- हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली
पंकज ध्यानी को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का महासचिव चुना गया है. वह एनएसडी प्रशासन से जुड़े हुए हैं और इससे पहले साल 2010 में भी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के महासचिव चुने गए थे.
उन्होंने आज एनएसडी परिसर के अभिमंच सभागार में अपने पद की शपथ ली है. पिछले साल नवंबर में एनएसडी कर्मचारी संगठन ने गुप्त मतदान के जरिए पंकज ध्यानी को जनरल सेकेट्री चुना था. पंकज ध्यानी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में नौकरी करते हुए रंगमंच के क्षेत्र में भी काफी सक्रिय हैं. उन्होंने कई बड़े नाट्य निर्देशकों के साथ काम किया है और कई नाटकों का निर्देशन भी किया है.हिमालय
मूलत: पौड़ी गढ़वाल के
लैंसडाउन के गिवोली गांव के रहने वाले पंकज 1998-1999 से एनएसडी में नौकरी कर रहे हैं. अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने वर्कर यूनियन के लिए काफी काम किये और जिन लोगों का प्रमोशन रुका हुआ था, प्रशासन के जरिए उन लोगों का प्रमोशन करवाया. इसके अलावा, मृतक कर्मचारियों के बच्चों को एनएसडी में नौकरी दिलवाने का भी कार्य किया.हिमालय
पकंज का कहना है कि वह
पूरे मनोयोग और ईमानदारी से कर्मचारियों के हितों के लिए काम करेंगे. कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर समस्याओं के निवारण की दिशा में सक्रिय रहेंगे. उनका ‘अनमोल-सृष्टि’ नाम से एक प्रोडक्शन हाउस भी है, जिसे उनकी पत्नी चलाती हैं. जिसके बैनर तले वह गढ़वाली गाना ‘तै डाली में’ प्रड्यूस कर चुके हैं. जिसे गायक रविंद्र कंडारी ने गाया है.हिमालय
पंकज का कहना है
कि अभिनय उनके रग-रग में बसा हुआ है. ये ही वजह है कि उन्होंने साल 2004 में सबसे पहले ‘जिंदगी का सर्कस’ नाटक में कार्य किया और इसके बाद कई ऐसे अवसर आए जब उन्होंने जाने-माने निर्देशकों के साथ काम किया. जिनमें अखिलेश खन्ना, हिमांशु बी जोशी और प्रेम मटियानी शामिल हैं. पंकज समाजसेवा के क्षेत्र में भी काफी सक्रिय हैं.