Tag: देवलांग

उत्तरकाशी: देवलांग महापर्व मड़केश्वर मंदिर में हवन के संपन्न

उत्तरकाशी: देवलांग महापर्व मड़केश्वर मंदिर में हवन के संपन्न

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी। रवांई घाटी के गैर बनाल में देवलांग का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। देवलांग का यह पर्व रवांई घाटी की बनाल पट्टी के गैर गांव में राजा रघुनाथ मंदिर में मनाया जाता है। देवलांग उत्सव में शामिल होने के लिए ग्रामीणों का भारी हुजूम उमड़ा। रात भर ग्रामीण देवलांग के पारंपरिक गीतों पर नाचते रहे। बुधवार सुबह पौ फटने के साथ देवलांग को खड़ा प्रज्वलित किया गया। जिसके बाद देवलांग उत्सव में हजारों श्रद्धालु झूम उठे। देवलांग उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में रवांई के खास त्योहार में शामिल है। जो आज भी अपनी पौराणिकता को समेटे हुए है। इस पर्व को मनाने की परंपराएं ही इसे खास बनाती है। यूं तो इस उत्सव की तैयारियां एक माह पहले से हो जाती हैं। परंतु इस उत्सव की तिथि मंगसीर अमावस्या है। यानि मंगलवार की सुबह (12 दिसंबर की रात 13 दिसंबर की सुबह) को देवलांग उत्सव शुरू हुआ। इस उत्सव की तैयारियों के सभी क...
देवलांग से रू-ब-रू करवाता दिनेश रावत द्वारा लिखित एक तथ्यात्मक गीत

देवलांग से रू-ब-रू करवाता दिनेश रावत द्वारा लिखित एक तथ्यात्मक गीत

साहित्‍य-संस्कृति, सोशल-मीडिया
पूर्णता एवं तथ्यात्मकता के साथ देवलांग की विशेषताओं से परिचय करवाता दिनेश रावत का यह गीत शशि मोहन रवांल्टा सीमांत जनपद उपर साहित्यकार दिनेश रावत द्वारा लिखित गीत अब तक का सबसे पूर्णता एवं तथ्यात्मकता गीत है. रवांई घाटी के सुप्रसिद्ध देवलांग उत्सव की विशेषताओं को दर्शाता यह गीत रामनवमी के अवसर पर लॉन्च किया गया. because गीत साहित्यकार दिनेश रावत ने लिखा, जिसे रवांई घाटी सुप्रसिद्ध गायिका रेश्मा शाह ने आवाज दी और राजीव नेगी ने संगीतबद्ध किया है. गाने को इस तरह से पिरोया गया है कि उसमें देवलांग के आयोजन को आसानी से समझा जा सकता है. देवलांग पर लिखे गए इस गीत को हारूल शैली में गाया व संगीतबद्ध किया गया है. हरताली गीत में देवलांग की तैयारियों से लेकर देवलांग के खड़े होने और वहां से आखिर ओल्ला को मड़केश्वर महादेव तक ले जाने की पूरी जानकारी दी गई है. देवलांग के आयोजन में एक—एक गाँव की हिस्से...