उत्तरकाशी

सीएम धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर मौके का लिया जायजा, कहा – सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालना पहली प्राथमिकता

सीएम धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर मौके का लिया जायजा, कहा – सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालना पहली प्राथमिकता

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालना हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। घटना के बाद से ही लगातार अधिकारियों से अपडेट ले रहे मुख्यमंत्री ने आज पूर्वाह्न सिलक्यारा पहुंचकर मौके का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बचाव एवं राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही न हो, इसके लिए लगातार निगरानी की जाए। मुख्यमंत्री धामी ने सुरंग में पहुंचकर अधिकारियों से हादसे के सम्बंध में पूरी जानकारी ली। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में मलबा हटाने का काम तेजी से जारी है। पूरी रात रेस्क्यू चला है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, रेलवे और विशेषज्ञों की टीमें मौके पर जुटी है। सुरंग में फंसे लोग पूरी तरह ठीक हैं और उनसे बात भी हो रही है। उन्होंने प्रभावितों के परिजनों को आश्वस्त किया कि सुरंग में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निक...
उत्तरकाशी : ऐसा गांव, जिसके जातिवाद के आधार पर कर दिए दो टुकड़े, अब होंगे बेनकाब!

उत्तरकाशी : ऐसा गांव, जिसके जातिवाद के आधार पर कर दिए दो टुकड़े, अब होंगे बेनकाब!

उत्तरकाशी
आखिर किसने बोया गांव को बांटने का बीज. मानकों को धत्ता बता कर बना दो ग्रामसभाएं. क्या जिम्मेदार अधिकारियों पर होगी कार्रवाई? बड़कोट: दुनिया आज ग्लोबल गांव बन चुकी है। लेकिन, उत्तराखंड का एक ऐसा गांव भी है, जिसे महज जातियों के आधार पर बांटने का मामला फिर चर्चाओं में है। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि शासन में हुई शिकायत में कही गई हैं। मामले की जांच भी इसी आधार पर शुरू कर दी गई है। लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि आखिर गांव को क्यों बांटा गया? किसके कहने पर एक ही गांव को दो सीमाओं में बांट दिया गया? कैसे एक ही गांव में जातिवाद का जहर घोल दिया गया? वो कौन अधिकारी और कौन लोग थे, जिन्होंने मानकों के विपरीत एक गांव के दो दुकड़े कर दिए ? नौगांव विकासखंड के भाटिया गांव को दो ग्राम सभाओं में बांट दिया गया है। यह मामला काफी पुराना है, लेकिन एब फिर चर्चा में है। गांव के जयपाल सिंह रावत ने शासन स...
उत्तरकाशी : सिलक्यारा पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

उत्तरकाशी : सिलक्यारा पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

उत्तरकाशी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री धामी कुछ देर पहले घटनास्थल पर पहुंचे। जहां टनल में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए चल रहे रेस्क्यू कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान निरीक्षण कार्य की पूरी जानकारी ली और अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उत्तरकाशी से राहत की खबर, मजदूरों से देर रात हुई बात, खाने के लिए पाइप भेज चने के पैकेट

उत्तरकाशी से राहत की खबर, मजदूरों से देर रात हुई बात, खाने के लिए पाइप भेज चने के पैकेट

उत्तरकाशी
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है। मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हुआ। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं । टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है । इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चना-चबैना के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक भेजे गए हैं।...
उत्तरकाशी: टनल में फंसे करीब 40 मजदूर, NDRF, SDRF समेत कई टीमें रेस्क्यू में जुटी, THDC से ली जा रही मदद

उत्तरकाशी: टनल में फंसे करीब 40 मजदूर, NDRF, SDRF समेत कई टीमें रेस्क्यू में जुटी, THDC से ली जा रही मदद

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी: उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे करीब 40 मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है। रेस्क्यू कार्य में NDRF, SDRF, THDC, समेत पुलिस, फायर और अन्य आपदा प्रबंधन से जुड़े दल लगातार जुटे हुए हैं। THDC से सुरंग के भीतर तक जल्द से जल्द आक्सीजन पहुंचाने और फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए  मशीनें मंगवाई गई हैं। NHDCL के पूर्व प्रबन्धक ने बताया कि ब्रहम्खाल-पोलगांव निर्माणाधीन रोड टनल जो सिलक्यार से लगभग 2340 मीटर निर्माण की गयी है के सिलक्यार की तरफ से टनल के 270 मीटर भाग के पास 30 मीटर क्षेत्र में मलवा आने के कारण टनल के अन्दर की ओर लगभग 35-40 मजदूर फंसे होने की सूचना दी गयी। उक्त के दृष्टिगत खोज-बचाव कार्यों, पुलिस, NDRF, SDRF त्वरित कार्यवाही दल, उप जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी और राजस्व टीम मौके पर मौजूद है। मलवा हटाये जाने की कार्यवाही गतिमान है। ज...
उत्तरकाशी सुरंग हादसा अपडेट : 25 मजदूरों के फंसे होने की खबर, रेस्क्यू शुरू

उत्तरकाशी सुरंग हादसा अपडेट : 25 मजदूरों के फंसे होने की खबर, रेस्क्यू शुरू

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी : यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन हुआ है। सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन में नवयुगा कंपनी कर रही है। बताया जा रहा है कि सुरंग के अंदर 25 से ज्यादा मजूदर फंसे हैं। जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने इसकी पुष्टि की है। भले अभी यह पता नहीं चल पाया है कि सुरंग के अंदर कुल कितने श्रमिक फंसे हैं। कंपनी की ओर से मलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा है। मौके पर पांच 108 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि अभी किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए है। जानकारी के अनुसार, हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे हुआ। सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं।...
नौगांव-बड़कोट: कंसेरू के भगवान सिंह को नशेड़ियों ने लूटा

नौगांव-बड़कोट: कंसेरू के भगवान सिंह को नशेड़ियों ने लूटा

उत्तरकाशी
देहरादून: पहाड़ से देहरादून अपने काम से आने लोगों के लिए यह खबर किसी सबक से कम नहीं है। अगर आप भी कभी किसी काम से देहरादून आते हैं तो ऐसे किसी पर भरोसा ना करें। आपके साथ धोखा भी हो सकता है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि  ऐसी ही एक मामला सामने आया है। इसलिए सावधान! किसी पर ऐसे ही भरोसा ना करें। उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक के कनसेरु गांव (बड़कोट) निवासी भगवान सिंह देहरादून आए थे। जानकारी के अनुसार उनको बकरा मंडी जाना था। इस दौरान उनको स्कूटी पर सवार दो लड़के मिले। दोनों ने उनकी मदद करने की बात कही और अपने साथ स्कूटर पर बैठा लिया। उनको इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके साथ कुछ बुरा होने वाला है। अपने भोलेपन के कारण वो उनके साथ बैग गए। इसके बाद उनके साथ जो कुछ हुआ, वो सबके सामने है। उनको अपने साथ लेजाने वाले युवक नशेड़ी थे। दोनों ने भगवान सिंह के साथ मारपीट भी की और 45 हजार रुपये भी लूट लिए।...
उत्तरकाशी: सेना के एडवेंचर दल का कीर्ति इंटर कॉलेज में भव्य स्वागत

उत्तरकाशी: सेना के एडवेंचर दल का कीर्ति इंटर कॉलेज में भव्य स्वागत

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी: भारतीय सेना के 288 मीडियम आर्टिलरी रेजीमेंट रुड़की के 20 सदस्य हिमालय माउंटेन बाइकर्स एडवेंचर दल, स्वच्छ भारत अभियान, ज्वाइन इंडियन आर्मी और अग्नि स्कीम के प्रति छात्र छात्राओं को जागरूक करने और उतराखण्ड की सीमावर्ती क्षेत्रों में जाकर अभियान को सफल बनाने के संकल्प के साथ गंगोत्री से राजकीय कीर्ति इण्टरमीडिएट कालेज उतरकाशी आगमन पर कालेज के प्रधानाचार्य श्री विजेन्द्र सिंह राणा, एनसीसी ऑफिसर कैप्टन लोकेन्द्र पाल सिंह परमार, एस ओ प्रभाकर सेमवाल के  साथ विद्यालय के सभी शिक्षकों व एनसीसी कैडेट्स और छात्रों के द्वारा एडवेंचर टीम का बड़े हर्ष के साथ स्वागत किया गया. सेना के इस 20 सदस्य एडवेंचर दल में टीम लीडर मेजर एच के सोनिक, लेफ्टिनेंट अभिजीत नायर, नायब सूबेदार रंजीत सिंह , हवलदार भंवर सिंह, हवलदार बालिस्टर कुमार सहित सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के तीन कैडेट्स भी हैं. मेजर सोनिक ने छात्र...
उत्तरकाशी: खतरे में शनिधाम, 14वीं शताब्दी में गुजाखुंटी निर्माणशैली से बना है मंदिर

उत्तरकाशी: खतरे में शनिधाम, 14वीं शताब्दी में गुजाखुंटी निर्माणशैली से बना है मंदिर

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी (खरसाली): खरासली गांव में 14वीं शताब्दी में बना शनिधाम मंदिर खतरे में हैं। मंदिर में कुछ सालों पहले जो हल्की दरारें उभरी थीं, वो अब बढ़ने लगी हैं। ऐसे में इस बात का संकट है कि अगर जल्द मंदिर का पुननिर्माण नहीं किया गया या फिर उसकी मरम्मत नहीं की गई, तो यह खतरे में पड़ सकता है। मंदिर के पुननिर्माण में सहयोग के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व CM कमलनाथ की पत्नी और कुछ अन्य लोग भी तैयार हैं। लेकिन, इस पर अब भी सहमति नहीं कन पाई है। गुजाखुंटी निर्माणशैली मां यमुना के मायके खरसाली में बना पौराणिक शनी मंदिर गुजाखुंटी निर्माणशैली में बनाया गया है। इसमें कटिंग पत्थरों के साथ गजा की तरह खूंटियों पर लकड़ी से जोड़ देकर भवन को मजबूती दी गई है। लेकिन, 14वीं सदी से शताब्दी से अब तक लकड़ी खराब हो चुकी है, जिसका सीधा असर मंदिर पर पड़ रहा है। बुनियाद को काफी नुकसान पिछले साल मां यमुना के शीतकालीन प्रवास ...
बड़कोट महाविद्यालय को नैक मूल्यांकन में मिले 2.0 अंक, हासिल किया “C” ग्रेड, 0.01 अंक से चुका “B” ग्रेड 

बड़कोट महाविद्यालय को नैक मूल्यांकन में मिले 2.0 अंक, हासिल किया “C” ग्रेड, 0.01 अंक से चुका “B” ग्रेड 

उत्तरकाशी
बड़कोट: राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट ने नैक मूल्यांकन में 2.0 अंक हासिल कर “सी” ग्रेड प्राप्त किया 0.01 अंक से महाविद्यालय “बी” ग्रेड से वंचित रह गया महाविद्यालय प्रशासन के अनुसार इतने कम संसाधनों में नैक उत्तीर्ण करना महाविद्यालय के लिए हर्ष का विषय है। नैक नोडल डॉ. अंजु भट्ट ने कहा कि महाविद्यालय में महाविद्यालय में प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, बहुउद्देशीय हाल, पर्याप्त टीचिंग स्टाफ, पूर्व छात्र परिषद का पंजीकृत न होना, खेल मैदान का न होना, महाविद्यालय गेट का ना होना, चार दिवारी का ना होने के कारण इतने कम अंक से “बी” ग्रेड पाने से वंचित रह गया। वहीं, महाविद्यालय प्रशासन एवं समस्त छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय नैक मूल्यांकन में उत्तीर्ण होने पर खुशी जताई कहा कि महाविद्यालय के लिए यह 30 वर्षों के बाद अति हर्ष का विषय है कि महाविद्यालय नैक मूल्यांकन उत्तीर्ण की श्रेणी में आया है...