Tag: ऋषिकेश

रिवर राफ्टिंग: गंगा की लहरों पर पर्यटकों को सैर कराएंगी बेटियां

रिवर राफ्टिंग: गंगा की लहरों पर पर्यटकों को सैर कराएंगी बेटियां

देहरादून
राफ्टिंग कराने के लिए तैयार हैं बेटियां, 14 महिलाओं ने इसी साल हासिल किया व्वाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग गाईड सर्टिफिकेट देहरादून. उत्तराखण्ड की बेटियां जल्द ही ऋषिकेश में गंगा नदी पर पर्यटकों को राफ्टिंग कराती नजर आएंगी. इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से 14 महिलाओं को व्वाइट वॉटर रिवर रॉफ्टिंग गाइड का प्रशिक्षण दिया गया है, जो अब पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद बतौर प्रोफेशनल राफ्टिंग गाईड अपना करियर शुरू करने को तैयार हैं. ऋषिकेश हाल के समय में राफ्टिंग के प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है. यहां हर साल पांच लाख से अधिक पयर्टक राफ़्टिंग के लिए आ रहे हैं. इस तरह राफ्टिंग गतिविधि, कारोबार के साथ ही रोजगार का भी जरिया बन रही है. लेकिन अब तक राफ्टिंग गाइड का काम पूरी तरह पुरुष ही कर रहे थे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पहली बार उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने महिलाओं को रिवर राफ्टिंग गा...
रहस्य रोमांच एवं आध्यात्मिकता से परिपूर्ण है सतोपंथ ट्रैक

रहस्य रोमांच एवं आध्यात्मिकता से परिपूर्ण है सतोपंथ ट्रैक

पर्यटन
जे. पी. मैठाणी सभी फोटो : अनुज नम्बूद्री आपको पता है सत्य की राह पर चलने का रास्ता भी बेहद दुर्गम, रोमांचक और प्रकृति के अनेक रहस्यों से भरा है अगर नहीं तो चलिए सतोपंथ ट्रैक यानी सत्य के पथ पर. कहाँ है सतोपंथ ट्रैक भारत के चार धामों में प्रसिद्ध श्री बद्रीनाथ धाम से लगभग 24 किमी0 की दूरी तय करके आप गहरे हरे और कभी कभी साफ नीले पानी की एक झील के निकट पहुँचते हैं जिसका नाम सतोपंथ झील है. हिन्दु धर्मग्रंथों के अनुसार महाभारत के युद्ध के पश्चात् लगभग 36 वर्षों तक राजकाज संभालने के बाद मोक्ष प्राप्ति हेतु और शिव को क्षमा सहित प्रसन्न करने के प्रयासों के बीच पाण्डव सतोपंथ के रास्ते ही स्वर्गारोहणी की तरफ गये. संभवतः इस यात्रा का नेतृत्व हमेशा सत्य बोलने वाले युधिष्ठिर कर रहे हों इसलिए इसे सतोपंथ कहा जाता होगा. सतोपंथ झील का आकार उत्तराखण्ड के हिमालयी क्षेत्र में मौजूद सभी प्रकार के ...
इस बार हर्बल रंगों के साथ खेलें होली…

इस बार हर्बल रंगों के साथ खेलें होली…

उत्तराखंड हलचल
ऋषिकेश की ईशा चौहान दे रहीं हैं महिलाओं को हर्बल रंग बनाने का प्रशिक्षण ईशा चौहान द्वारा कई समूह की महिलाओं के साथ स्थानीय महिलाओं को इन रंगों के बारे में उनकी शुद्धता व गुणवत्ता को कैसे बनाए रखना है उसके बारे में बताया गया। उनके द्वारा अभी तक 6 ग्राम संगठन 15 समूह को हर्बल बनाने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया है और हरिपुर, श्यामपुर, खदरी, गड़ी मयचक के समूह व संगठन के लोग इन रंगों को बनाकर अपनी आजीविका का संवर्धन कर रहे हैं। जिसके लिए महिलाओं को सशक्त कर रोजगार से जोड़ने हेतु उत्तराखंड के राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया चुका है। अभी वर्तमान में नारी शक्ति महोत्सव देहरादून 2024 में उनके द्वारा उत्तराखंड मुख्यमंत्री के समक्ष रिंगाल के प्रोडक्ट बनाने का लाइव प्रसारण भी दिया गया है। जिसके लिए एनआरएलएम ब्लॉक डोईवाला द्वारा सक्रिय महिला के रूप में उन्हें सम्मानित भी किया गया। ईशा चौहान भीमल...
साकार होता सपना : 2026 तक ब्यासी रेलवे स्टेशन तक पहुंचेगी ट्रेन

साकार होता सपना : 2026 तक ब्यासी रेलवे स्टेशन तक पहुंचेगी ट्रेन

उत्तराखंड हलचल
ऋषिकेश : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम काम तेजी से आगे बढ़ रहा रहा है। रेल विकास निगम ने दवा किया है की दिसंबर 2026 तक ब्यासी रेलवे स्टेशन तक ट्रेन पहुंच जाएगी। निगम का कहना है की रेल विकास निगम ने 127 किलोमीटर सुरंग बनाकर तैयार कर ली है। 60 फीसदी सुरंग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। निगम लिमिटेड के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि देवप्रयाग और जनासू रेलवे स्टेशन का करीब 250 मीटर प्लेटफॉर्म सुरंग के अंदर बनेगा। सुरंगों और पुलों के ऊपर बैलास्टक ट्रैक(ट्रैक के नीचे सीसी) बनेगा। ऋषिकेश और मुरादाबाद में टनल कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खनन सामग्री ना मिलने से काम प्रभावित हो रहा है। सुरंग निर्माण के दौरान मिल रहे 20 फीसदी पत्थर को पीसकर उससे काम चलाया जा रहा है। जरूरी सामग्री मिलने पर काम और तेजी से किया जाएगा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की पूरी जानकारी ...
छोटी सी बात पर इतना बड़ा कदम! हे…भगवान ये बच्चों का क्या हो गया?

छोटी सी बात पर इतना बड़ा कदम! हे…भगवान ये बच्चों का क्या हो गया?

देहरादून
ऋषिकेश: बदलते वक्त में बच्चे छोटी-छोटी बात पर बड़े कदम उठा ले रहे हैं। ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जिनके बारे में आप कल्पना भी नहीं कर सकते। मामूली सी बातों पर आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। ऐसा ही एक मामला ऋषिकेश में सामने आया है। 14 साल के आठवीं में पढ़ने वाले बच्चे ने फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी। जानकारी के अनुसार छात्र स्कूल से घर आया और अपने कमरे में पंखे से लटक कर फांसी लगा ली। परिजन उसे फंदे से उतारकर एम्स ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिजनों का बुरा हाल है। उनको गहरा सदमा लगा है। एम्स चौकी पुलिस के अनुसार छात्र सिद्धार्थ कैंतुरा गंगानगर हनुमंतपुरम का रहने वाला था। वह स्कूल से छुट्टी होने के बाद घर पहुंचा। जिसके बाद सिद्धार्थ ने ट्यूशन जाने से मना कर दिया और वह टीवी देखने लगा। इस दौरान पिता ने सिद्धार्थ को ट्यूश...
कालसी: हरिद्वार, ऋषिकेश के भांति विश्व विख्यात होगा हरिपुर: मुख्यमंत्री  

कालसी: हरिद्वार, ऋषिकेश के भांति विश्व विख्यात होगा हरिपुर: मुख्यमंत्री  

देहरादून
मुख्यमंत्री श्री धामी ने यमुना घाट निर्माण कार्य, हरिपुर एवं जमुना कृष्ण धाम (मंदिर) का किया शिलान्यास कालसी (देहरादून). मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को कालसी, देहरादून स्थित रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए यमुना नदी के तट पर हरिपुर (कालसी) में स्नान घाट/ यमुना घाट के निर्माण कार्य एवं लोक पंचायत द्वारा प्रस्तावित जमुना कृष्ण धाम (मंदिर) का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने जौनसार बावर के बॉलीबुड सिंगर अभिनव चौहान के भजन "हरिपुर में आंनद सजेगा" का भी विमोचन किया. जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जन्माष्टमी के पावन पर्व के अवसर पर हरिपुर क्षेत्र के नव निर्माण का कार्य एक शुभ संकेत है. यह कार्य पौराणिक मान्यताओं को पुनर्जीवित करने एवं आध्यात्मिक, सनातन संस्कृति के नए अध्याय को लिखने का कार्य करेगा. उन्होंने कहा हरि...
20 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, मौसम साफ होते ही बर्फ हटाने का काम तेज

20 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, मौसम साफ होते ही बर्फ हटाने का काम तेज

चमोली
हेमकुंड साहिब के आस्था पथ पर बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है. पिछले दो दिनों से मौसम साफ रहने पर काम में तेजी आई है. 20 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुल रहे हैं. 17 मई को ऋषिकेश से सिख तीर्थयात्रियों को पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होगा. यात्रा को लेकर ऋषिकेश में स्थित गुरुद्वारे में तैयारियां की जा रही हैं. इस बार भी तीर्थयात्री रोटेशन की बसों से हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाएंगे. पिछले साल की तरह इस बार भी रोटेशन की ओर से गुरुद्वारा प्रबंधन को बसें उपलब्ध कराई जाएंगी. पिछले साल यात्रा की शुरुआत में बसों के खाली वापस आने को लेकर रोटेशन की ओर से दोनों तरफ का किराया मांगा गया था, लेकिन बाद में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद रोटेशन के पदाधिकारी मान गए थे. रोटेशन के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने कहा कि अभी तक गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से बसों की मांग नहीं की गई है. मांग के अनुरूप बसे...
धर्म को आडम्बरों से मुक्त करने वाले परमहंस

धर्म को आडम्बरों से मुक्त करने वाले परमहंस

स्मृति-शेष
श्रीरामचन्द्र दास की जन्मजयंती पर विशेष  डॉ. मोहन चंद तिवारी "धार्मिक मूल्यों के इस विप्लवकारी युग में जिस तरह से परमहंस श्री रामचन्द्रदास जी महाराज ने अपने त्याग और तपस्या के आदर्श मूल्यों से समाज का सही दिशा में मार्गदर्शन किया because तथा धार्मिक सहिष्णुता एवं कौमी एकता का प्रोत्साहन करते हुए श्री रामानन्द सम्प्रदाय की धर्मध्वजा को ही नहीं फहराया बल्कि देश के सभी धार्मिक सम्प्रदायों के मध्य सौहार्द एवं सामाजिक समरसता की भावना को भी मजबूत किया. उसी का परिणाम है कि आज देश में संतों के प्रति श्रद्धा और विश्वास की भावना जीवित है." -श्री बलराम दास हठयोगी, प्रवक्ता, ‘अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद्’ उत्तराखंड 3 मार्च को परमहंस श्री रामचन्द्रदास जी महाराज की 78वीं  जन्म जयंती है. उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जिले में द्वाराहाट स्थित ‘भासी’ नामक गांव में माता मालती देवी और पिता because बचीराम सती ज...
सोनू सूद ने साझा तो बियर ग्रिल्स ने सराहया राजेश के बनाए पोस्टर

सोनू सूद ने साझा तो बियर ग्रिल्स ने सराहया राजेश के बनाए पोस्टर

समसामयिक
हिमांतर डेस्‍क ऋषिकेश के प्रसिद्ध चित्रकार राजेश चन्द्र ने कोरोना काल के महानायक सुपरस्टार सोनू सूद का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें समर्पित एक पोस्टर बना के उन्हें ट्वीट किया, जिसे सोनू सूद ने खुद 2 बार पसन्द कर शेयर किया है. पोस्टर ट्विट होते ही वायरल हो चुका है और सोशल मीडिया में लोग उसे खूब शेयर कर रहे है. राजेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “सोनू सर मैंने अपनी माता जी को आपके बारे में बताया है कि किस तरह से आप इस समय आमजन की मुसीबतो में मदद कर रहे हैं. आप एक मसीहा से कम नही हैं. ईश्वर हर माँ को आप जैसा बेटा दे.” आपने अपने कर्मों से दिखा दिया कि क्यों मानव को ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति कहा जाता है. राजेश ने बताया कि सोनू सर के पोस्टर शेयर करने पर वह बहुत खुश हैं क्योंकि जब कोई व्यक्ति नि:स्‍वार्थ भाव से समाज की सेवा करता है तो उन्हें यह बताना बहुत जरूरी होता है कि लोग उनसे कितना प्यार करते...