Tag: नैनीताल

उत्तराखंड: खाई में गिरी बस, 33 लोग थे सवार, एक की मौत!

उत्तराखंड: खाई में गिरी बस, 33 लोग थे सवार, एक की मौत!

नैनीताल
नैनीताल : नैनीताल से बड़ी खबर आ रही है। जानकारी के अनुसार नैनीताल के पास हरियाणा के पर्यटकों से भरी बस खाई में जा गिरी। हादसे में एक की मौत हो गई है। हादसे की सूचना मिलतेे ही SDRF की टीम मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य चला रही है। बस में 33 यात्री सवार थे। खबर लिखे जाने तक 19 घायलों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव अभियान जारी है। रविवार को आपदा कंट्रोल रूम, नैनीताल ने SDRF को सूचना दी कि कालाढूंगी रोड पर नालनी में एक बस, जिसमें 33 लोग सवार होने की संभावना है, खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीमें पोस्ट रुद्रपुर, नैनीताल व खैरना से रेस्क्यू हेतु घटनास्थल के लिए रवाना हुई। घटनास्थल पर पहुँचकर ज्ञात हुआ कि उक्त बस में 33 लोग सवार थे, जो हिसार, हरियाणा से नैनीताल घूमने के लिए आये थे। ...
उत्तराखंड को मिला बेस्ट टूरिज्म डेस्टिनेशन अवार्ड

उत्तराखंड को मिला बेस्ट टूरिज्म डेस्टिनेशन अवार्ड

देहरादून
मसूरी व नैनीताल में दिसंबर 2022 में आयोजित होगे विंटरलाइन कार्निवाल! उत्तराखंड को ये पुरस्कार मिलने पर सतपाल महाराज ने समस्त प्रदेशवासियों और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह सम्मान उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है. उत्तराखंड राज्य देश-विदेश के सैलानियों को प्रदेश में आने का निमंत्रण देता है जहां पर्यटन की सभी श्रेणियों में हर प्रकार की सुविधाएं और अवसर उपलब्ध हैं. मंगलवार को ही मसूरी में हेलीकॉप्टर के माध्यम से हिमालय दर्शन की सेवा का भी शुभारंभ किया गया है. सतपाल महाराज ने कहा “पर्यटन विभाग उत्तराखंड में पर्यटकों को आकर्षित करने वाली कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को मिले दोनों पुरस्कार यह सिद्ध करते हैं कि प्रदेश को लेकर पर्यटकों के बीच लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है. महाराज ने कहा कि हिमालय दर्शन सेवा शुरू होने से प्रदेश में पर्यटकों क...
‘गिर्दा’: उत्तराखंड आंदोलन के जनकवि और युगद्रष्टा चिंतक भी

‘गिर्दा’: उत्तराखंड आंदोलन के जनकवि और युगद्रष्टा चिंतक भी

स्मृति-शेष
गिर्दा' की 11वीं पुण्यतिथि पर विशेष डॉ. मोहन चंद तिवारी     22 अगस्त को उत्तराखंड आंदोलन के जनकवि, गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ की 11वीं पुण्यतिथि है. गिर्दा उत्तराखंड राज्य के एक आंदोलनकारी जनकवि थे,उनकी जीवंत कविताएं अन्याय के विरुद्ध लड़ने की प्रेरणा देतीं हैं. वह लोक संस्कृति के इतिहास से जुड़े गुमानी पंत तथा गौर्दा का अनुशरण करते हुए ही राष्ट्रभक्ति पूर्ण काव्यगंगा से because उत्तराखंड की देवभूमि का अभिषेक कर रहे थे. हर वर्ष मेलों के अवसर पर देशकाल के हालातों पर पैनी नज़र रखते हुए झोड़ा- चांचरी के पारंपरिक लोककाव्य को उन्होंने जनोपयोगी बनाया. इसलिए वे आम जनता में ‘जनकवि’ के रूप में प्रसिद्ध हुए. संसाधनों आंदोलनों में सक्रिय होकर कविता करने तथा कविता की पंक्तियों में जन-मन को आन्दोलित करने की ऊर्जा भरने का गिर्दा’ का because अंदाज निराला ही था. उनकी कविताएं बेहद व्यंग्यपूर्ण तथा तीर क...
अजय भट्ट ने सीएम को लिखा खत, कोरोना से मरने वाले पत्रकारों को दी जाए सरकारी मदद

अजय भट्ट ने सीएम को लिखा खत, कोरोना से मरने वाले पत्रकारों को दी जाए सरकारी मदद

नैनीताल
अरविंद मालगुड़ी, नई दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के सांसद अजय भट्ट ने कोरोना वायरस से मरने वाले पत्रकारों के लिए सरकारी सहायता की मांग की है. उन्होंने इसे लेकर सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को खत लिखा है. भट्ट ने अपने खत में लिखा है कि कोरोना वायरस से मरने वाले पत्रकारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद की जाए. so उन्होंने लिखा कि सरकार को ऐसा नियम पारित करना चाहिए जिससे कोरोना काल में अकाल मृत्यु के गाल में समाने वाले पत्रकारों को मुख्यमंत्री राहत कोष एवं पत्रकार कल्याण कोष परिषद के अलावा कोविड-19 अधिनियम के अंतर्गत because मदद दी जाए. उन्होंने आगे लिखा कि अगर सरकार ऐसा करती है, तो यह सराहनीय प्रयास होगा. भट्ट ने कहा कि ऐसा करने पर प्रभावित परिवारों को मदद मिलने के साथ-साथ पत्रकार अपने दायित्वों का निर्वहन और अधिक तत्परता एवं निडरता से कर सकते हैं.  because  मुख्यमंत्री त...
देहरादून में नाइट कर्फ्यू, 30 अप्रैल तक सभी स्कूल रहेंगे बंद

देहरादून में नाइट कर्फ्यू, 30 अप्रैल तक सभी स्कूल रहेंगे बंद

देहरादून
पिछले कुछ दिनों से देहरादून जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है. राज्य में सबसे अधिक कोरोना के मामले देहरादून में ही हैं. इसके अलावा हरिद्वार, हल्द्वानी, नैनीताल में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है. हिमांतर ब्‍यूरो, देहादून उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए तीरथ सिंह रावत कैबिनेट ने राजधानी देहरादून में रात का कर्फ्यू (Night curfew) लगाने का फैसला किया है. कैबिनेट ने चकराता, कालसी क्षेत्र को छोड़कर संपूर्ण देहरादून जिले, हरिद्वार जिले, नैनीताल नगर पालिका एवं हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में कक्षा एक से 11वीं तक के सभी स्कूल 30 अप्रैल तक बंद रखने पर मुहर लगाई है. इन जगहों पर 10वीं एवं 12वीं की कक्षाओं की आफलाइन पढ़ाई पहले की तरह चलती रहेगी. एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में कैबिनेट ने पिछली त्रिवेंद्र सरकार के गैरसैंण को कमिश्नरी ब...
साहित्यकार एवं रंगकर्मी महावीर रवांल्टा सम्मानित

साहित्यकार एवं रंगकर्मी महावीर रवांल्टा सम्मानित

उत्तरकाशी
हिमांतर ब्यूरो, पुरोला श्री कमलेश्वर महादेव जीप,सुमो ड्राईवर एवं आनर्स समिति द्वारा सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं रंगकर्मी महावीर रवांल्टा को सम्मानित किया गया. समिति के पुरोला स्थित because कार्यालय में बेहद सादे आयोजन में समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह रजवार, सचिव यशवीर पंवार, उपाध्यक्ष अरविन्द चौहान, संगठन मंत्री दिनेश मेहर, प्रचार मंत्री उमापति भट्ट, कोषाध्यक्ष सुरेश जोशी,संरक्षक दिलीप राणा, स्टेशन प्रभारी मनमोहन नौडियाल so व मनमोहन राणा, मालचंद, त्रिलोक राणा, गुरुदेव रावत सहित अनेक लोगों की उपस्थिति में उन्हें स्मृति चिन्ह व शाल भेंटकर सम्मानित किया गया. उत्तराखंड साहित्य की विभिन्न विधाओं में लेखनी चलाने वाले महावीर रवांल्टा की अब तक तीन दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. देशभर की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं के प्रकाशन के because साथ ही आकाशवाणी व दूरदर्शन से उनकी रचना...
यूसर्क द्वारा एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार

यूसर्क द्वारा एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार

समसामयिक
हिमांतर ब्‍योरो उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) एवं अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के संयुक्त तत्वाधान में “Psychological Well-being among Youth” विषय पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन गया. अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार के मुख्य अतिथि प्रो. एन. के. जोशी, कुलपति, कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल ने अपने सम्बोधन में वेबिनार के आयोजन को महत्वपूर्ण बताया एवं वर्तमान में काविड-19 से युवाओं पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव के बारे में विस्तार से समझाया एवं विषय को समय की आवश्यकता बताया. वेबिनार के संरक्षक एम्स के निदेशक पदमश्री प्रो. रविकान्त एवं यूसर्क के निदेशक प्रो. दुर्गेश पंत के द्वारा सभी विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया गया. वेबिनार में यूनाइटेड किंगडम के प्रख्यात सलाहकार एवं मनोचिकत्सक डॉ. मोहन चावला के द्वारा मानसिक स्वा...
हमारे हिस्से के प्रो. डीडी पंत

हमारे हिस्से के प्रो. डीडी पंत

संस्मरण
सुप्रसिद्ध भौतिकशास्त्री और हिमालय के चिंतक प्रो. डीडी पंत की पुण्यतिथि (11 जून, 2008) पर विशेष चारु तिवारी मैं तब बहुत छोटा था. नौंवी कक्षा में पढ़ता था. यह 1979-80 की बात है. बाबू (पिताजी) ने बताया कि दुनिया के एक बहुत बड़े वैज्ञानिक आज बग्वालीपोखर में आ रहे हैं. बग्वालीपोखर में उन दिनों सड़क तो नहीं आई थी. हां, बिजली के पोल गढ़ गये थे, या कहीं बिजली आ भी गई थी. हमारे लिये वैसे भी अपने क्षेत्र के बाहर के आदमी को देखना ही कौतुहलपूर्ण था. वैज्ञानिकों और उनकी खोजों के बारे में किताबों में ही पढ़ते थे. हमें लगता था कि वैज्ञानिक आम आदमी से कुछ अलग होते होंगे. प्रतिभा और विद्वता में तो होते ही हैं, लेकिन हमें लगता था कि देखने में भी अलग होते होंगे. प्रो. डीडी पंत जी को पहली बार दूर से देखने का सुख मात्र एक वैज्ञानिक को देखने की बालसुलभ जिज्ञासा थी. उस समय पृथक उत्तराखंड राज्य के ल...
एक घुमक्कड़ की गौरव गाथा-दुनिया ने माना, हमने भुलाया

एक घुमक्कड़ की गौरव गाथा-दुनिया ने माना, हमने भुलाया

संस्मरण
पंडित नैन सिंह रावत (21 अक्टूबर, 1830-1 फरवरी, 1895) डॉ. अरुण कुकसाल 19वीं सदी का महान घुमक्कड़-अन्वेषक-सर्वेक्षक पण्डित नैन सिंह रावत (सन् 1830-1895) आज भी ‘‘सैकड़ों पहाड़ी, पठारी तथा रेगिस्तानी स्थानों, दर्रों, झीलों, नदियों, मठों के आसपास खड़ा मिलता है. लन्दन की रॉयल ज्‍यॉग्रेफिकल सोसायटी, स्‍टॉटहोम के स्वेन हैडिन फाउण्डेशन, लन्दन की इण्डिया आफिस लाइब्रेरी, कलकत्ता के राष्ट्रीय पुस्तकालय, दिल्ली के राष्ट्रीय अभिलेखागार, देहरादून के सर्वे ऑफ इण्डिया के दफ्तरों में नैन सिंह, अन्य पण्डितों, मुन्शियों तथा उनके तमाम गौरांग साहबों को अर्से से शोधार्थी अभिलेखों में विराजमान देखते रहे हैं.’’ (एशिया की पीठ पर, पण्डित नैन सिंह रावत, पृष्ठ-21) पण्डित नैन सिंह रावत का जन्म उत्तराखंड में जोहार इलाके के गोरी नदी पार भटकुड़ा गांव में 21 अक्टूबर, 1830 को हुआ था. उनका पैतृक गांव मिलम था. उस दौरा...