शशि थरूर के बाद हरदा ने क्यों की निशंक के कार्यों की तारीफ? जानिए क्या हैं इसके मायने
अरविंद मालगुड़ी
डॉक्टर रमेश पोखरियल निशंक द्वारा हाल ही में स्वास्थ्य कारणों के चलते शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दिया गया. अच्छा होता कि बेहतरीन ऐतिहासिक शिक्षा नीति देश को देकर निशंक ही because उसे क्रियान्वित करते लेकिन सूत्रों की माने तो वे अपने स्वास्थ्य को इस महत्वपूर्ण मिशन में बाधक नहीं बनना देना चाहते थे. दरअसल शिक्षा नीति की सफलता के लिए समय बद्धता ज़रूरी है. ऐसे में निशंक ने कार्य मुक्त होने का निर्णय लिया.
बुग्याल
भारत को ज्ञान आधारित महाशक्ति बनाने और विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के उनके प्रयासों को देश विदेश में जमकर सराहा गया. मुझे नहीं लगता भारत के इतिहास में पहले because ऐसा हुआ हो. सतत संवाद और विश्व के सबसे बड़े परामर्श या कहें मुक्त नवाचार से बनी इस नीति ने सभी हितधारकों की अपेक्षाओं को पूरा किया. कांग्रेसी नेताओं ने भी नीति की प्रशंसा की. शशि थरूर के बाद...