चंडीगढ़ : artificial Intelligence(artificial Intelligence) का जमाना है। वक्त के बदलने के साथ ही हर क्षेत्र में बदलाव हा रहे हैं। बदलते दौर में बीमार होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। नए-नए शोध और तकनीकों से इन बीमारियों को इलाज भी किया जा रहा है। ऐसी ही एक और नई तकननीक और खोज आने वाले समय में नई क्रांति ला सकती है।
डॉ. महेश हुकमानी ने इस नई और दूरदर्शी तकनीक को इजात किया है। डॉ.हुकमानी ने SMS मेडिकल कॉलेज से MBBS किया। वो देश के प्रतिष्ठित आई सर्जन हैं। अपने करियर में तमाम सफलताओं के बावजूद डॉ. महेश ने अपने भीतर इस क्षेत्र में और अधिक योगदान देने की अपनी इच्छाओं और सपनों को धरातल पर उतारने के लिए प्रयास लगातार जारी रखे।
उन्होंने जो नई तकनीक इजात की, उसके पीछे उनका खुद का अनुभव रहा है। दरअसल, दिल का दौरा पड़ने से उनके पिता जो उनके गुरू भी थे का अचानक निधन हो गया। इस घटना से डॉ.महेंश हुकमानी को गहरा सदमा लगा और वो डिप्रेशन में चले गए। इससे बाहर आने के लिए उन्होंने कई तरह का इलाज कराया। दवाइयां ली, लेकिन अपेक्षित लाभ नहीं मिला। यहीं से उनको कुछ अलग करने का आइडिया आया और उस पर काम शुरू कर दिया।
डॉ.महेश ने अवसाद पर काबू पाने के लिए आवाज विश्लेषण (sound analysis), आवृत्ति मानचित्रण और ध्वनि आवृत्तियों पर रिसर्च शुरू कर दिया। छह महीने के भीतर उन्होंने धीरे-धीरे खुद को दवा से पूरी तरह दूर कर लिया। खास बात यह है कि साउंड एनालेसिसि के जरिए इलाज के बाद उनको फिर से दवा लेने की जरूरत नहीं पड़ी।
उन्होंने मेहनत की, रिसर्च किया, उससे से निकले परिणाम को आज उन्होंने देश और दुनिया के लोगों के लिए पेश कर दिया है। जेवी स्कैन (JVSCAN) नाम से एक एप लॉन्च किया है। इसके जरिए लोग अपनी साउंड रिकॉर्ड कर उसके विश्लेषण के आधार पर इस नतीजे पर पहुंच सकते हैं कि उनका शरीर किस स्थिति में है। उनको क्या बीमारी होने वाली है। क्या डॉक्टर की जरूरत कब पड़ेगी। इस तरह से बीमारी के शरीर पर प्रभाव करने से पहले उससे निजात पाई जा सकती है।
डॉ. महेश का दावा है कि व्यापक शरीर परीक्षण करने के लिए JVSCAN के जरिये ध्वनि विश्लेषण का उपयोग कर सकेंगे। इससे न केवल शारीरिक स्तर पर बल्कि मानसिक और रक्त स्तर पर भी रोग की प्रगति पर नज़र रख सकते हैं। इस साहसिक विचार से प्रेरित होकर, डॉ. महेश ने एक ऐसी यात्रा शुरू की जो लोगों की जीवन ही बदल देगी, इससे लोगों की जानें बचाने ने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने आवाज के नमूनों का उपयोग करके पूरे मानव शरीर की आवृत्तियों को मैप करने का श्रमसाध्य कार्य शुरू किया। यह एक कठिन कार्य था, जिसके लिए अटूट समर्पण और निरंतर अनुसंधान की आवश्यकता थी। डॉ. महेश हुकमानी की यात्रा मानव नवाचार और दृढ़ संकल्प की शक्ति का एक प्रेरक प्रमाण है।
यह एक ऐसे दृष्टिकोण की निरंतर खोज की कहानी है, जो हम सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। जेवी स्कॅन के साथ, वह न केवल एक चिकित्सा समाधान प्रदान करता है, बल्कि आशा की किरण भी प्रदान करता है, जो हमें हमारे सबसे अंधेरे पलों से बाहर निकलने में मदद करती है।