यहां बता दें कि आयुर्वेदिक विश्वद्यालय हर्रावाला में विश्वविद्यालय के साथ ही गुरुकुल कांगड़ी व ऋषिकुल हरिद्वार के लगभग 150 उपनल व पीआरडी कर्मी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक होशियार सिंह पंखोली ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव प्रोफेसर अनूप कुमार गक्खड़ ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में उपनल व पीआरडी के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों की ओर से राज्य सरकार की ओर से एस्मा लागू होने करने के बावजूद कार्य बहिष्कार व तालाबंदी की जा रही है।
इस दौरान 24 जनवरी को इनकी ओर से कर्मचारियों को तालाबंदी कर विश्वविद्यालय में बंद कर दिया गया। जिसे पुलिस ने मुक्त कराया ।उसके बाद दूसरे दिन फिर उक्त कर्मचारी की ओर से दुर्व्यवहार करते हुए विश्वविद्यालय के अधिकारियों को बंधक बनाया जा रहा है। जो कि अनुचित है। जबकि विश्वविद्यालय स्तर से उनकी मांगों के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय में आंदोलनरत पीआरडी व उपनल कर्मचारियों के विरुद्ध सार्वजनिक कार्यो के निर्वहन में बाधा डालने, अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।