विकासनगर. जौनसार-बावर की लोक संस्कृति पर आधारित जौनसारी बोली भाषा में निर्मित गज्जू-मलारी के वीडियो एल्बम का लोकार्पण जौनसार बावर भवन में किया गया.
गज्जू-मलारी वीडियो एल्बम के लोकार्पण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए कालसी के क्षेत्रीय वन अधिकारी ज्वाला प्रसाद ने कहा कि जौनसार—बावर, जौनपुर—रवांई की संस्कृति आपसी प्रेम और सौहार्द की संस्कृति है. इस क्षेत्र का खानपान, रीति रिवाज, परंपरा व रहन-सहन अद्भुत है. इसलिए यहां पर जो गीत बनाए जा रहे हैं उन्हें लोग खूब पसंद करते हैं.
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए विधानसभा के पूर्व सूचना अधिकारी भारत चौहान ने कहा कि जौनसार बावर की लोक संस्कृति केवल गीत और नृत्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां के लोगों के अंदर सहकारिता की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है, आपसी सहयोग से सभी समुदाय को साथ लेकर चलना यह भी एक संस्कृति का अंग है. उन्होंने कहा है कि गज्जू मलारी एक प्रेम गाथा है जिस पर पूर्व में भी अनेक गीतों की रचना हुई है. श्री चौहान ने कहा कि गज्जू-मलारी के रूप में एक फिल्म बनाई की जानी चाहिए जिससे गज्जू-मलारी की प्रेम गाथा का सही चित्रण हो सके.
इस अवसर पर गीतकार संजय रांठा, गीत के गायक और नायक राजेंद्र नौटियाल, गायिका काजल कोहली, मास्टर करण सुरेंद्र वर्मा, जौनसार—बावर कल्याण समिति, विकासनगर के अध्यक्ष प्रभु सिंह तोमर, लेखराज तोमर, दिनेश तोमर, कपिल जौनसारी, सरदार सिंह राणा, आनंद सिंह राणा, श्याम सिंह, कविता नौटियाल, बारू निराला, बाबूराम शर्मा, जयदीप जोशी अंशुल देव, राहुल आदि सहित अनेक लोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन श्याम कुंवर ने किया.