Tag: केदारनाथ

केदारनाथ : बंद हुए कपाट, शीतकाल में यहां होंगे दर्शन

केदारनाथ : बंद हुए कपाट, शीतकाल में यहां होंगे दर्शन

रुद्रप्रयाग
केदारनाथ : भैयादूज के पावन पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए सुबह 8:30 बजे बंद कर दिए गए। इस दौरान बाबा केदार के जयकारों से धाम गूंज उठा। मंगलवार को केदारनाथ में बाबा केदार की पंचमुखी मूर्ति को विधि-विधान और पूजा-अर्चना के साथ भंडारगृह से मंदिर के सभामंडप में विराजमान कर दिया गया था। सुूबह चार बजे से मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना शुरू हुई। बाबा की चल उत्सव विग्रह डोली धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करते हुए रात्रि प्रवास के लिए पहले पड़ाव रामपुर पहुंचेगी। 17 नवंबर को बाबा केदार छह माह की शीतकालीन पूजा-अर्चना के लिए ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। ...
बाबा केदार के दर पर मिले गांधी ब्रदर्स, राहुल और वरुण गांधी की खास मुलाकात के मायने?

बाबा केदार के दर पर मिले गांधी ब्रदर्स, राहुल और वरुण गांधी की खास मुलाकात के मायने?

उत्तराखंड हलचल
केदारनाथ: राहुल गांधी पिछले तीन दिनों से बाबा केदारनाथ की दर पर सेवा में जुटे थे। कभी लोगों को खाना खिलाते नजर आए तो कभी चाय पिलाते देखे गए। उन्होंने अपनी इस यात्रा के दौरान राजनीति को पूरी तरह से दूर रखा। हालांकि, भाजपा समर्थित लोगों ने बाबा केदार के जयकारे लगाने के बजाय धाम में मोदी-मोदी के नारे लगाए। लेकिन, राहुल गांधी विचलित नहीं हुए और सेवा में जुटे रहे। इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। राहुल गांधी जहां पहले से ही केदारनाथ धाम में हैं। वहीं, इस बीच उनके चचेरे भाई वरुण गांधी भी धाम में बाबा केदार के दर्शन करने पहुंच गए। आज सुबह राहुल गांधी बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने पूजा कर बाबा से आशीर्वाद लिया और लौट आए। लेकिन, इससे ठीक पहले राहुल गांधी अपने भाई भाजपा सांसद वरुण गांधी से मिलने पहुंच गए। दोनों के बीच अच्छी मुलाकात हुई। हालांकि, दोनों में क्या बातचीत हुई, यह तो साफ...
आर्मी चीफ मनोज पांडे ने किए बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम के दर्शन

आर्मी चीफ मनोज पांडे ने किए बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम के दर्शन

उत्तराखंड हलचल
बद्रीनाथ/केदारनाथ: थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडे ने आज सपरिवार भगवान बदरीविशाल और भगवान केदारनाथ के दर्शन किये उनके साथ सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी दर्शन को पहुंचे। थलसेना अध्यक्ष ने यात्रियों के बीच ही दर्शन किये।इस दौरान किसी भी तरह यात्रियों को दर्शन करने से नहीं रोका गया। थल सेनाध्यक्ष रविवार प्रात: साढ़े आठ बजे प्रात: भगवान केदारनाथ के दर्शन को पहुंचे जहां BKTC मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह तथा कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने उनकी अगवानी की दर्शन पूजा-अर्चना तत्पश्चात पूर्वाह्न साढ़े दस बजे थल सेना प्रमुख केदारनाथ से हैलीकॉप्टर द्वारा बदरीनाथ धाम पहुंचे। बदरीनाथ मंदिर में दर्शन किये और सपरिवार विशेष पूजा में शामिल हुए। इसके पश्चात थल सेना प्रमुख बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी से मिले तथा भगवान बदरीविशाल का प्रसाद गृहण किया। इससे पहले बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर ...
श्री केदारनाथ धाम में भूमि हस्तांतरण के संबंध में तीर्थ पुरोहितों ने आयुक्त गढ़वाल मंडल से की मुलाकात, आयुक्त ने तीर्थ पुरोहितों को पूर्ण हक दिलाने का दिया आश्वासन

श्री केदारनाथ धाम में भूमि हस्तांतरण के संबंध में तीर्थ पुरोहितों ने आयुक्त गढ़वाल मंडल से की मुलाकात, आयुक्त ने तीर्थ पुरोहितों को पूर्ण हक दिलाने का दिया आश्वासन

उत्तराखंड हलचल
देहरादून: श्री केदारनाथ धाम को भव्य रूप देने के लिए मास्टर प्लान के तहत निर्माण एवं विकास कार्य किए जा रहे हैं। इस संबंध में तीर्थ पुरोहितों के एक प्रतिनिधि मंडल ने आयुक्त गढ़वाल मंडल से भेंट कर अपनी समस्याएं रखी। इस दौरान गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने तीर्थ पुरोहितों की समस्याओं को सुनते हुए उचित समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने तीर्थ पुरोहितों से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण में पूर्ण सहयोग देने की अपेक्षा की। जनपद भ्रमण पर पहुंचे गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय का जिलाधिकारी डाॅ. सौरभ गहरवार ने जनपद आगमन पर स्वागत किया। इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल मंडल से तीर्थ पुरोहितों का प्रतिनिध मंडल ने जिला कार्यालय में भेंट कर केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्यों के लिए भूमि अधिग्रहण के संबंध में अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया। मौके...
केदारनाथ मार्ग पर 15 दिन में 16 घोड़े-खच्चरों की मौत!

केदारनाथ मार्ग पर 15 दिन में 16 घोड़े-खच्चरों की मौत!

रुद्रप्रयाग
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पिछले 15 दिन में 16 घोड़ा-खच्चरों की मौत हो चुकी है. पशु चिकित्सकों के अनुसार घोड़ा-खच्चरों को आराम और गर्म पानी नहीं दिया जा रहा है जिससे उनके पेट में गैस बन रही है. बर्फ और पैदल मार्ग पर फिसलकर भी कुछ घोड़ा-खच्चरों की मौत हुई है. इस साल 25 अप्रैल से शुरू हुई यात्रा में चार हजार घोड़ा-खच्चर यात्रियों के लिए व एक हजार माल ढुलान के लिए पंजीकृत किए गए हैं. गौरीकुंड से संचालित घोड़े और खच्चरों के लिए बर्फ से भरा रास्ता जान पर भारी पड़ रहा है. यात्रा के पहले दिन से लेकर 15वें दिन तक 16 घोड़ा-खच्चरों की मौत हुई है, जबकि बीते वर्ष यात्रा के पहले पखवाड़े में 48 घोड़ा-खच्चरों की मौत हुई थी. चिकित्सकों का कहना है कि गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किलोमीटर की चढ़ाई और वापसी में 16 किलोमीटर का ढलान जानवरों के लिए भारी साबित हो रहा है. संचालक जानवरों को सूखा भूसा, गुड़ और चना खि...
हेलिकॉप्टर से केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की हेलिपैड पर भी होगी स्वास्थ्य जांच

हेलिकॉप्टर से केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की हेलिपैड पर भी होगी स्वास्थ्य जांच

रुद्रप्रयाग
हेलिकॉप्टर से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की अब हेलिपैड पर भी स्क्रीनिंग यानी स्वास्थ्य जांच होगी. स्वास्थ्य विभाग और हंस फाउंडेशन की ओर से गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक 11 जगह कियोस्क सेंटर खोले जाएंगे. इनमें से सात केदारघाटी से केदारनाथ के लिए संचालित होने वाली हेलिकॉप्टर सेवा के हेलिपैड पर स्थापित किए जाएंगे. इन सेंटरों पर प्रारंभिक जांच रक्तचाप, शुगर, ऑक्सीजन, धड़कन जांची जाएगी. यहां जांच के दौरान किसी यात्री को कोई भी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत आती है तो उसका प्राथमिक उपचार किया जाएगा. एक सप्ताह में इन कियोस्क का संचालन शुरू हो जाएगा. साथ ही सोनप्रयाग सहित अन्य दो पैदल  मार्गों पर भी दो-दो कियोस्क सेंटर लगाए जाएंगे. साथ ही प्रत्येक यात्री का डेटा बैंक बनाकर स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जाएगा. ताकि इसके हिसाब से आगामी यात्रा में स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर की जा सकें. चारधाम यात्रा में यात्रिय...
चारधाम यात्रा: तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव की तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक

चारधाम यात्रा: तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव की तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक

देहरादून
उत्तराखण्ड में आगामी माह से शुरू होने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा से जुड़े होटल व्यवसायियों, तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक आयोजित की गई. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में जितनी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे थे, इस बार उससे अधिक आने की संभावना है, लिहाज़ा सरकार हर स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में कपाट खुलने से पहले बिजली- पानी की व्यवस्था को सुचारू कर दिया जाए. अपर मुख्य सचिव ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और भी सुलभ बनाए जाने के निर्देश दिए. अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी प्रतिनिधियों स...
महिला समूहों का कमाल : केदारनाथ में प्रसाद बेचकर किया 43.50 लाख रुपए का करोबार

महिला समूहों का कमाल : केदारनाथ में प्रसाद बेचकर किया 43.50 लाख रुपए का करोबार

रुद्रप्रयाग
महिला समूहों के लिए सौगात भरी रही केदारनाथ यात्रा हिमांतर वेब डेस्क विभिन्न महिला समूहों ने यात्रा के दौरान करीब 48 लाख रुपए का किया कारोबार. अकेले केदारनाथ प्रसाद से हुआ लगभग 44 लाख का व्यवसाय.  100 से अधिक महिलाओं को मिला सीधा रोजगार कोरोनाकाल के बाद पटरी पर लौटी श्री केदारनाथ धाम यात्रा इस बार जिले के लिए कई सौगात दे गई. यात्रा से सीधे तौर पर जुड़े लोग दो सालों से सुचारु यात्रा का इंतजार कर रहे थे, इस वर्ष रिकाॅर्ड 15 लाख, 63 हजार से ज्यादा यात्रियों ने केदारनाथ धाम पहुंचकर इस इंतजार को समाप्त किया. जिले में संचालित महिला समूहों के लिए भी यह यात्रा सुखद साबित हुई, कोरोनाकाल के बाद इस वर्ष महिला समूहों के व्यवसाय को नई ऊंचाइयां मिली. केदारनाथ यात्रा से जुडे़ विभिन्न महिला समूहों ने इस वर्ष करीब 48 लाख रुपए का व्यापार किया. यात्रा से मिला आत्मनिर्भरता को आधार माननीय प्रधान...
पहाड़ी वास्तुशिल्प का चितेरा- वास्तुविद कृष्ण चंद्र कुड़ियाल

पहाड़ी वास्तुशिल्प का चितेरा- वास्तुविद कृष्ण चंद्र कुड़ियाल

अभिनव पहल
 इन्द्र सिंह नेगी उत्तराखंड आध्यात्म एवं स्थापत्य की विशिष्ट शैली के लिए वैश्विक पटल पर जाना जाता है, यहाँ गंगोत्री, यमनोत्री, बद्रीनाथ, केदार नाथ, हनोल सहित अनेक देवालाय है जिसके दर्शनार्थ प्रति वर्ष आध्यात्मिक जगत के लोगों का तांता लगा रहा है जिससे ना केवल लोग अपनी आध्यात्मिक क्षुदा ना केवल शांत करते हैं बल्कि इसके साथ-साथ यहाँ के प्राकृतिक सौन्दर्य से भी आनंदित होतें है. इस पहाड़ी प्रदेश के लोगों की जीविका का आध्यात्मिक-पर्यटन मजबूत आधार हैं जिससे अनेकों लोग जुड़े हुये हैं. यहाँ के देवालय नागर, कत्युरी, हिमान्द्री, नाग/गुर्जर प्रतिहार, हयूण, द्रविड, फास्णा, बलभी, पंचायण, राजस्थानी, दक्षिण भारतीय, केदार नाथ आदि मंदिर स्थापत्य मंदिर शैलियाँ है. टोंस-यमुना घाटी के जनवासों और देवालयों को यहाँ अलग तरह से देखा जा रहा है, इन घाटियों में देवदार की अधिकता के कारण जनवास और देवालयों में पत...
 ‘जीवन जिससे पूर्ण सार्थक हो, वो मंजिल अभी दूर है’

 ‘जीवन जिससे पूर्ण सार्थक हो, वो मंजिल अभी दूर है’

पौड़ी गढ़वाल
प्रेरक व्यक्तित्व – डॉ. चरणसिंह 'केदारखंडी' डॉ. अरुण कुकसाल मैं अचकचा गया हूं कि कहां पर बैठूं? कमरे के चारों ओर तो एक दिव्य और भव्य स्वरूप पहले ही से विराजमान है. मुझे सुखद आश्चर्य हुआ कि कमरे में करीने से because रखी पुस्तकें मेरे स्वागत में एक साथ मुस्करा दी हैं. मेरे हाथ श्रीअरविंद और श्रीमां के चित्रों की ओर स्वतः ही अभिवादन के लिए जुड़ गये हैं. मैं तुरंत सामने की किताब को सहला कर अपने को सहज करता हूं. हिन्दी, उर्दू, संस्कृत और अंग्रेजी की डिक्शनरियों की एक लम्बी कतार सामने के रैक पर सजी हैं. कमरे में दिख रही सभी किताबें धर्म के दायरे से बाहर निकलकर आध्यात्म का आवरण लिए हुये हैं. ज्योतिष पल भर पहले मैं असमजस में रहा कि पहले किताबों से बातें करूं या केदारखंडी जी से. पर पल में ही संशय मिटा कि इन किताबों का अंश केदारखण्डी जी में किसी न किसी रूप में है, तो फिर उन्हीं से बातें प...