वरिष्ठ समाज विज्ञानी, प्रशिक्षक, लेखक एवं घुमक्कड़ डॉ. अरुण कुकसाल को भारत सरकार के महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी ‘मनरेगा’ से सम्बद्ध
शिकायतों के निवारण एवं उनके अनुश्रवण के लिए जनपद पौड़ी में लोकपाल के पद पर नियुक्त होने पर सभी क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है.ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना
उत्तराखंड गढ़वाल के चामी गांव (असवालस्यूं) में 8 अक्टूबर, 1959 को जन्मे डॉ. अरुण कुकसाल ने उत्तर
प्रदेश एवं उत्तराखंड में विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं. अर्थशास्त्र में पीएच.डी. डॉ. कुकसाल हिमालयी समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक मुद्दों के गहन जानकार हैं. वे विगत कई वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं तथा सोशियल मीडिया में नियमित रूप से लेखन में सक्रिय हैं. उद्यमिता विकास, यात्रा, साहित्य तथा सांस्कृतिक विषयों पर उनकी 7 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं.रोजगार गारंटी योजना
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वे उद्यमिता शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय
योगदान के लिए राष्ट्रीय उद्यमी उत्प्रेणा प्रशिक्षक सम्मान भी प्राप्त कर चुके हैं. आकाशवाणी के वे नियमित वार्ताकार हैं. विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखंड की पाठ्यचर्या में उद्यमिता विकास पाठ्यक्रम के समावेश में उनका महत्वपूर्ण योगदान है.गारंटी योजना
गिरी विकास अध्ययन संस्थान उप्र., लखनऊ
(जीआईडीएस), उद्यमिता विकास संस्थान उप्र., लखनऊ (आईईडीयूपी), राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, उत्तराखंड (एससीईआरटी) तथा राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद्, उत्तराखंड (यूकॉस्ट) में महत्वपूर्ण पदों पर उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं. लिखने-पढ़ने एवं अपने गांव के लिये कुछ करने की चाह में उन्होंने वर्ष-2016 में उन्होंने राजकीय सेवा से स्वैच्छिक सेवा-निवृत्ति ले ली. वर्तमान में डॉ. कुकसाल अपने पैतृक गांव, चामी में बच्चों, युवाओं और महिलाओं के लिए पुस्तकालय संचालन, कम्प्यूटर प्रशिक्षण तथा कैरियर मार्गदर्शन के कार्य में सक्रिय हैं.गारंटी योजना
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लोकपाल जैसे इस महत्वपूर्ण पद का दायित्व मिलने पर हिमांतर परिवार की ओर से डॉ. अरुण कुकसाल जी को हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं.
(सीताराम बहुगुणा की फेसबुक वॉल से)