चमोली

चमोली के घाट बैंड बाजार में बादल फटने से आया हजारों टन मलबा

चमोली के घाट बैंड बाजार में बादल फटने से आया हजारों टन मलबा

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, चमोली जनपद चमोली के घाट विकास खंड के मुख्य कस्बे घाट बाजार के बैंड बाजार तिराहे में अचानक बादल फटने से हजारों टन मलबा और बारिश का पानी आ गया. स्थानी ग्रामीण बताते हैं कि बादल फटने की यह घटना बैंड बाजार के उपर बिनसर की पहाड़ियों में घटित हुई. फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन दसौली की पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उषा रावत ने बताया कि बड़े पैमाने पर मकानों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है. अचानक आए इस मलबे ने कई वाहनों के दबे होने भी खबर है. इस बाढ़ से जहां एक ओर पोस्ट ऑफिस घाट बैंड के ज्वैलरी की दुकान तथा कुछ अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है. वहीं दूसरी ओर, बाढ़ ने पोस्ट ऑफिस को भी चपेट में ले लिया है. मौसम विभाग के अनुसार अगले ​तीन दिन देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में कहीं—कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है. साढ़े...
जिला प्रशासन की आम लागों से अपील शारीरिक दूरी एवं मास्क है जरूरी

जिला प्रशासन की आम लागों से अपील शारीरिक दूरी एवं मास्क है जरूरी

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, चमोली चमोली में  शुक्रवार को कोरोना के 264 नए मामले सामने आए. शुक्रवार को कर्णप्रयाग से 48, जोशीमठ से 40, गैरसैंण से 36, गोपेश्वर से 31, थराली से 28, नारायणबगड से 24, घाट से 12, देवाल से 11, गौचर से 10, पोखरी से 8, चमोली से 7 तथा अन्य स्थानों से 9 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली. स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है. जिले में अब तक 5185 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है. जिसमें से 1376 केस एक्टिव हैं. कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है. जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नॉट मशीन से भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है. जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स...
चमोली में कोविड से 3626 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे

चमोली में कोविड से 3626 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे

चमोली
हिमांतर ब्यरो, चमोली  जनपद चमोली में मंगलवार को कोरोना के 111 नए मामले सामने आए. मंगलवार को गौचर से 31, गैरसैंण से 24, कर्णप्रयाग से 18, गोपेश्वर से 13, जोशीमठ से 7, पोखरी से 6, because नारायणबगड से 5, चमोली से 4 तथा थराली से 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है. जिले में अब तक 4349 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है, हालांकि इसमें से 3626 लोग ठीक हो चुके हैं और 691 अभी एक्टिव केस हैं. पुलिस अधीक्षक तहसील कर्णप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत भट्टनगर गांव के निकट स्थित रेलवे कन्सट्रेक्शन कंपनी डीबीएल के 40 कार्मिकों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव मिलने पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने because डीबीएल कंपनी के परिसर को कन्टेनमेंट जोन बना दिया है. जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में यहां पर पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा. जिले में यह तीसरा क्षेत्र है जहां ...
समुना-2 पोस्ट के ताजा पास बर्फ के एवलांच से 10 लोगों की मौत एवं 8 लापता, राहत एवं बचाव कार्य जारी

समुना-2 पोस्ट के ताजा पास बर्फ के एवलांच से 10 लोगों की मौत एवं 8 लापता, राहत एवं बचाव कार्य जारी

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून जनपद चमोली के जोशीमठ विकास खंड से लगभग 70 किलोमीटर आगे मलारी है, मलारी से एक सड़क सुमना की ओर जाती है.  समुना-2 पोस्ट के पास ताजा बर्फ के because एवलांच में बदल जाने से सीमा सड़क संगठन (BRO), आर्मी (Army) तथा आईटीबीपी (ITBP) के कैंप परिक्षेत्र को नुकसान पहुंचा है. मरने वालों में अधिकर सीमा सड़क संगठन के मजदूर हैं, जो सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे. इस क्षेत्र में बीआरओ को 402 मजदूर because सीमा सड़क के निर्माण में लगे हुए थे. अभी तक 10 लोगों के शव मिल चुके हैं और 8 लोग लापता लोगों की खोजबीन जारी है. भटकोटी सीमा सड़क संगठन के 402 मजदूरों में से 377 मजूदर सुरक्षित बताए जा रहे हैं.  9वीं पर्वतीय ब्रिगेड के बिग्रेडियर कृशाणु शाह ने बताया कि समुना-2 क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर 2 because बजे और शाम के 4 बजे दो एवलांच आने की खबर मिली थी, उसके बाद सेना द्वारा रा...
चमोली के लाल सांगा साइट एवं नागनाथ इंटर कॉलेज को बनाया जाए हैरिटेज साइट

चमोली के लाल सांगा साइट एवं नागनाथ इंटर कॉलेज को बनाया जाए हैरिटेज साइट

चमोली
विश्व सांस्कृतिक विरासत दिवस वर्ल्‍ड हैरिटेज डे (18 अप्रैल) पर विशेष आगाज फेडरेशन ने बद्रीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट को दिया ज्ञापन जे.पी. मैठाणी आज विश्व हैरिटेज दिवस है. इस दिवस को मनाये जाने की पहल 18 अप्रैल 1982 में अंतर्राष्ट्रीय स्मारक और स्थल परिषद द्वारा ऐतिहासिक महत्व के धरोहरों के संरक्षण तथा प्रोत्साहन के लिए किया गया था. इस दिवस को दुनिया भर में पुरानी सामाजिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक धरोहर जैसे- स्मारक, भवन, स्थापत्य कला, महत्वपूर्ण मानव निर्मित संरचनाओं के साथ-साथ पुराने पुरातत्विक महत्व के निर्माण कार्यों के लिए मनाया जाता है. विश्व हैरिटेज दिवस आज हम आपको उत्तराखण्ड के सीमांत जनपद चमोली के मुख्य कस्बे चमोली से गोपेश्वर जाते हुए मोटर पुल के दाईं ओर 1911 में अंग्रेजों द्वारा अलकनन्दा नदी (Alakananda River) पर बनाये गये पुराने पैदल पुल के खंडहरों और शानदार कटवा पत...
प्रकृति और जैविक उत्पादों से दिखाई स्वरोजगार की राह…

प्रकृति और जैविक उत्पादों से दिखाई स्वरोजगार की राह…

चमोली, देहरादून
अनीता मैठाणी स्थानीय संसाधन आधारित स्वरोजगार को मूल मंत्र मानने वाले निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे जगदम्बा प्रसाद मैठाणी वर्ष 1997 से अपने जन्म स्थान पीपलकोटी चमोली और उसके because आसपास स्वरोजगार के नवाचारी प्रयासों के लिए कृत संकल्प हैं. उनके ज्यादातर मित्र उन्हें जेपी के नाम से जानते हैं. शुरुआत में नेशनल एडवेंचर फाउंडेशन से जुड़े होने की वजह से एडवेंचर टूरिज्म और इकोटूरिज्म के प्रति सदैव because रूझान रहा. लेकिन वो जानते थे कि उत्तराखंड में इकोटूरिज्म या इससे मिलते-जुलते स्वरोजगार के संसाधन जैसे- जैविक उत्पाद, हस्तशिल्प, जड़ी-बूटी की खेती और फल तथा उद्यानिकी पहाड़ों में रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं. उत्तराखंड उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के ना होने की वजह से ही पलायन हो रहा है. इसलिए अगर स्थानीय संसाधनों जैसे उद्यानिकी, बायोटूरिज्...
पर्वतारोहण और ट्रैकिंग से स्वरोजगार की पहल…

पर्वतारोहण और ट्रैकिंग से स्वरोजगार की पहल…

चमोली, पर्यटन
शशि मोहन रवांल्टा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी श्रीराम शर्मा के गीत ‘करो राष्ट्र निर्माण बनाओ मिट्टी से सोना’ जी हां! इस गीत की पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया है उत्तरकाशी जिले because के दूरस्थ गांव सौड़-सांकरी के चैन सिंह रावत ने. उन्होंने पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के काम को पर्यटन व्यवसाय से जोड़ा है. अब उनके गांव के हर नौजवान के पास ‘होम स्टे’ के रूप में स्वरोजगार है. बसंत ऋतु उत्तरकाशी जिले के so सीमान्त विकासखण्ड मोरी के दूरस्थ गांव सांकरी में वर्ष के 10 माह तक पर्यटकों की आमद देखने को मिलती है. जनवरी और फरवरी माह में यह सम्पूर्ण घाटी बर्फ से ढक जाती है. यहां पर हरे-भरे जंगल, गोविंद पशु विहार नेशनल पार्क और सैंचुरी (Govind Pashu Vihar National Park & Sanctuary), सेब के बागान, पास में बह रही सुपीन नदी, हरकीदून बुग्याल, केदारकांठा ट्रैक, जुड़ी ताल की सैर, इसके अलावा इस घाटी...
ऋषिगंगा आपदा : 12 दिन में 3000 लोगों को कराया भोजन

ऋषिगंगा आपदा : 12 दिन में 3000 लोगों को कराया भोजन

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून 7 फरवरी 2021 को जनपद चमोली के धौली गंगा, तपोवन, ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर टूटने की वजह से आयी बाढ़ के कारण भीषण तबाही हुई थी. इस आपदा में 205 से so अधिक लोगों के अकाल मृत्यु का आंकलन है. इस प्राकृतिक आपदा से पैंग, मुरूंडा, जुग्जु, जुवाग्वाड़ के अलावा चिपको की जननी गौरा देवी के गांव वल्ला रैणी और पल्ला रैणी में 5 लोगों की मृत्यु हुई, स्थानीय स्तर पर अभी तक 28 लोगों के शव बरामद हुए हैं. आपदा 15 फरवरी से 26 फरवरी तक कुल 12 दिन तक रैस्क्यू और बचाव के कार्यों में लगे एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ., भारत तिब्बत सीमा पुलिस but और उत्तराखण्ड पुलिस के जवानों के साथ-साथ सड़क और पुल निर्माण में लगे सीमा सड़क संगठन के कर्मचारियों और मजदूरों को नियमित रूप से दोपहर का भोजन कराते रहे. आपदा इस प्राकृतिक आपदा के तुरंत बाद प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव के कार्य प्रारंभ ...
जंगली कं​टीली झाड़ी से रोजगार का स्रोत बन रहा है टिमरू

जंगली कं​टीली झाड़ी से रोजगार का स्रोत बन रहा है टिमरू

चमोली
कम उपजाऊ और बेकार भूमि में आसानी से उगता है उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में खेती को जंगली जानवरों से बचाव के लिए शानदार बाड़/बायोफेन्सिंग भी है टिमरू खेती-बाड़ी बचाएगा टिमरू तो रूकेगा जंगली जानवरों की वजह से होने वाला पलायन जे. पी. मैठाणी हिन्दू धर्म ग्रंथों में जिन भी पेड़-पौधों का रिश्ता पूजा-पाठ तंत्र-मंत्र से जोड़ा गया है. उन सभी पेड़-पौधों, वनस्पतियों में कुछ न कुछ दिव्य और आयुर्वेदिक गुण जरूर हैं. और उनका उपयोग हजारों वर्ष पूर्व से पारम्परिक चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद और इथ्नोबॉटनी में किया जाता रहा है. यानी पेड़—पौधों का महत्व उसके औषधीय गुणों के कारण है और उनके संरक्षण के लिए उनको धर्म ग्रंथों में विशेष स्थान दिया गया है. ऐसे ही एक बहुप्रचलित लेकिन उपेक्षित कंटीला झाड़ीनुमा औषधीय वृक्ष है टिमरू. टिमरू सिर्फ पूजा-पाठ और भूत पिशाच भगाने के लिए कंटीली डंडी नहीं...