चंद्रशिला: राम, रावण और चंद्रमा ने जहां तपस्या कर शिव को किया प्रसन्न!
यात्रा वृत्तांत
जे पी मैठाणी/फोटो– पूनम पल्लवी
पहाड़ अडिग हैं – तुंग यानी पर्वत या चोटी के शीर्ष के साथ. यात्रा आगे जारी है – चन्द्रशिला की ओर , जो 2 किलोमीटर ऊपर है – तुंगनाथ मंदिर से .
पिछले लेख में मैंने – आप सभी को श्री तुंगनाथ शिव मंदिर के बारे में बताया था -
अभी हमने श्री तुंगनाथ के दर्शन किये – पाँव बुरी तरह से ठन्डे हो गए हैं, जूते बदलने वाले स्थान पर बहुत भीड़ है मंदिर के दाहिने ओर छोटे – छोटी कटुवा पत्थर के पांडवों के मंदिर भी है. तुंगनाथ मंदिर के मुख्य द्वार के ठीक सामने जो नंदी विराजमान है लगता है बेहद शांत हैं , उनके सारे शरीर पर चन्दन, लाल पिठाई (रौली) चांवल पोत दिए गए हैं, भक्त नंदी के कान में मंत्र या अपने अपने मनोकामना की प्रार्थना कर रहे हैं ऐसा ही ठीक मैंने भी किया जीवन में पहली बार पर माँगा कुछ नहीं. इस सारे परिदृश्य और शिव के जयकारों के बीच हमने मंदिर प्र...