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श्रीदेव सुमन की तरह उनकी टिहरी भी उपेक्षित और बदहाल

श्रीदेव सुमन की तरह उनकी टिहरी भी उपेक्षित और बदहाल

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हिमांतर ब्‍यूरो, नई दिल्‍ली पर्वतीय लोकविकास समिति, so उत्तराखंड एकता मंच और भिलंगना क्षेत्र विकास समिति द्वारा अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन बलिदान दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन मिनी मार्केट जनकपुरी नई दिल्ली में किया गया. पर्यावरण मुख्य अतिथि शीर्ष सामाजिक कार्यकर्ता और उद्योगपति श्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने कहा कि सुमन जी ने पूरे देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, 84 दिन तक की भूख हड़ताल इतिहास की बड़ी so घटना है. राजशाही के विरुद्ध अलख जगाने वाले टिहरी के मुक्तिनायक श्रीदेव सुमन की घाटियां और पट्टियां आज भी विकास की राह ताक रही  हैं. भाजपा पर्वतीय प्रकोष्ठ दिल्ली के प्रभारी श्याम लाल मजेड़ा ने कहा कि श्रीदेव सुमन के योगदान का राष्ट्रीय इतिहास में भावी पीढ़ियों की प्रेरणा के लिए उचित और ठोस उल्लेख होना चाहिए. पर्यावरण भिलंगना क्षेत्र विकास समिति के महासचिव शिव सिंह राणा ने कहा क...
उल्टी, दस्त और पेट में संक्रमण से त्रस्त हुए बच्चे, बिल्डर पर दूषित पानी सप्लाई का आरोप

उल्टी, दस्त और पेट में संक्रमण से त्रस्त हुए बच्चे, बिल्डर पर दूषित पानी सप्लाई का आरोप

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हिमांतर ब्‍यूरो, नोएडा ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित एस एस्पायर सोसायटी के निवासियों ने शनिवार को दूषित पानी सप्लाई का आरोप लगाते हुए मेंटनेंस का घेराव किया. सोसायटी के करीब 25-30 परिवारों के बच्चों को पिछले पांच-छह दिनों से उल्टी, दस्त और पेट में संक्रमण की शिकायत हो रही है. डॉक्टरों ने बच्चों के बीमार पड़ने की वजह दूषित पानी बताया है, जिसके बाद निवासियों ने जनरल मैनेजर अभिषेक यादव का घेराव किया. निवासी घरों में सप्लाई होने वाले पानी से बदबू आने की शिकायत भी कर रहे हैं. बार-बार मेंटनेंस से गुहार लगाने के बाद भी जब पानी के सैंपल की जांच नहीं कराई गई, तो आक्रोशित लोगों ने एओए के साथ मिलकर जनरल मैनेजर का घेराव किया और स्वच्छ पानी सप्लाई की मांग की. निवासियों का कहना है कि बिल्डर ने मार्च से अब तक पानी के सैंपल की जांच ही नहीं कराई है. यह बात भी सामने आई है कि पिछले एक हफ्ते से मेंटनेंस की तरफ...
पहाड़ के बेटे ने विज्ञापन इंडस्ट्री में मचाया धमाल  

पहाड़ के बेटे ने विज्ञापन इंडस्ट्री में मचाया धमाल  

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पहलवान बजरंग पूनिया के बचपन के किरदार की जमकर हो रही है तारीफ धीरज भट्ट, नई दिल्‍ली मूल रूप से उत्तराखंड के चंपावत जिले के बालातड़ी, जमलेक से ताल्लुक रखने वाले निर्मल भट्ट को बड़ी so उपलब्धि मिली है. 14 साल के निर्मल भट्ट ने एक ऐसे विज्ञापन में एक्टिंग की है जो पहलवान बजरंग पूनिया के जीवन पर बना है. विज्ञापन में बजरंग पूनिया के बचपन का रोल निर्मल ने किया है. यह विज्ञापन दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक कोका-कोला के मशहूर पेय ब्रांड थंब्स-अप के लिए बनाया गया है. शिक्षा बड़ी बात ये है कि इस विज्ञापन के लिए आवाज भोजपुरी सिनेमा के नामी कलाकार और गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने दी है. विज्ञापन टोक्यो में चल रहे ओलंपिक को so ध्यान में रखकर जारी किए गए हैं. विज्ञापन को थंब्स-अप ने अपने आफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है. अब तक इसके दो वर्जन आ चुके हैं. शिक्षा  10 लाख से ज्या...
अनुराग ठाकुर के खेल व राजनीति के व्यापक अनुभव से संवरेंगे भारतीय खेल

अनुराग ठाकुर के खेल व राजनीति के व्यापक अनुभव से संवरेंगे भारतीय खेल

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अरविन्द मालगुड़ी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओलंपिक में जाने वाले खिलाड़ियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तो भारतीय खेलों की विरासत संभाल रहे खिलाड़ियों के अलावा एक चेहरे ने सबका ध्यान खींचा because था. जो भारत के सबसे युवा नए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर हैं. ओलंपिक से 16 दिन पहले  जब प्रधानमंत्री मोदी ने खेल मंत्रालय को किसी और हाथों में सौंपने  का फैसला लिया होगा, तो उनके लिए ये फैसला लेने में ज़्यादा परेशानी नहीं हुई होगी, क्योंकि उनकी टीम  में  खेल और राजनीती दोनों में  खासा अनुभव रखने वाले अनुराग ठाकुर इस ज़िम्मेदारी में फिट बैठने वाले मंत्री के रूप में पहले से मौजूद  थे. खेल मंत्रालय सिर्फ़ युवा मंत्री  होना ही अनुराग की ख़ूबी नहीं है, क्यूंकि पिछले मंत्री किरन रीजिजू और  पहले के खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर भी युवा ही थे. पर अनुराग ठाकुर  के युवा होने के साथ उनका खेल और ख...
शशि थरूर के बाद हरदा ने क्यों की निशंक के कार्यों की तारीफ? जानिए क्या हैं इसके मायने

शशि थरूर के बाद हरदा ने क्यों की निशंक के कार्यों की तारीफ? जानिए क्या हैं इसके मायने

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अरविंद मालगुड़ी डॉक्टर रमेश पोखरियल निशंक द्वारा हाल ही में स्वास्थ्य कारणों के चलते शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दिया गया. अच्छा होता कि बेहतरीन ऐतिहासिक शिक्षा नीति देश को देकर निशंक ही because उसे क्रियान्वित करते लेकिन सूत्रों की माने तो वे अपने स्वास्थ्य को इस महत्वपूर्ण मिशन में बाधक नहीं बनना देना चाहते थे. दरअसल शिक्षा नीति की सफलता के लिए समय बद्धता ज़रूरी है. ऐसे में निशंक ने कार्य मुक्त होने का निर्णय लिया. बुग्याल भारत को ज्ञान आधारित महाशक्ति बनाने और विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के उनके प्रयासों को देश विदेश  में जमकर सराहा गया. मुझे नहीं लगता भारत के इतिहास में पहले because ऐसा हुआ हो. सतत संवाद और विश्व के सबसे बड़े परामर्श या कहें मुक्त नवाचार से बनी इस नीति ने सभी हितधारकों की अपेक्षाओं को पूरा किया. कांग्रेसी नेताओं ने भी नीति की प्रशंसा की. शशि थरूर के बाद...
निर्भीक ‘निशंक’: न कोरोना तोड़ पाया, न ही डॉक्टरों की सलाह रोक पाई.. कर्तव्यपथ पर डटे रहे निशंक

निर्भीक ‘निशंक’: न कोरोना तोड़ पाया, न ही डॉक्टरों की सलाह रोक पाई.. कर्तव्यपथ पर डटे रहे निशंक

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अरविन्द मालगुड़ी निशंक जिसे कोई शंका या डर न हो अर्थात  निर्भीक , अपने नाम के अनुरूप ही कार्य कर रहे हैं उत्तराखंड से सांसद और वर्तमान  में केन्द्र में शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक।  कैसे,  आपको बताते हैं।  केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल 'निशंक' अपनी जिजीविषा, दृढ़निश्चय, लगनपूर्ण  कार्य, कठोर मेहनत एवं सहृदयता के लिए जाने जाते हैं। उनकी कर्तव्यनिष्ठा का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अस्वस्थ होने के बाद भी वह लगातार विभागीय कार्य में जुटे हुए हैं। पिछले 23 दिनों से पोस्ट कोविड की गंभीर समस्याओं  के चलते वे एम्स दिल्ली के  आई सी यू  में भर्ती रहे हैं और कोरोन को मात दे आई सी यू  से अभी कुछ समय पहले ही बाहर आये हैं। उनके करीबी लोग बताते हैं कि इस गंभीर स्थिति में भी निशंक जी ने काम को कभी बाधित नहीं किया और अपने मंत्रालय के सभी सहयोगियों को आई सी यू  से निर्दे...
किसी को तो पड़ी हुई लकड़ी लेनी पड़ेगी साहब! पुलिस सेवा के लिए है या अपशब्दों के लिए?

किसी को तो पड़ी हुई लकड़ी लेनी पड़ेगी साहब! पुलिस सेवा के लिए है या अपशब्दों के लिए?

देश—विदेश
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली मैं बचपन से ही पुलिस वालों से चार क़दम दूर भागता हूं. कारण उनका रवैया रहा है. बहुत कम पुलिसकर्मी होंगे जो आपसे सलीक़े से बात करेंगे. नहीं तो रौब दिखाना उनकी प्रवृत्ति में शामिल because होता है. शायद ये एक तरीक़ा हो अपराधी को तोड़ने और अपराध का पता लगाने के लिए. लेकिन, जब ये ही रवैया पुलिस आम नागरिकों पर अपनाने लगती है, तो उसकी छवि धूमिल हो उठती है. उसके प्रति आम नागरिक के मन में डर पैदा हो जाता है. बढ़ेगी आम नागरिक पुलिस से कतराने because लगते हैं जिसका ख़ामियाजा समाज को उठाना पड़ता है, क्योंकि बहुत-सी घटनाओं में नागरिक 'पुलिस के चक्कर में कौन पड़े कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं.' मैंने ऊपर जो लिखा है इसका मतलब ये कतई नहीं है कि सारे पुलिसकर्मी एक से होते हैं...लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों की बदौलत उनको यह तमगा पहनना पड़ता है. बढ़ेगी जब पुलिसकर्मी ने कहा- तुम क्यों ...
एस एस्पायर सोसायटी में लगा कोविड-19 वैक्सीन कैंप, निवासियों ने लगाई वैक्सीन

एस एस्पायर सोसायटी में लगा कोविड-19 वैक्सीन कैंप, निवासियों ने लगाई वैक्सीन

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नोएडा एक्सटेंशन स्थित एस एस्पायर एओए की तरफ से सोमवार को सोसायटी निवासियों के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन कराया गया। एओए अध्यक्ष गुरुदास ने बताया कि सोसायटी निवासियों के लिए शारदा अस्पताल के संयोजन से कोविड-19 वैक्सीन कैंप लगाया गया, जिसमें सोसायटी के बुजुर्ग और महिलाओं सहित 100 से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगाई। उन्होंने कहा कि सोसायटी के कई निवासी चाहते थे कि सोसायटी के भीतर ही वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन हो ताकि कोरोना के इस काल में वैक्सीन के लिए बाहर न जाने पड़ा। ऐसे में सोसायटी निवासियों की सहूलियत को देखते हुए एओए की तरफ से वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन कराया गया। वैक्सीनेशन कैंप के जरिए सोसायटी की महिलाओं और बुजुर्गों ने वैक्सीन लगाई। कई सोसायटी निवासियों ने अपने यहां आने वाली मेड्स को भी वैक्सीन लगाई। वैक्सीन लगाने वालों में सबसे ज्यादा तादाद महिलाओं और बुजुर्गों की थी। ...
विवाद आयुर्वेद और एलोपैथी का नहीं ऊँची नाक व हनक का है…

विवाद आयुर्वेद और एलोपैथी का नहीं ऊँची नाक व हनक का है…

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प्रकाश उप्रेती बाबा, विवाद और बडबोलेपन का पुराना नाता है. योग के जरिए घर-घर तक पहचाने जाने वाले बाबा ने इसी ‘पहचान’ को धीरे-धीरे शक्ति के केंद्र में बदल लिया. वह योग शिविरों में आने वाले लोगों को ‘भीड़’ बताकर राजनैतिक गलियारों में पैठ मजबूत करते रहे.वोट बैंक नेताओं का लालच था तो शक्ति अर्जित करना बाबा की महत्वकांक्षा. इसी गठजोड़ के बल पर because बाबा योग से आयुर्वेद की तरफ मुड़े और फिर एक साम्राज्य स्थापित कर लिया. इसी साम्राज्य की शक्ति के बलपर ही बाबा भारतीय कानून व्यवस्था को भी चुनौती देने का साहस कर जाते हैं. राजनैतिक 2014 में तहलका के लिए मनोज रावत की लिखी रिपोर्ट तफसील से बाबा और सत्ता के गठजोड़ की ‘जमीनी’ तह उजागर करती है. मनोज की रिपोर्ट का एक अंश-“साल 2004 की बात है. बाबा because रामदेव योगगुरु के रूप में मशहूर हुए ही थे. चारों तरफ उनकी चर्चा हो रही थी. टीवी चैनलों पर उनकी धूम ...
छात्रों की सुरक्षा एवं भविष्य का विचार कर हो 12वीं की परीक्षा का निर्णय: अभाविप

छात्रों की सुरक्षा एवं भविष्य का विचार कर हो 12वीं की परीक्षा का निर्णय: अभाविप

देश—विदेश
हिमांतर ब्यूरो, दिल्ली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मानना है कि कोरोना परिस्थिति के कारण टाली गयी 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन पर केंद्र एवं राज्य सरकार विद्यार्थियों के सुरक्षा एवं भविष्य को ध्यान रख कर निर्णय करे. परिस्थिति को ध्यान रखते हुये सरकार नवीन प्रयोगों जैसे कम समयावधि की परीक्षा, प्रमुख विषयों की परीक्षा, because ओपन बुक परीक्षा आदि के माध्यम से परीक्षा का आयोजन शारीरिक दूरी का पालन कर आगामी जुलाई-अगस्त में हो सकता है, इसी दिशा में कुछ राज्य सरकारों ने भी निर्णय किये हैं. अभाविप अभाविप का मत है कि केंद्र एवं because राज्य सरकारें जल्दबाज़ी ना दिखाते हुये विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रख कर निर्णय करे. जिस तरह से कोरोना के मामले कम हो रहे हैं ऐसी स्थिति में निकट माह जुलाई/अगस्त में शारीरिक दूरी का पालन पर कम समयकाल में परीक्षाओं का आयोजन हो सकता है. पालन मह...