- नीरज उत्तराखंडी, पुरोला उत्तरकाशी
प्रतिभा उम्र की मौहताज नहीं होती, छोटी अवधि में बड़ी उपलब्धि.
जी हां ऐसा ही कर दिखाया रवांई की माटी के बाल लाल 13 वर्षीय अस्तित्व डोभाल ने.“उत्तराखंड के किस बालक ने
थाईलैंड रूरल टूर्नामेंट स्केटिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते हैं?”पीसीएस
पीसीएस की मैन परीक्षा में जब उक्त प्रश्न से
आप का सामना हो या प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों में आप से यह प्रश्न पूछा जाय और आप चक्कर में पड़ जाय तो घबराइए नहीं, इस प्रश्न का सही उत्तर दे कर यदि आप को परीक्षा में अपने लक्ष्य का अस्तित्व बचाना है, तो जिस बालक का नाम आप को अपनी उत्तर पुस्तिक पर लिखना है, उससे सुनकर आप का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा. यह बालक कोई और नहीं देव भूमि उत्तराखंड की रवांई घाटी बड़कोट निवासी चक्रगांव के बाल लाल अस्तित्व डोभाल है.परीक्षा
जनपद उत्तरकाशी के
नगर पंचायत बड़कोट के वार्ड 7 चक्रगांव निवासी विनोद डोभाल के 13 वर्षीय बालक अस्तित्व डोभाल ने वर्ष 2018 में थाईलैंड रूरल टूर्नामेंट स्केटिंग प्रतियोगिता में देश के लिए दो स्वर्ण पदक जीत कर विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया.
डोभाल
जी हां अस्तित्व डोभाल ने
थाईलैंड खेल प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा बनवाकर रवांई की माटी की महक विदेश में महका दी.जनपद उत्तरकाशी के नगर
पंचायत बड़कोट के वार्ड 7 चक्रगांव निवासी विनोद डोभाल के 13 वर्षीय बालक अस्तित्व डोभाल ने वर्ष 2018 में थाईलैंड रूरल टूर्नामेंट स्केटिंग प्रतियोगिता में देश के लिए दो स्वर्ण पदक जीत कर विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. अपने हुनर के दम पर रवांई की माटी के बाल लाल अस्तित्व ने आसमान छूकर विश्व को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर किया. और विदेश में देश और उत्तराखंड का नाम रोशन किया.गृह जनपद उत्तरकाशी में
अस्तित्व को प्रतिष्ठित तिलाड़ी सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. और अब उनकी झोली में उपलब्धियां आती चली जा रही हैं.बड़कोट
उत्तराखंड पीसीएस
मैन परीक्षा में अस्तित्व डोभाल से संबंधित प्रश्न पूछा गया है. “उत्तराखंड के किस बालक ने थाईलैंड रूरल टूर्नामेंट स्केटिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते हैं” उत्तराखंड की प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित पुस्तकों में भी अस्तित्व डोभाल से संबंधित प्रश्न छपने लगे हैं.
उत्तराखंड
बताते चलें कि अब
उत्तराखंड पीसीएस मैन परीक्षा में अस्तित्व डोभाल से संबंधित प्रश्न पूछा गया है. “उत्तराखंड के किस बालक ने थाईलैंड रूरल टूर्नामेंट स्केटिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते हैं” उत्तराखंड की प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित पुस्तकों में भी अस्तित्व डोभाल से संबंधित प्रश्न छपने लगे हैं.अस्तित्व
छोटी अवधि में बड़ी
उपलब्धियां अर्जित कर अस्तित्व डोभाल ने आसमान छू कर कर युवा के लिए प्रेरणा की जो मशाल जलाई है उसके लिए परिवार, क्षेत्र तथा जनपद वासियों ने शुभकामनाएं दी हैं. वहीं ‘अरे अभी विश्राम कहां अभी तो दूर तक चलना है’ कि तर्ज पर अस्तित्व डोभाल अपने भविष्य की तैयारी में तल्लीन है.