Tag: गोल्ज्यू देवता

अल्मोड़ा में बोले CM, गोल्ज्यू की पावन धरती में आकर हुआ धन्य

अल्मोड़ा में बोले CM, गोल्ज्यू की पावन धरती में आकर हुआ धन्य

अल्‍मोड़ा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अल्मोड़ा के हवालबाग में आयोजित आजीविका महोत्सव दीदी भुली हाथ लगाल, उत्तराखंडक हौल अमृत काल में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुल 20213.60 लाख रूपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिनमें 11702.67 लाख रूपए की योजनाओं का लोकार्पण और 8510.93 लाख रूपए की योजनाओं का शिलान्यास है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मातृशक्ति के उत्थान को समर्पित सरकार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार लगातार महिलाओं के कल्याण हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में यूसीसी (समान नागरिक संहिता) को पारित कर जनता से किया वादा उन्होंने पूरा कर दिया है। उन्होंने समान नागरिक संहिता को देश एवं महिलाओं के विकास में मील का पत्थर कहा। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता किसी जाति, ...
उत्तराखंड :  गोल्ज्यू के दरबार में पहुंचे CN धामी, पूजा-अर्चना कर लिया आर्शीवाद

उत्तराखंड : गोल्ज्यू के दरबार में पहुंचे CN धामी, पूजा-अर्चना कर लिया आर्शीवाद

उत्तराखंड हलचल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को नैनीताल पहुंचे। यहां सीएम धामी ने घोड़ाखाल में गोल्ज्यू देवता मंदिर में पूजा कर आर्शीवाद लिया। सीएम धामी रविवार को घोड़ाखाल पहुंचे। सीएम ने घोड़ाखाल पहुंचकर न्याय के देवता गोल्ज्यू के मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली और तरक्की की कामना की। इस दौरान उन्होंने श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व प्रदेशभर में चल रहे स्वच्छता अभियान के अंतर्गत मंदिर परिसर में साफ-सफाई कर श्रमदान भी किया। घोड़ाखाल, नैनीताल स्थित श्री गोल्ज्यू देवता मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली एवं तरक्की की कामना की। इस दौरान श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व प्रदेश भर में चल रहे स्वच्छता अभियान के अंतर्गत मंदिर परिसर में साफ सफाई कर श्रमदान किया। pic.twitter.com/BI4QcnLtoX — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) January 14, 2024...
कुमाऊंनी लोकसाहित्य में प्रतिबिंबित ग्वेलदेवता का राजधर्म

कुमाऊंनी लोकसाहित्य में प्रतिबिंबित ग्वेलदेवता का राजधर्म

धर्मस्थल
राज्य में किया दबंगई का उन्मूलन, प्रजा को दिलाया इंसाफ का राज डॉ. मोहन चंद तिवारी आज इस लेख के माध्यम से कुमाऊंनी भाषा के लोककवियों के आधार पर उत्तराखंड के न्याय देवता ग्वेलज्यू के राजधर्म की अवधारणा पर चर्चा की जा रही है. कुमाऊं भाषा के जाने माने रंगकर्मी तथा साहित्यकार स्व. श्री ब्रजेन्द्र लाल शाह  जी द्वारा रचित ‘श्रीगोलू-त्रिचालीसा में न्याय देवता ग्वेलज्यू के राजधर्म का भव्य निरूपण हुआ है. महाभारत के शांतिपर्व  में उल्लेख आया है कि राजधर्म में विकृति आने पर  सर्वत्र  समाज में 'मात्स्यन्याय' की प्रवृत्ति फैल जाती है. यानि जैसे बड़ी मछली छोटी मछली को निगल जाती है.उसी प्रकार अराजकता पूर्ण समाज में भी बाहुबली और धनबली जैसे ताकतवर लोग निर्बल और असहाय लोगों का शोषण करने लगते हैं और उन्हें सताने लगते हैं. कुमाऊं भाषा के जाने माने रंगकर्मी तथा साहित्यकार राज्य संस्था का मकसद ही है इस...