Tag: मसूरी

गणतंत्र दिवस परेड की झांकी में दिखेगी उत्तराखंड की समृ़द्ध सांस्कृतिक विरासत एवं प्राकृतिक सुन्दरता  

गणतंत्र दिवस परेड की झांकी में दिखेगी उत्तराखंड की समृ़द्ध सांस्कृतिक विरासत एवं प्राकृतिक सुन्दरता  

दिल्ली-एनसीआर
कर्त्तव्य पथ पर दिखेगी “सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल” पर आधारित उत्तराखंड की झांकी नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में आयोजित प्रेसवार्ता में विभिन्न प्रदेशों एवं मंत्रालयों की झांकी कलाकारों ने प्रेस के सम्मुख अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक झलक पेश की. उत्तराखण्ड राज्य के कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड की पांरपरिक वेशभूषा में राष्ट्रीय रंगशाला में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसकी उपस्थित लोगों द्वारा सराहा की गई. साथ ही इन 15 राज्यों के कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की झांकी के साथ पांरपरिक वेशभूषा में प्रस्तुति दी. गणतंत्र दिवस समोराह में इस वर्ष 15 राज्यों की झांकी सम्मिलित की गई है. उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी में सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी के.एस.चौहान के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य से...
पहाड़ो की रानी मसूरी में आयोजित विन्टरलाईन कार्निवाल में पहाड़ी गानों पर जमकर थिरके पर्यटक, डीएम सोनिका ने आयोजित कार्यक्रमो का लिया जायजा

पहाड़ो की रानी मसूरी में आयोजित विन्टरलाईन कार्निवाल में पहाड़ी गानों पर जमकर थिरके पर्यटक, डीएम सोनिका ने आयोजित कार्यक्रमो का लिया जायजा

उत्तराखंड हलचल
देहरादून : पहाड़ो की रानी मसूरी में आज ‘विन्टरलाईन कार्निवाल-2023’ के दिन विभिन्न गतिविधि आयोजित की गई। मसूरी पंहुचे सैलानियों/पर्यटकों ने हाथीपांव में नेचर फोटोग्राफी प्रतियोगिता/ट्रेकिंग/बर्ड वाचिंग तथा जार्ज एवरेस्ट म्यूजियम विजिट का लुप्त उठाया। वहीं गांधी चौक में  वोमानिया बैंड तथा राघव बैण्ड की प्रस्तुति, के साथ ही लाईब्रेरी चौक पर होमगार्ड बैंड की प्रस्तुति ने सभी को मनमोहित किया।  इसके अतिरिक्त जय श्री नारायण क्लब मसूरी द्वारा गढवाल  संस्कृति लोक कला की की प्रस्तुति नेे सैलानियों/पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को राज्य की लोक संस्कृति से परिचित कराते हुए अपनी ओर आकर्षित किया तथा शहीद स्थल पर तिब्बत सांस्कृतिक ग्रुप की प्रस्तुति एवं मीना बोहरा की संगीतमय प्रस्तुति का पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों ने लुप्त उठाया। गढवाल टैरेस में स्केटिंग प्रतियोगिता ने पर्यटकों को रोमांचित किया तथा ...
ओल्ड मसूरी मार्ग पर हादसा, एक युवक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर

ओल्ड मसूरी मार्ग पर हादसा, एक युवक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर

उत्तराखंड हलचल
देहरादून : ओल्ड मसूरी मार्ग पर एक हादसा हो गया है।इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम  मौके के लिए रवाना हुई। SDRF की टीम को दोनों युवकों खाई में मिले। जबकि सड़क पर चार पहिया वाहन खड़ा था। घायल को अस्पताल पहुंचाया गया। मिली जानकारी के अनुसार एक युवक का पैर फिसलने से वह खाई में गिर गया, उसे बचाने के चक्कर में दूसरा युवक भी खाई में गिर गया। आज सुबह देहरादून कंट्रोल रूम से SDRF टीम को सूचित किया गया कि ओल्ड मसूरी मार्ग, राजपुर में दो युवक खाई में गिर गए जिनके रेस्क्यू के लिए SDRF टीम की आवश्यकता है। इसके  बाद SDRF टीम मुख्य आरक्षी संतोष सिंह रावत टीम व रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुए। SDRF की टीम घटनास्थल पहुंचकर लगभग सौ मीटर नीचे खाई में उतरी और उक्त युवकों तक पहुंची। इसमें से एक युवक व्यक्ति की मौके पर ...
मसूरी: होटल में लगी भीषण आग, मचा हड़कंप

मसूरी: होटल में लगी भीषण आग, मचा हड़कंप

देहरादून
मसूरी : कुलड़ी कैमल बैक में होटल रिंक में भीषण आग लग गई। आग लगते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर फायर और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। टीम आग बुझाने में जुटी है। आग की घटना से आसपास दहशत का माहौल है। आग से अभी तक किसी भी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है। सुबह करीब 5 बजे लोगों ने होटल से धुआं और आग की लपटों को देखा। आग से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटी है। होटल के नीचे सड़क पर खड़े तीन वाहन भी आग की चपेट में आए गए हैं। कैमल बैक में सड़क पर खड़े वाहनों के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर ले जाने में मुश्किल हुई। आग बुझाने के लिए स्थानीय लोग भी सहयोग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि होटल अधिकांश रूप से लकड़ी का बना था। होटल मालिक को खिड़की तोड़कर दमकल कर्मचारियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। होटल में निर्माण कार्य चल रहा था। ...
अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर सीएम ने बांटे उपहार तो खिल उठे बच्चों के चेहरे

अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर सीएम ने बांटे उपहार तो खिल उठे बच्चों के चेहरे

देहरादून
देहरादून। अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित बनियावाला नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालिका छात्रावास में बच्चों के साथ जन्मदिन का केक काटा और इस दौरान उन्होंने करीब एक घंटे का समय उनके साथ बिताया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को उपहार भी बांटे। बच्चों ने भी दीप प्रज्वलन, गायत्री मंत्र और गणेश वंदना का उच्चारण करते हुए मुख्यमंत्री के स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बच्चों की खुशी का ठिकाना न रहा। मुख्यमंत्री ने बच्चों को मन से पढ़ाई करने और जीवन में नेक इंसान बनने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री में इस अवसर पर अन्न दान भी किया और बच्चों के साथ बैठ कर भोजन भी किया तथा अपने हाथ से बच्चों को भोजन कराया। इस अवसर पर शिक्षा महानिदेशक वंशीधर तिवारी, अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा डॉ मुकुल कुमार सती आदि उपस्थित रहे। ...
उत्तराखंड को मिला बेस्ट टूरिज्म डेस्टिनेशन अवार्ड

उत्तराखंड को मिला बेस्ट टूरिज्म डेस्टिनेशन अवार्ड

देहरादून
मसूरी व नैनीताल में दिसंबर 2022 में आयोजित होगे विंटरलाइन कार्निवाल! उत्तराखंड को ये पुरस्कार मिलने पर सतपाल महाराज ने समस्त प्रदेशवासियों और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह सम्मान उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है. उत्तराखंड राज्य देश-विदेश के सैलानियों को प्रदेश में आने का निमंत्रण देता है जहां पर्यटन की सभी श्रेणियों में हर प्रकार की सुविधाएं और अवसर उपलब्ध हैं. मंगलवार को ही मसूरी में हेलीकॉप्टर के माध्यम से हिमालय दर्शन की सेवा का भी शुभारंभ किया गया है. सतपाल महाराज ने कहा “पर्यटन विभाग उत्तराखंड में पर्यटकों को आकर्षित करने वाली कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को मिले दोनों पुरस्कार यह सिद्ध करते हैं कि प्रदेश को लेकर पर्यटकों के बीच लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है. महाराज ने कहा कि हिमालय दर्शन सेवा शुरू होने से प्रदेश में पर्यटकों क...
रिस्पना की खोज में एक यायावर…

रिस्पना की खोज में एक यायावर…

संस्मरण
नदियों से जुड़ाव का सफर वर्ष 1993 में रिस्पना नदी से आरम्भ हुआ तो फिर आजीवन बना रहा. DBS  कॉलेज से स्नातक और बाद में DAV परास्नातक, पत्रकारिता की पढ़ाई के दौरान भी रिस्पना पर शोध कार्य जारी रहा. हिमालय की चोटियों से निकलने वाली छोटी-बड़ी जलधाराएँ- धारा के विपरीत बहने की उर्जा ने मुझे देहरादून की नदियों और जलधाराओं के अध्ययन के लिए वर्ष 1996-1997 से ही प्रेरित किया. जलान्दोलन के तहत पूरे उत्तराखंड में पनचक्कियों के संरक्षण, जलधाराओं को प्रदुषण मुक्त रखने- पहाड़ के हर गाँव में सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने को लेकर- जलान्दोलन के तहत- पदम् भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी जी के नेतृत्व में गंगोत्री से दिल्ली पदयात्रा का समन्वयन किया. पहाड़ के प्राकृतिक जल संसाधनों और जंगल और जमीन के मुद्दे पर सदैव सक्रिय रहे. शराब विरोधी आन्दोलन की वजह से मुकद्दमे झेले और जेल भी जाना पड़ा. आज भी जनपद चमोली, देहरादून, बागेश्...
समृतियों की मंजूषा से…

समृतियों की मंजूषा से…

संस्मरण
सुनीता भट्ट पैन्यूली काले घनीभूत बादल उभर आये थे soआसमान में, सुकून भरी अपने हिस्से की बारिश में भीगने का स्वप्न संजोने लगीं थी कुछ बेदार आंखें…, इन्हीं स्वप्नों को हकीकत में बदलने का ख़्याल सबसे जुदा कुनबों से उन बेख़ौफ़ चुनिंदा दिलों में कुंडली मारकर बैठ गया…घने हो आये तिरते बादलों के रलने-मिलने में. कुंडली दबे-पांव, चुपके-चुपके butपहाडों में आन्दोलन उमगने लगा था. अपने अधिकार, अपने पुर, अपनी संस्कृति, अपनी वैखरी, अपना खान-पान एक ही रंग में पुते हुए सब के शरीर और आत्माओं का स्वप्न के ऊंचे-ऊंचे महलों से उतरकर जमीन पर खुरदुरी रूपरेखा तैयार करना गलत भी न था. कुंडली बारहवीं कक्षा में ही हल्के-फुलके कानों को सुकून देते शब्दों के बुलबुले अनायास ही रंगीन शरारे छोड़ने लगे थे आंखों में… आधुनिक होगा अपना उतराखंड नई ट्रेन, मोटर कार, मल्टीप्लेक्स बिल्डिंग, फ्लाईओवर, becauseमाल, आधुनिक तकनीकी स...
प्रकृति की गोद में बसा हरकीदून, बुग्याल और कई किस्म के फूलों की महक जीत लेती है दिल

प्रकृति की गोद में बसा हरकीदून, बुग्याल और कई किस्म के फूलों की महक जीत लेती है दिल

उत्तराखंड हलचल
शशि मोहन रावत ‘रवांल्‍टा’ मानव प्रकृति प्रेमी है. प्रकृति से ही उसे आनंद की अनुभूति होती है. मानव का प्रकृति से प्रेम भी स्वाभाविक ही है, क्योंकि प्रकृति उसकी सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करती है. इसी प्रकृति ने पर्वतराज हिमालय की गोद में अनेक पर्यटन स्थलों का निर्माण किया है. इन्हीं पर्यटन स्थलों में "हरकीदून" एक अत्यंत रमणीय स्थली है. हरकीदून सीमान्त जनपद उत्तरकाशी का एक पर्यटन स्थल है. जहां प्रतिवर्ष देश-विदेशों से प्रकृति प्रेमी प्रकृति का अनुपम सौंदर्य निहारने के लिए पहुंचते रहते हैं. यह गोविन्दबल्लभ पंत वन्य जीव विहार एवं राष्ट्रीय पार्क के लिए भी प्रसिद्ध है. भोजपत्र, बुरांस व देवदार के सघन वृक्षों के अलावा यहां अमूल्य जीवनदायिनी जड़ी-बूटियां, बुग्याल एवं प्राकृतिक फल-फूल देखे जा सकते हैं. यहां वृक्षों में सर्वाधकि भोजपत्र (बेटुला युटिलिस) तथा खर्सू (क्वेरकस) के वृक्ष प...