी इमारतों से सोसायटी तो बन गई पर पुस्तकालय क्यों नहीं बन रहे?

समसामयिक
हिमांतर ब्‍यूरो नोएडा एक्सटेंशन के एस एस्पायर सोसायटी में रविवार को लघु पुस्तकालय का उद्घाटन हुआ. सोसायटी के वरिष्ठ जनों, युवाओं और महिलाओं की उपस्थिति में विधिवत सरस्वती पूजन के जरिए पुस्तकालय को सोसायटी के निवासियों के लिए खोला गया. हिंदी और अंग्रेजी की ढ़ाई सौ से ज्यादा किताबों के जरिए सोसायटी में पुस्तकालय की नींव पड़ी और अन्य सोसायटी के निवासियों को भी अपने-अपने यहां पुस्तकालय खोलने का संदेश दिया गया. सोसायटी के निवासियों के साथ ही अन्य मुख्य अतिथियों की मौजूदगी में सामूहिक विमर्श के जरिए पुस्तकों के महत्व पर प्रकाश डाला गया. मंच का संचालन करते हुए अमर उजाला के चीफ सब एडिटर ललित फुलारा ने कहा कि पुस्तकों के जरिए ही हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं. पुस्तकें, उसी तरह से हैं, जैसे हमारे घर के बुजुर्ग. जिस तरह से घर के बुजुर्गों की छांव में हमें सबल मिलता है और हमारा चारित्रिक...