पद्मभूषण दादा बनारसी दास चतुर्वेदी स्मृति- ‘मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण’ से सम्मानित होंगे महावीर रवांल्टा
नीरज उत्तराखंडी, पुरोला
साहित्य की विभिन्न विधाओं में अपने लेखन के जरिए अपनी खास पहचान बना चुके साहित्यकार महावीर रवांल्टा को प्रज्ञा हिन्दी सेवार्थ संस्थान ट्रस्ट-फिरोजाबाद (उ प्र) द्वारा पद्म भूषण दादा बनारसी दास चतुर्वेदी स्मृति-'मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण' से सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान उन्हें 22-23 फरवरी 2025 को फिरोजाबाद में आयोजित षष्ठ राष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान समारोह में प्रदान किया जाएगा. संस्थान के प्रबंध सचिव से मिली जानकारी के अनुसार इस सम्मान में उन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र व नगद राशि भेंट की जाएगी.
महावीर रवांल्टा को यह सम्मान उनकी नाट्य कृति 'एक प्रेमकथा का अंत' के लिए दिया जा रहा है जो रवांई क्षेत्र की सुप्रसिद्ध लोकगाथा 'गजू-मलारी' पर आधारित है.
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