पिंगट (टिड्डी) किशन जी की दाई…
नीलम पांडेय “नील”
सुबह एक हरे रंग की पिंगट (टिड्डी) को देखते ही मेरा बेटा बोला, अरे इसको मारो इसने देश में कोहराम मचा रखा है. तभी मेरा पुस्तैनी पिंगट प्रेम कूद कर बाहर आ गया... ना ना बिल्कुल मत मारना इसको, ये भगवान किशन जी की ग्वाई (दाई) है, मेरी आमा इसकी पीठ पर तेल लगाती थी, क्योंकि इसने किशन भगवान को बचपन में तेल लगाया था. बेटा, "अरे क्या कह रही हो यह काटती भी है?” मेरी बरसों से बनी धारणा धराशाई हो रही है, जो आमा ने मुझमें कूट कूट कर भरी थी.
इधर, मीडिया भी कह रहा है कि मेरी किशन जी की ग्वाई दलों ने अब तक देश की 90 हजार हेक्टेयर से ज्यादा फसल नुकसान कर दी है, जल्दी ही वैज्ञानिक दल सभी पिंगट दाइयों का संहार कर देगा. मैं चुप होकर बैठ गई हूं और सेब खाते हुए सोच रही हूं कि सेब के अंदर का बीज खाते हुए, जब कभी गलती से बीज मुंह में चब जाए तो मुंह के अंदर ही अंदर सनेस खाया होगा ऐसी महक मह...