उत्तरकाशी: सिलक्यारा-बड़कोट टनल हादसे को 7 दिन पूरे हो चुके हैं। लेकिन, टनल के भीतर कैद 41 जिंदगियों को बाहर निकलने का फिलहाल कोई रास्ता बनता हुआ नजर नहीं आ रहा है। रेस्क्यू में जुटी विभिन्न एजेंसियों के प्लान A, B और C से लेकर अब तक के सभी प्लान पूरी तरह फेल हो चुके हैं।
अब रेस्क्यू के लिए लगी एजेंसियों ने नॉर्वे की एजेंसी के साथ चर्चा के बाद एक नया प्लान पर काम शुरू कर दिया है। इस प्लान के अनुसार अब टनल के ऊपर पहाड़ी पर जाकर बोरिंग की जाएगी। जहां से टनल के भीतर कैद मजदूरों तक पहुंचाने का कोई रास्ता खोजा जाएगा।
इस प्लान का एक मकसद मजदूरों तक खाने की सामग्री पहुंचाने के साथ ही नेचुरल हवा को भी पास करने का है। अब देखना होगा की रेस्क्यू में जुटी एजेंसियों का यह प्लान पास होता है या फिर यह भी फेल होता है।
टनल के ऊपर मशीनों को पहुंचाने के लिए एप्रोच रोड बनाई जा रही है। जिसका काफी कम हो चुका है। सभी यही उम्मीद कर रहे हैं की रेस्क्यू एजेंसियों का यह प्लान काम करेगा और मजदूरों तक पहुंचने का कोई रास्ता निकल आएगा।