इन दिनों राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की धूम पूरे देश में है। पूरा देश राममय नजर आ रहा है। हर कोई अपनी तरह से भगवान राम का मंदिर बनने को लेकर खुशी जाहिर कर रहा है। ऐसे ही उत्तराखंड निवासी गायक, संगीतकार, लेखक, कवि, सर्वेश्वर बिष्ट ने भजन के जरिए भगवान राम के प्रति अपनी श्रद्धा जाहिर की है।
सर्वेश्वर बिष्ट दिल्ली के एक विद्यालय में संगीत अध्यापक के पद पर पिछले 30 सालों से दिल्ली एक स्कूल में कार्यरत हैं। वर्षों से उत्तराखंड की संस्कृति लोकगीत रीति, रिवाज परंपराओं को संजोगे रखने में गुंजन कला केंद्र के माध्यम से अपनी संस्कृति के लिए काम करते आए हैं। अपनी भाषा एवं लोक संगीत को जन-जन तक पहुंचने में इनका विशेष योगदान रहा है।
दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी, संस्कृत अकादमी, साहित्य कला परिषद एवं संगीत नाटक अकादमी के माध्यम से लगातार अपनी संस्कृति का प्रचार करते आ रहे हैं कुछ दिन पहले कुलदीप गौनियाल द्वारा रचित भजन ‘रघुकुल नंदन रामदुलारे कौशल्या के लाल…’ सर्वेश्वर बिष्ट द्वारा गया गया जो इस समय अयोध्या में खूब सराहा जा रहा है। लोगों द्वारा काफी सराहना गीत को मिल रही है। इस गीत में संगीत विनोद पांडे ने दिया है।