पिथौरागढ़: अपनी लेखनी से पूरे देश में चमक बिखेर रहे सीमान्त के ललित शौर्य को विभिन्न संगठनों ने सामूहिक रूप से सम्मानित किया. समाजसेवी जुगल किशोर पांडेय की पहल पर एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में ललित शौर्य को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर वक्ताओं ने ललित के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा की.
राम सिंह ने कहा कि ललित वैश्विक पटल पर पिथौरागढ़ का नाम आगे बढ़ा रहे हैं.
डां. कच्चाहारी ने ललित शौर्य को बाल साहित्य में उभरता हुआ सूर्य बताया. शिक्षाविद उमा पाठक ने कहा कि ललित की रचनाएं पाठ्यक्रम में लगनी चाहिए. ये रचनाएं भावी भविष्य को गढ़ने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. राकेश देवलाल ने शौर्य को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया. डां पीताम्बर अवस्थी ने ललित शौर्य के रचनाकर्म को मार्गदर्शक बताया.
कार्यक्रम के संयोजक जुगल किशोर पांडेय ने कहा ललित शौर्य की कहानियां मलायलम, कन्नड़, तेलगु, अंग्रेजी, पंजाबी, उर्दू, मराठी एवं गुजराती में अनुदित हो रही हैं. ललित अब तक 11 पुस्तकें लिख चुके हैं. इन्होंने 6 किताबों का सम्पादन किया है.
इस अवसर पर चंदन पानू, मथुरादत्त चौसाली, गिरधर सिंह बिष्ट, डी. एन भट्ट, राकेश देवलाल, बीरेंद्र शाह, अक्षय शाह, जयमाला देवलाल, लक्ष्मी आर्या, डीएस भंडारी, मनोहर सिंह जेठी, पीडी भट्ट, योगेश कुमार, विनोद कार्की, रेखा जोशी, दीपा जोशी, रीता कापड़ी, मंजू बाला जोशी, प्रमोद कुमार श्रोतीय, पवन महरा, विक्की मेहता, दीवान सिंह वल्दिया, जनार्दन उप्रेती, प्रकाश जोशी, देवराज वल्दिया, नरेंद्र चंद आदि लोग उपस्थित थे.