टिहरी गढ़वाल

G-20 : उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू होंगे विदेशी मेहमान

G-20 : उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू होंगे विदेशी मेहमान

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जानकी सेतू से लेकर गंगा घाटों को दिया गया नया लुक, एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने एमडीडीए द्वारा किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया 24-25 मई को नरेंद्रनगर में होने जा रही दूसरी जी-20 बैठक के लिए मुनि-की-रेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र पूरी तरह से सज-धज कर तैयार हो चुका है। विदेशी मेहमान गंगा जी की शाम की आरती में शामिल होंगे तो कल-कल बहती गंगा के बीच उन्हें एक अलौकिक अनुभूति होगी। शनिवार को उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी ने मुनि की रेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिये।  इस पूरे क्षेत्र को बड़ी खूबसूरती और कलात्मक तरीके से सजाया गया है। यूं तो माँ गंगा के पावन तट पर आम दिनों में भी अलग अनूभूति का अहसास होता है लेकिन जी-20 में प्रतिभाग करने आ रहे विदेशी मेहमानों को उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू कराने के भी पर्याप्त इंतजाम किए गए ...
उत्तराखंड के गांधी: जब मैनें उन्हें पहली बार उदास, हताश और निराश देखा! 

उत्तराखंड के गांधी: जब मैनें उन्हें पहली बार उदास, हताश और निराश देखा! 

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सूर्य प्रकाश सेमवाल पहाड़ के गाँधी कहलाने वाले हिमालय गौरव स्व. इन्द्रमणि बडोनी अपने विराट एवं उदात्त  व्यक्तित्व तथा सादगी व सहज व्यवहार के लिए सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए ही नहीं वरन् सामान्य जनमानस के लिए भी सदैव प्ररणाप्रद एवं वदनीय बने रहेंगे. अपने अनुकरणीय आचरण एवं निश्च्छल कार्यशैली के बल पर जहां उन्होंने दलगत व क्षेत्रीय भावना से ऊपर होकर समूचे पहाड़ी क्षेत्र में अपनी एक विशेष पहचान व साख बनाई थी वहीं संस्कृति, परंपरा, शिक्षा, पर्यटन और सामाजिक जागरण से जुड़े अन्य विविध क्षेत्रों में क्रांतिकारी पहल की. बडोनी जी चीन के तिब्बत बॉर्डर से सटे अंतिम सीमांत गाँव गंगी से लेकर पूरे टिहरी गढ़वाल, पर्वतीय क्षेत्र, लखनऊ और दिल्ली तक भी सभी  लोगों के बीच आदरणीय बने रहे. पृथक उत्तराखंड आंदोलन के पुरोधा व उत्तराखंड क्रांति दल के संस्थापकों में से एक जनता के लोकप्रिय प्रतिनिधि बडोनी जी...
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य के लिए  टिहरी की भिलंगना घाटी के “सूर्य प्रकाश सेमवाल” को मिले मौका

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य के लिए  टिहरी की भिलंगना घाटी के “सूर्य प्रकाश सेमवाल” को मिले मौका

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बिजेंद्र सिंह रावत "दगड़या" उत्तराखंड के "उत्तरायणी" पर्व को विगत 20 वर्षो से दिल्ली एनसीआर और राष्ट्र स्तर पर पहचान दिलाने वाले कर्मयोगी, यशस्वी , समाज सेवी मानव भाई "सूर्य प्रकाश सेमवाल" को इस बार भाजपा की और से टिहरी राज्य सभा सांसद के लिए आगे आना चाहिए. समाज सेवा भावना , अपनी जड़ों से प्रेम , अपनी पहाड़ की संस्कृति व परंपराओं के सरक्षण व सवर्धन के लिए सदैव प्रथम पंक्ति में खड़े होने वाले सेमवाल जी एक उच्च शिक्षाधारी और शिक्षा के क्षेत्र में भी ठोस नाम है.  इनका पूरा जीवन  राष्ट्रवादी सोच का रहा है औरसंघ के एक स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रभक्ति का संस्कार लेकर कई अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारका  जिला में संपर्क प्रमुख, बौद्धिक प्रमुख  और प्रचार प्रमुख के दायित्व के बाद वर्तमान में समरसता प्रकल्प में संयोजक. विश्व हिंदू परिषद के संस्कृत विभाग ...
भिलंगना घाटी के मसीहा : हिमालय गौरव इन्द्रमणि बडोनी

भिलंगना घाटी के मसीहा : हिमालय गौरव इन्द्रमणि बडोनी

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सूर्य प्रकाश सेमवाल पश्चिम के मीडिया ने ज़िंदा और चलते फिरते गाँधी की उपमा जिस सामाजिक, सांस्कृतिक,आध्यात्मिक और राजनीतिक विभूति को दी थी, वह कोई और न ही हिमालयी व्यक्तित्व स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी थे. यही कारण है कि देश के गांधी की तरह बेशक पहाड़ के गांधी के संकल्पों और मुद्दों को हाशिये पर पहुंचा दिया गया हो लेकिन अपने विराट एवं उदात्त व्यक्तित्व तथा सादगी व सहज व्यवहार के लिए सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए ही नहीं वरन् सामान्य जनमानस के लिए भी सदैव प्रेरणाप्रद एवं वदनीय बने रहेंगे. वाटर हारवैस्टिंग अपने अनुकरणीय आचरण, शैक्षणिक जागरूकता,  कुशल नेतृत्व क्षमता एवं निश्च्छल कार्यशैली के बल पर बडोनी जी ने दलगत व क्षेत्रीय भावना से ऊपर होकर समूचे पहाड़ी क्षेत्र because में अपनी एक विशेष पहचान व साख बनाई थी. वे अपनी कर्मभूमि भिलंगना घाटी के गंगी गाँव से लेकर पौड़ी, चपावत, अल्मोड़ा के...
ग्रामपंचायत स्तर पर सैनिटाइजेशन का कार्य युद्ध स्तर पर निरंतर जारी, 923 व्यक्तियों का हुआ टीकाकरण

ग्रामपंचायत स्तर पर सैनिटाइजेशन का कार्य युद्ध स्तर पर निरंतर जारी, 923 व्यक्तियों का हुआ टीकाकरण

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कोविड-19 से सुरक्षा के लिए व्यवहार परिवर्तन को लेकर उपजजिलाधिकारियो के नेतृत्व में राजस्व उपनिरीक्षकों ने संभाली कमान हिमांतर ब्यूरो, नई टिहरी जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव के दिशा निर्देशों में विकास विभाग के तत्वाधान में कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रति ग्राम पंचायत स्तर पर एक ओर जहां सैनिटाइजेशन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है वहीं उपजिलाधिकारियो के नेतृत्व में गांव-गांव कोविड के प्रति जनजागरूकता को लेकर जनपद के राजस्व उपनिरीक्षकों ने भी कमर कस ली है. सोमवार को तहसील नैनबाग क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत सेंदुल में राजस्व विभाग की टीम द्वारा ग्रामीणों को कोरोना के प्रति जागरूक किया गया वहीं ग्रामीणों को सामाजिक दूरी, मास्क के महत्व, साफ-सफाई सहित अन्य जानकारी जानकारी दी गई. इस दौरान राजस्व विभाग कर्मियों को अपने बीच पाकर ग्रामवासियों ने टीम को धन्यवाद भी ज्ञापित किया. इ...
टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने ऑक्सीजन प्लांट के लिए 50 लाख स्वीकृत किए

टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने ऑक्सीजन प्लांट के लिए 50 लाख स्वीकृत किए

टिहरी गढ़वाल
हिमांतर ब्यूरो, नई टिहरी लोकसभा सांसद टिहरी गढ़वाल श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह ने आज अपनी सांसद निधि से विकासखंड प्रतापनगर के समुदायक स्वास्थ्य केंद्र चौण्ड में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना हेतु 50 लाख रुपये स्वीकृत किये गए है। जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए इस बहुमूल्य योगदान के लिए जिला प्रशासन द्वारा भूरी-भूरी माननीय सांसद की प्रशंसा की गई है। जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि माननीय सांसद के योगदान से स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक दुरुस्त किया जा सकेगा, जिसका लाभ जनपद की संभ्रांत जनता को मिलेगा।...
36 छोटे वाहनों को मॉडिफाइड कर  बनाया गया एम्बुलेंस

36 छोटे वाहनों को मॉडिफाइड कर बनाया गया एम्बुलेंस

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हमारे संवाददाता, नई टिहरी जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रयास निरंतर जारी है. जिसके तहत सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों सैंपल टेस्टिंग किट, लक्षणयुक्त व्यक्तियों व आइसोलेशन पर रह रहे व्यक्तियों के लिए दवाई की किटों की लगातार आपूर्ति कराई जा रही है. इसी कड़ी में इन स्वास्थ्य केंद्रों में एम्बुलेंसों की तैनाती/उपलब्धता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा जनपद में एम्बुलेंस की संभावित आवश्यकता को देखते अब तक कुल 36 छोटे वाहनों को मॉडिफाइड कर एम्बुलेंस का रूप दिया गया है जिनका उपयोग रोगी को दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो से कोविड केअर सेंटर/हायर सेंटर उपचार हेतु लाने में किया जाएगा. मॉडिफाइड एम्बुलेंस तैयार करने का जिम्मा सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी एन के ओझा को सौंपा गया था जिन्होंने तय समयसीमा के भीतर इन वाहनों को एम्बुलेंस में ढालकर क...
देश-दुनिया में शायद ही कहीं ऐसा हुआ हो- पंड़ित, क्षत्रीय और शिल्पकार का सफल संयुक्त परिवार

देश-दुनिया में शायद ही कहीं ऐसा हुआ हो- पंड़ित, क्षत्रीय और शिल्पकार का सफल संयुक्त परिवार

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डॉ. अरुण कुकसाल उत्तराखण्ड में सामाजिक चेतना के अग्रदूत 'बिहारी लालजी' के 18 मार्च, 2021 को बूढ़ाकेदार आश्रम में निधन  होना एक युग नायक का हमारे सामाजिक जीवन से प्रस्थान करना है. टिहरी गढ़वाल जनपद की भिलंगना घाटी में धर्मगंगा और बालगंगा के संगम पर है बूढ़ाकेदार (पट्टी-थाती कठूड़). समुद्रतल से 1524 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बूढ़ाकेदार so कभी गंगोत्री - केदारनाथ पैदल मार्ग का प्रमुख पड़ाव था. यह क्षेत्र नाथ संप्रदाय से प्रभावित रहा है. ‘गुरु कैलापीर’ इस क्षेत्र का ईष्टदेवता है. यहां बुढाकेदारनाथ, राजराजेश्वरी और बालखिल्येश्वर के प्राचीन मंदिर हैं. टिहरी गढ़वाल यह सर्वमान्य हक़ीक़त है कि जातीय भेदभाव से आज भी हमारा समाज नहीं उभर पाया है.  समय-समय पर जागरूक लोगों ने इसके लिए प्रयास जरूर किए पर कमोवेश आज भी because हमारा समाज इस मुद्दे पर सदियों पूर्व की यथास्थिति में वहीं का वहीं ठिठका हुआ ...
‘डूबता शहर’ की कथा-व्यथा सच है, पर दफ़्न है

‘डूबता शहर’ की कथा-व्यथा सच है, पर दफ़्न है

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पुरानी टिहरी के स्थापना दिवस, 30 दिसम्बर पर किशोरावस्था से मन-मस्तिष्क में बसी टिहरी को नमन करते हुए अग्रणी साहित्यकार स्वर्गीय ‘बचन सिंह नेगी’ का मार्मिक उपन्यास- डॉ. अरुण कुकसाल "...शेरू भाई! यदि इस टिहरी को डूबना है, तो ये लोग मकान क्यों बनाये जा रहे हैं? शेरू हंसा ‘चैतू! यही तो because निन्यानवे का चक्कर है, जिन लोगों के पास पैसा है,because वे एक का चार बनाने का रास्ता निकाल रहे हैं. डूबना तो इसे गरीबों के लिए है, बेसहारा लोगों के लिये है, उन लोगों के लिए है, जिन्हें जलती आग में हाथ सेंकना नहीं आता. जो सब-कुछ गंवा बैठने के भय से आंतकित हैं.' चैतू ...चैतू सोच में डूब जाता है, soउनका क्या होगा? आज तक रोजी-रोटी ही अनिश्चित थी, अब रहने का ठिकाना भी अनिश्चित हो रहा है.’’ (पृष्ठ, 9-10) टिहरी बांध बनने के बाद because ‘उसका, उसके परिवार और उनका क्या होगा?’ यह चिंता केवल चैतू की...