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पीपलकोटी में पौधारोपण और चिनाब घाटी के फ्लोरा- फौना  के अध्ययन के साथ मनाया गया हिमालय दिवस

पीपलकोटी में पौधारोपण और चिनाब घाटी के फ्लोरा- फौना  के अध्ययन के साथ मनाया गया हिमालय दिवस

चमोली
पीपलकोटी में तैलाघाम तोक के भूस्खलन क्षेत्र में पौधरोपण और सुरक्षा के संकल्प के साथ सामाजिक संस्था के सदस्यों ने हिमालय दिवस मनाया. हिमालय दिवस के अवसर पर - आगाज के कार्यक्रम समन्वयक जयदीप किशोर के नेतृत्व में बाड़ेपानी और तैलाघाम भूस्खलन पर 50 - टिमरू और कचनार के पौधे रोप गए. अर्थ समूह के निदेशक सुशील कान्त सती ने कहा कि- ये हम सबकी जिम्मेदारी हैकि हम मिलजुलकर प्रकृति का संरक्षण करें  और लगाये गए पौधों के सुरक्षा करें . कैनाबिस कैफे के संचालक श्री कुलदीप नेगी ने कहा की, हिमालय दिवस सिर्फ एक ओपचारिकता नहीं है बल्कि हिमालय के संरक्षण और जैव विविधता को बचने के लिए हम सभी को आगे आना होगा. आगाज के एक अध्ययन दल ने इस दौरान - जोशीमठ के पास के - ट्रेकिंग रूट और पर्यटक स्थल - चैनाब घाटी की अनाम  फूलों की घाटी का अनुज नम्बूदरी के नेतृत्व में भ्रमण किया और चैनाब घाटी के पुष्प प्रजातियों, मशरू...
फूलों की घाटी और हेमुकंड साहिब जाना होगा आसान, इतने किलोमीटर कम होगी दूरी

फूलों की घाटी और हेमुकंड साहिब जाना होगा आसान, इतने किलोमीटर कम होगी दूरी

उत्तराखंड हलचल
गोपेश्वर: विश्व धरोहर फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब की राह आसन होने वाली है। इसके लिए केंद्र सरकार से सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। लोक निर्माण विभाग डीपीआर बनाकर शासन को भेज चुका है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही शासन डीपीआर पर अपनी मुहर लगा देगा और सड़क मार्ग की निमार्ण कार्य शुरू हो जाएगा। केंद्र सरकार ने पुलना से भ्यूंडार तक 7.2 किमी सड़क निर्माण को सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। अब लोनिवि प्रांतीय खंड गोपेश्वर द्वारा सड़क के लिए तीन करोड़ रुपये की डीपीआर शासन को भेजी गई है। इस सड़क के निर्माण से हेमकुंड साहिब की पैदल दूरी जल्द सात किमी और फूलों की घाटी की दूरी पांच किमी कम हो जाएगी। चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब (15225 फीट) और फूलों की घाटी (12995 फीट) पहुंचने के लिए गोविंदघाट से क्रमश: 19 किमी और 17 किमी की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। हालांकि, चार वर्ष पूर्व गोविंदघाट...