भंग्यूल/तपोवन (ज्योतिर्मठ) की पावन धरती पर हिमालय के त्रिकालदर्शी संत परमहंस गुदड़ी बाबा के जीवन और संदेश पर आधारित पुस्तक – परमहंस गुदड़ी बाबा के लोकार्पण समारोह का आयोजन हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में दयाल सिंह फर्स्वाण “भगत जी” ने इस कार्यक्रम को अपना आशीर्वाद दिया जो इस पूरे क्षेत्र में बाबा के सबसे प्रिय पार्षद हैं। संतों, परमहंस की कृपा पात्र भंग्यूल, तपोवन, ढाक आदि ग्रामों से अनेक लोग इस आयोजन के साक्षी बने। श्री अरविन्द अध्ययन केंद्र ज्योतिर्मठ के सम्मानित अध्यक्ष अरविंद पंत जी और चर्चित साहित्यकार भगत सिंह राणा ‘हिमाद’ जी ने इस पुस्तक की समीक्षा की।
सामाजिक कार्यकर्ता और केंद्र के सचिव ओमप्रकाश डोभाल और कवि हिमाद जी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का संचालन किया। श्रीमातृ ध्यान से प्रारंभ होने वाले इस कार्यक्रम में भंग्यूल गाँव की मातृ शक्ति और युवक मंगल दल ने भी सराहनीय सहयोग किया।
धवल गंगा के तट पर स्थित बद्रिकाश्रम क्षेत्र के महान अपरिग्रही संत गुदड़ी बाबा की समाधि स्थली के समीप स्थित उनके नए स्मृति मंदिर के परिसर में सम्पन्न इस आयोजन में अनेक संतों का सानिध्य भी प्राप्त हुआ। पुस्तक बद्रिकाश्रम क्षेत्र में बाबा की लीलाओं और उनके जीवन संदेश, वचनामृत को समर्पित है। पुस्तक श्री अरविन्द अध्ययन केंद्र ज्योतिर्मठ का प्रकाशन है और श्री अरविन्द आश्रम प्रेस पुदुचेरी से इसे मुद्रित किया गया है।
उदीयमान कवयित्री विनीता भट्ट जी,ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का श्रीगणेश किया और केंद्र के संयुक्त सचिव श्रद्धालु जी, महावीर राणा जी ने अतिथियों का आभार प्रकट किया ।
इस अवसर पर श्री ओमप्रकाश डोभाल और श्री संदीप नौटियाल के सौजन्य से भंडारे का आयोजन किया गया और मातृ शक्ति ने भजन कीर्तन की प्रस्तुति दी।