Tag: भिलंगना घाटी

ग्राम देवता के प्रति बढ़ती युवाओं की आस्था!

ग्राम देवता के प्रति बढ़ती युवाओं की आस्था!

टिहरी गढ़वाल
सदियों पुरानी घंडियाल देवता की 'जात' को पुनर्जीवित करते भिलंगना घाटी के जोगियड़ा गांव के युवा टिहरी गढ़वाल के विकास खंड भिलंगना, ग्राम सभा जोगियड़ा के युवाओं मैं आजकल एक नया उत्साह देखने को मिला रहा है. यह उत्साह है घंडियाल देवता की जात को लेकर. कई वर्ष पूर्व ग्रामवासी गांव से कुछ दूरी पर भगवान घंडियाल देवता की एक दिवसीय जात करते थे, जिसमें सभी लोग श्रद्धापूर्वक रात्रि व्रत लेकर, क्षेत्र, गांव एवं परिवार की सुख समृद्धि के लिए घंडियाल देवता का आशीष लेते थे. चूंकि यहा स्थान गांव के ठीक ऊपर है और ऐसी मान्यता है कि यंही से घंडियाल देवता पूरे गांव पर अपनी दृष्टि रखते हैं. समय के साथ-साथ गांव के लोग नौकरी-पेशे अथवा अन्य कारणों से गांव से दूर देश—प्रदेश में चले और कुछ लोग अपनी बच्चों की पढ़ाई को लेकर गांव से पलायन कर गए. धीरे—धीरे यह परम्परा खत्म होने के कगार पर पहुंच गई. लेकिन इस वर्ष युवाओं न...
भिलंगना घाटी महोत्सव दिल्ली के लिए रवाना हुई भिलंगना की सांस्कृतिक टीम

भिलंगना घाटी महोत्सव दिल्ली के लिए रवाना हुई भिलंगना की सांस्कृतिक टीम

टिहरी गढ़वाल
दिल्ली में भिलंगना क्षेत्र की संस्था भिलंगना क्षेत्र विकास समिति (रजि) अपने 27 वर्ष पूर्ण होने पर दिल्ली में 31 दिसंबर को भिलंगना घाटी महोत्सव मनाने जा रही है. महोत्सव में भिलंगना घाटी के सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक सरोकारों से लोगों को सम्मानित करेगी, साथ ही महोत्सव में कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस उपलक्ष में भिलंगना के कवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ साथ सांस्कृतिक टीम को भी आमंत्रित किया गया है. भिलंगना घाटी के ही प्रसिद्ध रंगकर्मी, लेखक, कलाकार सोहन सिंह गुसाईं के द्वारा लिखित, गीत संगीतबद्ध की गई भाव नाटिका जीतू बगड़वाल का मंचन इस महोत्सव के आकर्षण का केंद्र रहेगा. भाव नाटिका का मंचन भिलंगना के निजी विद्यालय राइजिंग सन के निदेशक राजेंद्र चौहान के निर्देशन में किया जाएगा. जिसमे मुख्य भूमिका में प्रसिद्ध रंगकर्मी राजेंद्र सिंह कैंतुरा...
भिलंगना क्षेत्र विकास समिति दिल्ली में मनाएगी भिलंगना घाटी महोत्सव

भिलंगना क्षेत्र विकास समिति दिल्ली में मनाएगी भिलंगना घाटी महोत्सव

दिल्ली-एनसीआर
नई दिल्ली. उत्तराखंड के टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के साथ दिल्ली में रह रहे प्रवासियों के कल्याण हेतु स्थापित भिलंगना क्षेत्र विकास समिति सतत प्रयत्नशील है। अपनी गौरवमय स्थापना के 28 वें वर्ष में समिति राजधानी दिल्ली में रविवार,31 दिसंबर 2023 को दोपहर 1.30 बजे से भव्य 'भिलंगना घाटी महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस समारोह में जहां विशिष्ट योगदान देने वाली प्रतिभाओं और 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को भिलंगना गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां,गढ़वाली भाषा काव्य पाठ, भिलंगना घाटी के छात्र-छात्राओं द्वारा ऐतिहासिक 'जीतू बगड्वाल नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति और बाल प्रतिभाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं और सामूहिक भोज प्रमुख आकर्षण होंगे। अपनी ढाई दशक की गौरवमय यात्रा में समिति ने लक्ष्य रखा है कि भिलंगना प्रखंड की सभी घाटियों और पट्...
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य के लिए  टिहरी की भिलंगना घाटी के “सूर्य प्रकाश सेमवाल” को मिले मौका

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य के लिए  टिहरी की भिलंगना घाटी के “सूर्य प्रकाश सेमवाल” को मिले मौका

टिहरी गढ़वाल
बिजेंद्र सिंह रावत "दगड़या" उत्तराखंड के "उत्तरायणी" पर्व को विगत 20 वर्षो से दिल्ली एनसीआर और राष्ट्र स्तर पर पहचान दिलाने वाले कर्मयोगी, यशस्वी , समाज सेवी मानव भाई "सूर्य प्रकाश सेमवाल" को इस बार भाजपा की और से टिहरी राज्य सभा सांसद के लिए आगे आना चाहिए. समाज सेवा भावना , अपनी जड़ों से प्रेम , अपनी पहाड़ की संस्कृति व परंपराओं के सरक्षण व सवर्धन के लिए सदैव प्रथम पंक्ति में खड़े होने वाले सेमवाल जी एक उच्च शिक्षाधारी और शिक्षा के क्षेत्र में भी ठोस नाम है.  इनका पूरा जीवन  राष्ट्रवादी सोच का रहा है औरसंघ के एक स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रभक्ति का संस्कार लेकर कई अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारका  जिला में संपर्क प्रमुख, बौद्धिक प्रमुख  और प्रचार प्रमुख के दायित्व के बाद वर्तमान में समरसता प्रकल्प में संयोजक. विश्व हिंदू परिषद के संस्कृत विभाग ...
गांधी जी की दत्तक पुत्री-‘मीरा बहन’

गांधी जी की दत्तक पुत्री-‘मीरा बहन’

साहित्‍य-संस्कृति
एक साधिका और सेविका की जीवन-यात्रा डॉ. अरुण कुकसाल ‘गांधीवाद जैसी कोई वस्तु नहीं है और मैं नहीं because चाहता कि मेरे पीछे मैं कोई सम्प्रदाय छोड़ कर जाऊं. मैंने अपने ही ढंग से सनातन सत्यों को हमारे दैनिक जीवन और समस्याओं पर लागू करने का केवल प्रयत्न किया है....मैंने जो मत बनाये हैं और जिन परिणामों पर मैं पहुंचा हूं, वे किसी भी तरह अन्तिम नहीं हैं. यदि इनसे अच्छे मुझे मिल जांय, तो मैं इन्हें कल ही बदल सकता हूं. मेरे पास दुनिया को सिखाने के लिए कोई नई चीज नहीं है. सत्य और अहिंसा अनन्त काल से चले आ रहे हैं. ज्योतिष ...मैं अहिंसा का उतना बड़ा पुजारी नहीं हूं, जितना कि सत्य का हूं; और मैं सत्य को प्रथम स्थान देता हूं तथा अहिंसा को दूसरा. मैं सत्य के खातिर अहिंसा को छोड़ सकता हूं....मेरे मत के विरुद्ध धर्मशास्त्रों के प्रमाण दिये गए हैं; परन्तु मेरा यह विश्वास पहले से अधिक दृढ़ हुआ है कि स...
देश-दुनिया में शायद ही कहीं ऐसा हुआ हो- पंड़ित, क्षत्रीय और शिल्पकार का सफल संयुक्त परिवार

देश-दुनिया में शायद ही कहीं ऐसा हुआ हो- पंड़ित, क्षत्रीय और शिल्पकार का सफल संयुक्त परिवार

टिहरी गढ़वाल
डॉ. अरुण कुकसाल उत्तराखण्ड में सामाजिक चेतना के अग्रदूत 'बिहारी लालजी' के 18 मार्च, 2021 को बूढ़ाकेदार आश्रम में निधन  होना एक युग नायक का हमारे सामाजिक जीवन से प्रस्थान करना है. टिहरी गढ़वाल जनपद की भिलंगना घाटी में धर्मगंगा और बालगंगा के संगम पर है बूढ़ाकेदार (पट्टी-थाती कठूड़). समुद्रतल से 1524 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बूढ़ाकेदार so कभी गंगोत्री - केदारनाथ पैदल मार्ग का प्रमुख पड़ाव था. यह क्षेत्र नाथ संप्रदाय से प्रभावित रहा है. ‘गुरु कैलापीर’ इस क्षेत्र का ईष्टदेवता है. यहां बुढाकेदारनाथ, राजराजेश्वरी और बालखिल्येश्वर के प्राचीन मंदिर हैं. टिहरी गढ़वाल यह सर्वमान्य हक़ीक़त है कि जातीय भेदभाव से आज भी हमारा समाज नहीं उभर पाया है.  समय-समय पर जागरूक लोगों ने इसके लिए प्रयास जरूर किए पर कमोवेश आज भी because हमारा समाज इस मुद्दे पर सदियों पूर्व की यथास्थिति में वहीं का वहीं ठिठका हुआ ...