उत्तराखंड राज्य आंदोलन के जननायक
विपिन त्रिपाठी की पुण्यतिथि (30 अगस्त) पर विशेष
डॉ. मोहन चंद तिवारी
“गांव से नेतृत्व पैदा होने तक मैं गांव में
रहना पसंद करूंगा. सत्ता पगला देती है.
समाजवादी बौराई सत्ता से दूर रहें.”
-विपिन त्रिपाठी
30 अगस्त को उत्तराखंड राज्य आंदोलन के जननायक और द्वाराहाट क्षेत्र के विकास पुरुष श्री विपिन त्रिपाठी जी की पुण्यतिथि है. उत्तराखण्ड की आजादी और वहां की जनता के मौलिक अधिकारों के लिए जीवन पर्यंत संघर्ष करने वाले जननायकों में कुछ ही ऐसे नेता हैं जिन्हें देवभूमि उत्तराखण्ड का गौरव माना जा सकता है, उनमें द्वाराहाट क्षेत्र के संघर्षशील नेता, जुझारू पत्रकार, ‘द्रोणांचल प्रहरी’ के संपादक, कर्मठ समाज सेवी, क्षेत्र के विधायक और उक्रांद के अध्यक्ष रहे स्व. विपिन त्रिपाठी जी का नाम सबसे ऊपर आता है.
उत्तराखंड आंदोलन समेत समाज के विभिन्न क्षेत्रों में जन आंदोलनो...