Tag: भारतीय सूचना सेवा

उत्तराखंड : संजीव सुंद्रियाल ने संभाला आकाशवाणी और DD NEWS समाचार प्रमुख का पदभार

उत्तराखंड : संजीव सुंद्रियाल ने संभाला आकाशवाणी और DD NEWS समाचार प्रमुख का पदभार

उत्तराखंड हलचल
देहरादून: भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी संजीव सुन्द्रियाल ने क्षेत्रीय समाचार एकांश, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन देहरादून में बतौर समाचार प्रमुख पदभार संभाल लिया है। इससे पहले वे आकाशवाणी, शिमला में बतौर राज्य संवादादाता व संपादक के तौर पर कार्यरत थे। संजीव सुन्द्रियाल ने बताया कि वे उत्तराखण्ड समाचारों की विश्वसनीयता और केंद्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे। गौरतलब है कि पिछले लगभग एक साल से आकाशवाणी और दूरदर्शन समाचार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से नियमित तौर पर किसी अधिकारी की तैनाती नहीं की गई थी। ऐसे में अब नियमित अधिकारी की तैनाती होने से क्षेत्रीय समाचारों की गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में संजीव सुन्द्रियाल ने आकाशवाणी केंद्र, देहरादून से कुमाऊनी और गढवाली समाचार बुलिटेन का प्रसारण और दोपहर में 10 मि...
महिला सशक्तिकरण पर मंथन के लिए देश भर से जुटे लोग

महिला सशक्तिकरण पर मंथन के लिए देश भर से जुटे लोग

नैनीताल
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास उत्तराखंड प्रांत के एक दिवसीय संगोष्ठी में महिला सशक्तिकरण को लेकर कई ज्वलंत मुद्दों पर जोरदार चर्चा हुई. कार्यक्रम में उत्तराखंड सहित देश के अलग अलग हिस्सों से कई लोग ऑनलाइन शामिल हुए. भारतीय सूचना सेवा की अधिकारी शालिनी अवस्थी ने कहा कि हम महिलाओं की परेशानियों को भी सशक्तिकरण बताकर महिमामंडित करने लगे हैं. प्रमुख संदर्भदाता के तौर पर शामिल हुईं शालिनी ने कहा कि कामकाजी महिलाओं को दफ्तर और घर दोनों जगह काम करना पड़ता है, लेकिन गिनती एक ही काम की होती है. बजाय इसके कि इस दोहरे काम के बदले उन्हें आराम दिया जाय हम वंडर वूमन का नाम देकर महिलाओं की पीड़ाओं को ढक देते हैं. उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुरेश भट्ट ने कहा कि महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए कई कानून पहले से मौजूद हैं. इन कानूनों के बारे में महिलाओं को जागरूक किए जाने की जरूरत है. मुख्य अतिथि ...
हिमालयी प्रहरी थे राजेन्द्र धस्माना

हिमालयी प्रहरी थे राजेन्द्र धस्माना

स्मृति-शेष
पुण्यतिथि पर स्मरण चारु तिवारी उम्र का बड़ा फासला होने के बावजूद वे हमेशा अपने साथी जैसे लगते थे. उन्होंने कभी इस फासले का अहसास ही नहीं होने दिया. पहाड़ के कई कोनों में हम साथ रहे. एक बार हम उत्तरकाशी साथ गये. रवांई घाटी में. भाई शशि मोहन रवांल्टा के निमंत्रण पर. पर्यावरण दिवस पर उन्होंने एक आयोजन किया था नौगांव में. हमारे साथ बड़े भाई और कांग्रेस के नेता पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय भी थे. because रास्ते भर उन्होंने यमुना घाटी के बहुत सारे किस्से सुनाये. उन्होंने यमुना पुल की मच्छी-भात के बारे में बताया. खाते-खाते मछली के कई प्रकार और उसे बनाने की विधि भी बताते रहे. यहां की कई ऐतिहासिक बातें, लोकगाथाओं, लोककथाओं एवं लोकगीतों के माध्यम से कई अनुछुये पहलुओं के बारे में बताते रहे. टिहरी एक बार हम लोग टिहरी जा रहे थे. श्रीदेव सुमन की जयन्ती पर. यह आयोजन मैंने ही किया था. टिहरी के प...